भोपाल। भाजपा शासित राज्य मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों एक नए आरोप में फंसते नजर आ रहे हैं। दरअसल 500 करोड़ का हवाला करोबार पकडऩे वाले कटनी एसपी गौरव तिवारी के ट्रांसफर को लेकर कटनी जिले के लोग शिवराज सिंह सरकार से नाराज हो गए हैं। इस हवाला कारोबार में मध्य प्रदेश सरकार के एक मंत्री का नाम सामने आया है और दो दिन के अंदर ही खुलासा करने वाले एसपी गौरव तिवारी को हटा दिया गया।
जिसके बाद एसपी गौरव तिवारी के सपोर्ट में मंगलवार को पूरा शहर सड़कों पर उतर आया। लोग तिवारी का ट्रांसफर रद्द करने की मांग कर रहे थे। तिवारी का ट्रांसफर कटनी से छिंदवाड़ा कर दिया गया है। वे एक्सिस बैंक समेत कई बैंकों में फर्जी खातों से 500 करोड़ के हवाला लेनदेन की जांच कर रहे थे। तिवारी कटनी में 6 महीने ही पोस्टेड रहे।
तिवारी के समर्थन में यहां के सुभाष चौक पर हजारों की तादाद में लोग इकट्ठा हुए। पूरा बाजार भी बंद रहा। लोगों ने तिवारी का ट्रांसफर रद्द करने की मांग की। कटनी में किसी पार्टी या संगठन ने नहीं बल्कि आम जनता ने ही बंद बुलाया था। इसमें व्यापारी वर्ग से लेकर सभी लोग शामिल थे।
कटनी में आईपीएस गौरव तिवारी ने जिस 500 करोड़ रुपए के हवाला कांड का पर्दाफाश किया था, उस मामले के आरोपियों के मध्यप्रदेश सरकार में भाजपा मंत्री संजय पाठक के रिश्ते सामने आ रहे हैं। संजय कटनी जिले के विजयराघवगढ़ से विधायक हैं। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि पाठक मध्यप्रदेश सरकार के सबसे अमीर मंत्री हैं। उनके पास न केवल 141 करोड़ की संपत्ति है, बल्कि खुद का हेलीकॉप्टर भी है।
आपको बता दें कि तिवारी एक्सिस बैंक समेत कई बैंकों में फर्जी खातों से 500 करोड़ रुपए के हवाला लेन-देन की जांच कर रहे थे। तिवारी ने इस हवाला कारोबार की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया था। 4 जनवरी को एसआईटी की जांच में घोटाले के सबसे बड़े सूत्रधार सरावगी बंधुओं के नाम सामने आए थे। इनके चार नौकरों के नाम से कई बोगस कंपनियां बनाई गईं थीं।
इन बोगस कंपनियों के खातों से करीब 100 करोड़ रुपए के संदिग्ध लेन-देन की बातें सामने आ चुकी हैं। 6 जनवरी तक सरावगी के दो नौकर संदीप बर्मन और संजय तिवारी को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने पूछताछ में सरावगी के राज्य सरकार में मंत्री संजय पाठक के रिश्तेदारों से नजदीकियों की बात बताई थी।
मामले के बाद सरावगी बंधु फरार बताए जा रहे हैं। उनके यहां से एक मिनी ट्रक भरकर डॉक्युमेंट्स बरामद किए गए हैं। इससे पहले भी तिवारी ने बालाघाट एसपी रहते हुए लकड़ी माफिया के खिलाफ जंग छेड़ी थी, जिसमें वहां के तब कलेक्टर रहे वी किरण गोपाल पर भी आरोप लगे थे। इसके बाद किरण गोपाल को सरकार ने बालाघाट कलेक्टर पद से हटा दिया था। कुछ समय बाद ही तेजतर्रार अफसर गौरव तिवारी का ट्रांसफर कर कटनी एसपी बनाया गया था।
इस बीच सागर में आयोजित BJP की कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने पहुंचे उच्च शिक्षा राज्य मंत्री संजय पाठक ने मीडिया से चर्चा करते हुए 'हवाला कांड' के आरोपों को निराधार बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि गौरव तिवारी एक ईमानदार पुलिस अफसर हैं। उनको छिंदवाड़ा की कमान सौंपी गई है।
Courtesy: National Dastak