लखनऊ। यूपी चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता चुनाव जीतने के लिए तमाम तरह के पैंतरे अपना रहे हैं। तारीखों का ऐलान होती ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है लेकिन वोटरों को लुभाने के लिए भाजपा साम, दाम, दंड, भेद हर तरह के पैंतरे अपना रही है। इस काम में छोटे नेता ही नहीं केंद्रीय मंत्री भी लगे हुए हैं।
अभी कुछ दिन पहले भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने वोटों का ध्रुवीकरण करने के लिए मुस्लिमों को लेकर गलतबयानी की थी। लेकिन अब बारी थी केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी की। उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन कर वोटों को अपनी पार्टी के पाले में खींचने का प्रयास किया है।
दरअसल, केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने एक कार्यक्रम उड़ान के तहत बरेली के कांति कपूर छात्रा इंटर कॉलेज में छात्राओं और महिलाओं की एक सभा बुलाई थी। जिसके बाद इस बुलाई गई सभा को जिला प्रशासन ने आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए इस पर कार्रवाई की। ताज्जुब की बात है कि इस कार्यक्रम के लिए नियमों के मुताबिक कोई इजाजत नहीं ली गई थी।
आपको बता दें कि शिक्षण संस्थाओं में इस तरह के कार्यक्रम कराने पर आचार संहिता में पाबंदी भी है। कांति कपूर छात्रा इंटर कॉलेज के सभागार में छात्राओं और भाजपा महिला मोर्चा की महिलाओं की एक संयुक्त बैठक बुलाकर वहां उन्हें उड़ान कार्यक्रम के तहत एलईडी पर स्मृति ईरानी का प्रसारण दिखाया गया था।
इस कार्यक्रम में विभिन्न जिलों की छात्राओं और महिलाओं ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए स्मृति ईरानी से सीधे सवाल भी पूछे थे। हालांकि बरेली से किसी छात्रा अथवा महिला ने स्मृति ईरानी से कोई सवाल नहीं पूछा था। इस कार्यक्रम में कपड़ा मंत्री ईरानी ने कई बार भाजपा को विधानसभा चुनाव में वोट देने की अपील भी लोगों से की थी।
इसलिए जिला प्रशासन ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन माना है। जिलाधिकारी पंकज यादव ने इस संबंध में कैंट विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक से रिपोर्ट तलब की है।
जिलाधिकारी का कहना है कि शिक्षण संस्थानों में चुनाव प्रचार करने की आदर्श आचार संहिता में पाबंदी है। चुनाव की घोषणा होने के बाद यहां राजकीय इंटर कॉलेज में लैपटाप बांटने के मामले को भी आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए कोतवाली में प्रथामिकी दर्ज कराई गई है।
Courtesy: National Dastak