आदिवासी महिलाओं ने कोर्ट के सामने सरपंच को पीटा

इंदौर। झाबुआ की कोर्ट में तीन आदिवासी महिलाओं ने एक सरपंच की जमकर पिटाई कर दी। बता दें कि एक महिला डंडा लेकर उस पर टूट पड़ी, तो बाकि दो महिलाओं ने उसका शर्ट फाड़कर उस पर जमकर थप्पड़ बरसाए। ये सब होता देख लोगों ने बीच बचाव किया तो सरपंच बनियान में ही वहा से भाग निकला।

Indore

आपको बता दें कि झाबुआ की जिला अदालत में सुबह से तीन आदिवासी महिलाएं डेरा डाले हुए थीं। इनमें से एक महिला डंडा लेकर खड़ी थी, लोगों के पूछने पर इन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। लेकिन थोड़ी देर बाद ग्राम पंचायत डूंगराधन्ना का सरपंच लिम्बा वहां पहुंचा। जैसे ही सरपंच वहां पहुंचा तो उसे देखते ही डंडा लेकर खड़ी आदिवासी महिला उस पर टूट पड़ी। महिला को अचानक लिंबा पर डंडे बरसाता देख आसपास मौजूद लोग हैरान रह गए।
 
इससे पहले की लोग कुछ समझ पाते दो अन्य महिलाओं ने लिंबा को घेर लिया। आदिवासी महिलाओं ने उसके शर्ट के बटन फाड़ तोड़ दिए और उसे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। मारते हुए तीनों महिलाएं उसे खूब गालियां दे रहीं थीं। थोड़ी देर तक लोग तमाशा देखते रहे फिर कुछ लोग लिंबा को बचाने आए। जब ये लोग महिलाओं को समझा रहे थे उसी बीच मौका देख लिंबा वहां से भाग खड़ा हुआ। किसी ने उसका शर्ट पकड़कर उसे रोकने की कोशिश की तो वह शर्ट उतारकर बनियान में ही भाग गया ।
 

 
बता दें कि महिलाओं का आरोप था कि सरपंच ने पुलिस के साथ मिलीभगत कर उनके घरवालों को लूट के मामले में पकड़वा दिया जबकि असल आरोपी कोई और ही है। आदिवासी महिला संगीता वालसिंह, वेस्ता पिता जुवानसिंह, वालसिंह पिता पीदू आदि ने टीआई आरसी भास्करे व एसआई एमएल भाटी पर 18 हजार रुपए रिश्वत लेने का आरोप भी लगाया।
 

 
यह था पूरा मामला 
मामला नेशनल हाईवे पर स्थित ग्राम मोहनपुरा में 31 जनवरी की रात कल्याणपुरा के व्यापारी के साथ हुई लूट से जुड़ा है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपी मुन्ना वालसिंह कतिजा निवासी गड़वाड़ा, कमलेश उर्फ कम्मू पिता कलसिंह भाबर निवासी मोहनपुरा व मुन्ना पिता बाबू डामोर निवासी मोहनपुरा को गिरफ्तार किया था। 
 
उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। इस दौरान तीनों आरोपियों के घरवाले और ग्राम पंचायत डूंगराधन्ना का सरपंच लिम्बा बाहर खड़े थे। जहां से तीनों को जेल भेजने के आदेश हो गए। इस बात को लेकर आरोपियों के घर की महिलाओं ने अचानक सरपंच लिम्बा को पीटना शुरू कर दिया। उनका कहना था सरपंच की वजह से ही हमारे घरवाले फंसे। कोई कुछ भी आरोप लगा दे तो उससे क्या होता है। लूट की रकम, मोबाइल और जैकेट उनके पास से ही बरामद किया।

Courtesy: National Dastak

 

Trending

IN FOCUS

Related Articles

ALL STORIES

ALL STORIES