कुशीनगर। एक तरफ तो बीजेपी खुद को पार्टी विद डिफरेंस कहती है और नैतिकता का दंभ भरती है। लेकिन दूसरी तरफ केंद्र की सत्ता में आने के बाद बीजेपी के नेता कानून को ताक पर रखने लगे हैं। उत्तर प्रदेश की सत्ता में लौटने के लिए बेताब बीजेपी के नेता किसी से भी, कहीं भी मारपीट और गाली गलौज करने को आतुर हो जाते हैं।
ऐसी ही एक खबर बीजेपी की परिवर्तन रैली के दिन कुशीनगर जिले से आई है। पत्रिका की खबर के मुताबिक, पड़रौना कोतवाली में तैनात एक दरोगा से बीजेपी के नेता हाथापाई और गाली-गलौज करने लगे। इस दरोगा का गुनाह सिर्फ इतना था कि कांग्रेसियों द्वारा पीएम का पुतला फूंकने से उग्र भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने की गुस्ताखी कर बैठा।
गौरतलब है कि कुशीनगर जिले के पडरौना कस्बे के सुभाष चौक पर सोमवार को बीजेपी की परिवर्तन यात्रा का मंच लगा था, और उनके बड़े नेता मौके पर पहुचने वाले थे। उसी समय कांग्रेसी कार्यकर्ता सड़क के दूसरी ओर नोटबंदी के विरोध में प्रधानमंत्री मोदी का पुतला फूंकने लगे। पीएम का पुतला जलने से बौखलाए भाजपाईयों को रोकने पर वे मौजूद पुलिसकर्मियों पर ही बरस पड़े।
इसके बाद नाराज भाजपा नेताओं ने दरोगा अवधेश सिंह को गाली देते हुए उनसे हाथापाई करना शुरु कर दिया। दारोगा भाजपा नेताओं से हाथ जोड़कर माफी भी मांगता रहा लेकिन आपे से बाहर भाजपाई कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। भाजपाई खुलेआम चौराहे पर कानून की धज्जियां उड़ाते रहे और दारोगा को गालियां देते रहे।
हैरत की बात यह है कि घटना के समय पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी और क्षेत्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र दत्त शुक्ला भी मौजूद थे लेकिन दोनों नेताओं ने उग्र भाजपाईयों को रोकने की जहमत तक नहीं उठाई। इतना हीं नहीं भाजपा के जिला अध्यक्ष जय प्रकाश शाही भी पुलिस वालों को मंच से खुलेआम धमकाते रहे।
हैरानी की बात यह है कि यह घटना भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के सामने हुआ लेकिन किसी ने इस मामले को शांत कराने की थोड़ी भी कोशिश नहीं की। किसी तरह साथी दरोगा के बीच-बचाव करने के बाद मामला शांत हुआ। बीजेपी नेताओं की दबंगई का आलम यह रहा कि घटना से सहमे दरोगा अवधेश कुमार ने नेताओ के डर से घटना से ही इंकार कर दिया।
Courtesy: National Dastak