फर्जी एनकाउंटर में मारे गए 8 सिमी कार्यकर्ताओं की हत्या पर अब केन्द्र की बीजेपी सरकार ने जमकर राजनीति करनी शुरू कर दी है। कल सरकार में तीन मंत्रियों ने इस पर भड़काऊ भाषण दिए थे।
जिनमें सबसे पहले कल मध्य प्रदेश के बीजेपी शासन वाली सरकार की जेल मंत्री ने एक मीडिया चैनल से बात करते हुए कहा था कि “आप लोगों को हमारी तारीफ करनी चाहिए कि हमने आरोपियों के भाग निकलने के बावजूद उन्हें मार गिराया।”
इसके बाद सरकार में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि भोपाल में जेल से भागे 8 सिमी कार्यकर्ताओं के कथित एनकाउंटर से देश का मनोबल बढ़ेगा और जनता में विश्वास बढ़ेगा कि ‘हम सुरक्षित हैं।’
इसके बाद सरकार के अन्य मंत्री किरन रिजीजू ने कहा कि पुलिस की इस तरह की कार्यवाही पर संदेह नहीं किया जा सकता है और ना कि आम लोगों को ऐसी कार्यवाही पर जवाब दिया जा सकता है।
सरकार की इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए इसमेे नया नाम आया है असम के मंत्री और भाजपा के नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस के संयोजक हिमंत बिस्व सरमा का। जिन्होनें कहा है कि देश की जनता अपने दुश्मन को चुन ले। देश को गृहयुद्ध की और धकलते बीजेपी नेताओं के बयानों पर किसी तरह की कोई बंदिश नहीं है।
जनसत्ता की खबर के अनुसार असम के मंत्री और भाजपा के नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस के संयोजक हिमंत बिस्व सरमा ने मंगलवार को बांग्लादेशी लोगों का मुद्दा उठाते हुए राज्य की जनता से अपने दुश्मन को चुनने को कहा।
उन्होंने कहा कि वे 1-1.5 लाख लोग या 55 लाख लोगों में से चुन लें कि उनका दुश्मन कौन है? हालांकि उन्होंने आंकड़ों को विस्तार से नहीं बताया लेकिन वे हिंदू और मुस्लिम माइग्रेंट्स की बात कर रहे थे।
आगे हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, ”पूरी बात यह है कि हमें तय करना है कि हमारा दुश्मन कौन है। कौन हमारा दुश्मन है डेढ़ लाख लोग या 55 लाख लोग। हिंदू और मुसलमान माइग्रेंट में भेद करने की नीति क्या भाजपा की है, इस सवाल सरमा ने कहा, ”हां, हम करते हैं। साफतौर पर हम करते हैं। देश का बंटवारा धर्म के नाम पर हुआ था। इसलिए यह नई चीज नहीं है।
Courtesy: Janta Ka Reporter