रांची। झारखण्ड की राजधानी रांची में एक ट्रैफिक हवालदार को इसलिए सस्पेंड कर दिया गया क्योकि उसने अपनी ड्यूटी निभाते हुए मेयर की गाड़ी को रोक दिया। खबरों के मुताबिक रांची की मेयर आशा लकड़ा सुबह 11 बजे हरमू रोड की तरफ जा रही थीं।
तभी एक ट्रैफिक सिग्नल पर ट्रैफिक हवालदार संजीव कुमार ने उनकी गाडी रोकने का प्रयास किया लेकिन मेयर के ड्राईवर ने गाडी नहीं रोकी। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस ने मेयर की गाडी को घेर लिया। गाडी रुकने के बाद मेयर के ड्राईवर गाडी से निकलकर बाहर आया और संजीव कुमार से उलझ गया।
इसके बाद मेयर आशा लकड़ा भी गाडी से बाहर निकली। कुछ ही देर में आशा के समर्थक भी वहां आ गए। इस बीच आशा ने ट्रैफिक एसपी को फ़ोन लगाकर संजय कुमार की शिकायत की। मेयर के ड्राईवर ने संजय कुमार पर गाली गलोच करने का आरोप लगाया तो वही संजय कुमार का कहना है की मेयर की गाड़ी ने ट्रैफिक सिग्नल तोडा इसलिए उन्होने गाडी को रोका।
हालांकि ट्रैफिक हवालदार ने मेयर से माफ़ी भी मांगी लेकिन वो शांत नही हुई। उसी वक्त रास्ते से सीएम रधुवर दास का काफिला गुजर रहा था। गुस्साई मेयर ने सीएम के काफिले को रोक दिया। मेयर आशा लकड़ा ने सड़क पर ही मुख्यमंत्री का काफिले को रोककर ट्रैफिक हवालदार संजय कुमार को सस्पेंड करने की मांग की। इस दौरान चौराहे पर काफी जाम लग गया। सीएम द्वारा मेयर को दिए गए आश्वासन के बाद ही जाम रास्ते को खुलवाया गया।
मेयर ने सीएम से मांग करते हुए कहा, 24 घंटे के अंदर दोषी पाए जाने पर ट्रैफिक हवलदार को सस्पेंड किया जाए। कुछ ही देर बाद ट्रैफिक एसपी ने ट्रैफिक हवालदार संजय कुमार को ससपेंड कर दिया। आपको बता दें कि आशा लकड़ा बीजेपी की समर्थिक उम्मीदवार के तौर पर रांची के मेयर पद का चुनाव जीती थी।
Courtesy: National Dastak