गुजरात में वीएचपी या यह नया पैंतरा ऐसे वक्त में दिखा है जब वहां हिंदू और मुस्लिमों के बीच खाई लगातार चौड़ी होती जा रही है। माहौल तेजी से खराब हो रहा है।
हिंदुत्व की प्रयोगशाला गुजरात में लगातार `प्रयोग’ हो रहे हैं। पिछले सप्ताह कथित गोरक्षकों ने 29 साल के युवक मोहम्मद अयूब को मार डाला था। अब वीएचपी ने राज्य में नवरात्रों को होने वाले गरबा आयोजनों में मुस्लिमों को न घुसने देने की चेतावनी दी है।
पिछले साल वीएचपी नेता प्रवीण तोगड़िया ने गरबा आयोजनों में मुस्लिमों को न घुसने देने की अपील की थी। इन आयोजन स्थलों के प्रवेश पर ही लोगों की पहचान पत्र की जांच करने को कहा गया था। तोगड़िया ने कहा था कि नवरात्रि मां अम्बे की पूजा-अर्चना का उत्सव है इसलिए बीफ खाने वाले मुस्लिमों को गरबा आयोजनों में न घुसने दिया जाए।
गरबा स्थलों में मुस्लिमों पर पाबंदी का यह नया पैंतरा ऐसे वक्त दिखा है जब गुजरात में हिंदू- मुस्लिमों के बीच खाई और चौड़ी होती जा रही है। माहौल लगातार खराब हो रहा है। पिछले सप्ताह कथित गोरक्षकों ने इनोवा से दो बछड़े लेकर अहमदाबाद जा रहे मोहम्मद अयूब को पीट-पीट कर मार डाला और उसके साथ सफर कर रहे समीर शेख को घायल कर दिया।
बहरहाल, वीएचपी की अपील पर भरूच जिले के दो गरबा आयोजकों ने मुस्लिमों को इसमें न घुसने देने का फैसला किया है। वीएचपी की भरूच यूनिट ने उन दो गरबा आयोजनों का भी विरोध किया है, जिनके आयोजकों में मुस्लिम शामिल हैं।
वीएचपी के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को मेमोरंडम सौंप कर कहा है सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के मुद्दे को देखते हुए मुस्लिमों को गरबा स्थलों पर जाने से रोका जाए। पहले आयोजन के आयोजकों में एक रियल एस्टेट ग्रुप भी शामिल है, जिसके मुस्लिम पार्टनर हैं। मंगलवार को इस आयोजक ने ऐलान किया कि यह अक्टूबर में होने वाले गरबा आयोजन के टिकट मांगने वालों के आइडेंटिटी कार्ड चेक करेगा। इस रियल एस्टेट ग्रुप के आयोजकों में जयदीपसिन्ह राज, जसु पटेल और आसिफ पटेल शामिल हैं। ये लोग भरूच के दुधारा डेयरी ग्राउंड में एक मेगा गरबा इवेंट कर रहे हैं। नौ दिन चलने वाले इस आयोजन का नाम रखा गया है `रास-ए-भरूच’। इसमें एक्टर जैकी श्रॉफ और एक्ट्रेस जरीन खान भी शामिल होंगी।
दूसरे इवेंट के आयोजक हैं शहजादा शेख। सामाजिक कार्यकर्ता शेख बहुसंख्यक समुदाय के दो अन्य लोगों के साथ मिल कर यह इवेंट करवा रहे हैं। हालांकि उन्होंने दोनों पार्टनरों का नाम नहीं बताया। यह आयोजन कॉलेज रोड पर सोनल पार्टी प्लॉट में होगा।
`रास-ए-भरूच’ के आयोजक जयदीपसिन्ह राज ने बताया कि उन्होंने आसिफ पटेल को इसलिए पार्टनर बनाया क्योंकि उनके बॉलीवुड के सेलिब्रिटीज के साथ अच्छे संबंध हैं। चूंकि वीएचपी मुस्लिम पार्टनर को साथ लेकर किए जाने वाले गरबा आयोजनों का विरोध रही है इसलिए हमने अपना पुराना बैनर हटा दिया है। जो नया बैनर लगाया गया है उसमें आसिफ का नाम नहीं है। हमने दो प्राइवेट सिक्यूरिटी एजेंसियों से कांट्रेक्ट किया है। एक भरूच की और दूसरी अहमदाबाद की है। दोनों सिक्यूरिटी एजेंसियों के लोग गरबा स्थलों की सुरक्षा में तैनात रहेंगे। जयदीपसिन्ह राज ने कहा कि हम मुस्लिमों को पास या टिकट नहीं देंगे। आयोजन में आने वालों को आइडेंटिटी कार्ड दिखाने पर ही टिकट मिलेगा।
दक्षिण गुजरात में वीएचपी के संयुक्त सचिव विरल शाह ने हाल में कार्यकर्ताओं के साथ भरूच के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर संदीप सगाले से मुलाकात की थी और उन्हें मेमोरंडम देकर कहा था कि मुस्लिमों को गरबा आयोजित करने की इजाजत न दी जाए।
आसिफ पटेल कोरियोग्राफर हैं और एक लोकल अखबार चलाते हैं। उन्होंने कहा, हमने इस बार बॉलीवुड की सेलिब्रिटीज को बुला कर बड़े नवरात्रि आयोजन का फैसला किया है। इसके लिए जो फंड इकट्ठा हुआ है उसका इस्तेमाल नर्मदा नदी के किनारे बने चित्र माता मंदिर तक जाने के लिए सीढ़ियां और दूसरे इन्फ्रास्ट्रक्चर बनेंगे। हम इस आयोजन के जरिये सांप्रदायिक सद्भाव बढ़ाना चाहते हैं। लेकिन वीएचपी के विरोध के बाद आसिफ पटेल ने कहा कि वह मुसलमानों को आयोजन स्थल पर नहीं आने देंगे। मुस्लिमों को इसके टिकट और पास नहीं बेचे जाएंगे। पटेल ने कहा कि मैं कंपनी का डायरेक्टर हूं और जाहिर है मेरा नाम बतौर आयोजक बैनर में होना ही है। अगर वीएचपी विरोध कर रही है तो मैं भी आयोजन स्थल पर नहीं जाऊंगा। पटेल ने बताया कि नौ दिन चलने वाले गरबा आयोजन के पास 1200 रुपये में उपलब्ध हैं।
इधर, देसाई ने जिलाधिकारी को सौंपे मेमोरंडम में कि उड़ी अटैक का हवाला देते हुए कहा है कि गुजरात हमेशा हाई अलर्ट पर रहा है। उन्होंने पिछले साल भाजपा नेताओं शिरीष बंगाली और प्राग्नेश मिस्त्री की हत्याओं का हवाला दिया और कहा कि एनआईए की जांच में पता चला कि यह अंडरवर्ल्ड की करतूत थी।
मेमोरडंम में यह भी कहा गया है कि गरबा उत्सव हमारे लिए अहम है और यह हमारी धार्मिक भावनाओं से जुड़ा है। लेकिन कुछ मुसलमानों ने ऐसे आयोजनों को हथिया लिया है और अपने हिंदू पार्टनरों के साथ मिल कर इसे पैसे कमाने का धंधा बना दिया है। वे भरूच में ऐसे दो आयोजन कर रहे हैं। साफ है कि उनका मकसद पैसा कमाना है। यही वजह है कि वे इनमें बॉलीवुड सेलिब्रिटीज को बुला रहे हैं।