अमेठी। जिले के थाना बाजार शुक्ल के गाँव महोना में मंगलवार की देर रात हुई एक ही परिवार के 11 लोगो की दिल दहलाने वाली दर्द नाक मौत से पूरा इलाका सहम गया। इस दिल दहला देने वाली वारदात के करीब 24 घंटे बाद वारदात के शिकार हुए लोगों के पोस्टमार्टम से लौटे शवों को बेहद ग़मगीन माहौल में सुपुर्दे खाक कर दिया गया।
इस ग़मज़दा माहौल में शरीक होने के लिए सैकड़ों की संख्या में इलाके के लोग समाजसेवी और नेता मौजूद रहे। वहीँ बुधवार को इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों के उपद्रव की घटना से सबक लेते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा।
11 शवों को एक साथ किया गया सुपुर्दे ख़ाक
आत्मा को झकझोर देने वाली इस वारदात के शिकार हुए लोगों के पोस्टमार्टम से लौटे शवों का उनके पुस्तैनी गांव पुरे बहादुर (दौलतपुर निसूरा ) परम्परागत रूप से अंतिम संस्कार कर दिया गया। एक साथ खोदी गयी 11 कब्रों को देखकर लोग दहल उठे और हर कोई उस मनहूस घड़ी को कोसने लगा जिस पल इतना बड़ा नरसंहार हुआ। सुपुर्दे ख़ाक की कार्यवाही में नमाजे जनाजा सुन्नी जामा मस्जिद व ईद गाह पेश इमाम हाफिज इसरार ने पढाई व दुवाए मगफिरत के लिए दुआ माँगी।नमाजे जनाजा में सैकड़ो से अधिक तादात में लोगो ने नमाज अदा की व मगफिरत की दुआए मांगी।
घटना मंगलवार की देर रात अमेठी जनपद की है के थाना शुकुल बाज़ार इलाके के महोना गाँव में हुई। इस परिवार के 11 लोगों की हत्या हुई है जबकि पुलिस इसको आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या कदम करार दे रही है और मीडिया में भी कुछ इस तरह की कहानी चल रही है।
10 लोगों की गला रेतकर दर्दनाक हत्या और प्राथमिक तौर पर इस घटना का ज़िम्मेदार माने जाने वाले मुखिया जमालुद्दीन ने जिन अपने ही परिवार के जिन 10 लोगों का कत्ल किया उनमें जमालुद्दीन ने अपनी बेटी आफरीन 18 वर्ष,मरियम 11 वर्ष,सानिया 8 वर्ष उज्मा 5 वर्ष के अलावा भाई की पत्नी हुस्ना बानो 35 वर्ष और उसकी बेटी रुबीना 17 वर्ष तहसीन बानो 8 और अपने एक और भाई रईस की पत्नी तब्बसुम 30 वर्ष के साथ उसकी भी बेटियों महक 7 वर्ष और निगार 6 वर्ष फातिमा 6 वर्ष का बेरहमी से कत्ल करने के बाद खुद भी फांसी लगाकर जान दे दी। इस भीषण नरसंहार में जमालुद्दीन के घर की 10 महिलाओं और खुद जमालुद्दीनन को मिलाकर 11 लोगों की मौत हो गयी।
Courtesy: National Dastak