नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को पांच राज्यों में चुनाव के आते ही अन्य पिछड़े वर्ग की याद आई है। उपेंद्र कुशवाहा ने अन्य पिछड़ा वर्ग के वोटरों को लुभाने के लिए पांसा फेंकना शुरु कर दिया है। दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि नवोदय विद्यालयों में अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए आरक्षण न होना चिंता का विषय है।
देश के जवाहर नयोदय विद्यालयों में अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को आरक्षण के लिए आरक्षण नहीं है।। उन्होंने कहा कि "नवोदय विद्यालय में अन्य पिछड़ा वर्ग का आरक्षण नहीं होना विसंगति है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में सरकार इस मुद्दे को संज्ञान में लेगी।"
राज्य मंत्री ने कहा कि देश में 600 जवाहर नवोदय विद्यालय हैं। लेकिन किसी भी विद्यालय में आरक्षण लागू नहीं है। उपेंद्र कुशवाहा ने का मानना है "जवाहर नवोदय विद्यालयों में ओबीसी के संबंध में आरक्षण के प्रावधानों को लागू नहीं किया गया, ये खुद मुझे अच्छा नहीं लगता है।"
केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री ने ये बातें राष्ट्रीय सांस्कृतिक एकता सम्मलेन के दौरान कहीं। उनके मुताबिक "मंत्रालय, हमारे मंत्री और हम सभी का ध्यान इस दिशा में गया है। उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया कि आने वाले समय में इस समस्या को हल किया जाएगा।"
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा "जवाहर नवोदय विद्यालयों में प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षाओं के जरिए दिया जाता है, और इस साल करीब 22 लाख बच्चों ने प्रतियोगी परीक्षा में भाग लिया था जिनमें 40,000 को चुना गया। प्रकाश जावड़ेकर ने आगे कहा कि नवोदय विद्यालयों में अनुसूचित जाति के बच्चों के लिए भी आरक्षण का कम प्रावधान है लेकिन 25 फीसद बच्चे एससी कैटेगरी से आते हैं।"
केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता हैं जो केंद्र में राजग सरकार में सहयोगी हैं. उनका बयान ऐसे समय में आया है जब उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में अगले महीने चुनाव होना है।
Courtesy: National Dastak