अहमदाबाद। भाजपा शासित गुजरात के अहमदाबाद जिले से जिला पुलिस ने दलित नेता जिग्नेश मेवाणी, पाटीदार नेता वरुण पटेल और ओबीसी नेता विक्रम राठौर को उनके 100 समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद इन लोगों को बाद में छोड़ दिया गया।
आपको बता दें कि वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाग लेने गए थे जिसके लिए इन नेताओं ने इस कार्यक्रम का विरोध करने की चेतावनी दी थी जिससे जिला पुलिस ने कार्यक्रम में खलल न डालें इस डर से इन नेताओं को नजरबंद कर दिया था।
जिग्नेश मेवाणी को मंगलवार सुबह उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया वहीं पाटीदार नेता वरुण पटेल और ओबीसी नेता विक्रम राठौर को सरोदा गांव में नजरबंद कर दिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मेवाणी के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत केस दर्ज होने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने दो घंटे के लिए ठाकोर सेना के नेता अल्पेश ठाकुर को भी नजरबंद किया था। ओबीसी आंदोलन के नेता अल्पेश ठाकोर ने कहा था कि वे वाइब्रेंट गुजरात समिति कतई नहीं होने देंगे। प्रधानमंत्री इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए गुजरात आ रहे हैं। वे उनका घेराव करेंगे। अल्पेश ने कहा था कि राज्य का नौजवान बेरोजगार है। वे तीन महीने के अंदर 3 लाख यूवाओं को रोजगार मुहैया कराने की मांग प्रधानमंत्री के सामने रखेंगे।
ठाकुर ने कहा कि हम आम आदमी के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं और पीएम मोदी के सामने उन मुद्दों को रखना चाहते थे। हालांकि जैसे ही हम गांधीनगर के अदालज से रैली करने की घोषणा की वैसे ही हमें नजरबंद कर दिया गया।
Courtesy: National Dastak