मध्य प्रदेश में सागर जिले में स्वच्छता अभियान का कार्यक्रम बुरी तरह फ्लॉप रहा। हालात यहाँ तक रहे कि पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव कार्यक्रम स्थल के बाहर से ही लौट गए और कलेक्टर भी समारोह में शामिल नहीं हुए। शाम चार बजे जब जिला पंचायत के सीईओ कार्यक्रम में पहुँचे तब तक पूरा स्टेडियम खाली हो चुका था और खाली कुर्सियाँ मुंह चिढ़ा रही थीं।
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पंचायत विभाग ने सागर जिले के रहली में 11 बजे कार्यक्रम शुरू होने की सूचना दी थी और ग्रामीण क्षेत्रो से लोग 12 बजे तक पहुँच भी चुके थे। शाम 4 बजे तक कलेक्टर और जिला सीईओ नही पहुंचने पर कार्यक्रम में शामिल होने आये जनप्रतिनिधि, आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता, और ग्रामीण लोग इंतजार करते करते थक गए और वापस लौट गए। समग्र स्वच्छता कार्यक्रम से लोग जब वापस लौट गए तब कहीं जिला सीईओ पहुंचे और खाली कुर्सियों के सामने ही भाषण की औपचारिकता पूरी की और समग्र स्वच्छता अभियान के महत्व के बारे में बताया। उस समय मंच पर केवल वक्ता ही मौजूद थे, श्रोताओं के नाम पर दो-चार लोग ही टहल रहे थे।
कार्यक्रम सही तरह से फ्लॉप हुआ पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव के बाहर से ली वापस लौटने की खबर से। मंत्री के लौट जाने की खबर सुनते ही मंचासीन अतिथियों को छोड़ पूरा स्टेडियम ही खाली हो गया। शाम तक कलेक्टर और जिला सीईओ नहीं पहुँचे थे, इसलिए मंत्री को गुस्सा आ गया और वो लौट गए।
जिला पंचायत सीईओ राजीव रंजन मीणा से कलेक्टर के न आने और मंत्री जी के वापस लौटने के बारे में पूछा गया तो उनके पास कोई संतोषजनक जवाब नहीं था। श्री मीणा ने इतना भर कहा कि कलेक्टर व्यस्तता के कारण नहीं आ पाए और मंत्री को किसी आवश्यक कार्य के लिए जल्दी लौट जाना पड़ा।