दरभंगा जिले के लहेरियासराय में एक बेबस पत्नी को ठंड के कारण प्राण त्यागने वाले पति के अंतिम संस्कार के लिए शव को ठेले पर रखकर सड़कों पर भीख मांगनी पड़ी। इस महिला का पति एक ठेला चालक था और घर में इतने पैसे भी नहीं थे कि अंतिम संस्कार किया जा सके। तब वहीं की स्थानीय पार्षद ने तीन हजार रूपये देकर महिला के पति का अंतिम संस्कार कराया।
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तार-तार होती मानवीयता की दुहाई देता झकझोर कर रख देने वाला एक मामला बिहार के दरभंगा में देखने को मिला। लहेरिया सराय थाना क्षेत्र के नाका नंबर छह निवासी ठेला चालक जीतू मंडल (55) की मौत मंगलवार की सुबह ठंड लगने से हो गयी। घर में अंतिम संस्कार के लिए भी पैसे नहीं थे।
प्रभात खबर के अनुसार, अंतिम संस्कार के लिए जब कोई सामने नहीं आया तब जीतू मंडल की पत्नी खुद ही शव को ठेले पर रखकर लोगों से मदद मांगने के लिए निकल पड़ी। वह दरभंगा-लहेरियासराय मुख्य मार्ग के नाका छह पर पहुंची जहां बीच सड़क पर शव लदा ठेला लगा रो-रोकर लोगों से भीख मांगने लगी।
मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गयी। कुछ लोगों का दिल पसीजा, तो पैसा दिया। बाकी लोग मजमा देख कर निकल गये। इस कारण करीब आधे घंटे तक सड़क पर जाम की स्थिति बनी रही।
घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय पार्षद अनामिका देवी नाका छह पर पहुंचीं। उन्होंने कबीर अंत्येष्टि के तहत मृतक की पत्नी को तीन हजार रुपये दिये।
पैसा जमा होने के बाद शव का अंतिम संस्कार किया जा सका. बताया जाता है कि जीतू पत्नी के साथ नाका नंबर छह के समीप किराये के मकान में रहता था।
Courtesy: Janta Ka Reporter