ऊना से सोमनाथ – 81 किलोमीटर.

UNA DALIT ATYACHAR LADAT SAMITI 
From August 5 to August 15 A March for Justice

गुजरात में ऊना से, जहां गौ-आतंकवाद की घटना हुई, वहां से पास ही है सोमनाथ मंदिर. जब सोमनाथ का धन लूटने के लिए मुहम्मद गजनी ने हमला किया, तो मंदिर बचाने के लिए सिर्फ ब्राह्मण पुजारी थे. जाहिर है, उनके बचाए न कुछ बचना था, न बचा.

मंदिर बचाने अगर गुजरात की पूरी जनता आ जाती तो गजनी के चंद घुड़सवारों को पीछे हटना पड़ता. लेकिन 2016 में अवर्णों का हिंदू धर्म में जो हाल है, उस हिसाब से 11वीं सदी में उनकी दुर्गति की कल्पना कीजिए.

उस समय भी उन्होंने यही कहा होगा – आपका धर्म, आप बचाइए. जैसे कि आज वे कह रहे हैं – आपकी गोमाता की लाश, आप संभालिए. जिस धर्म में दलितों – पिछड़ों का कोई मान नहीं है, क्या आश्चर्य की वह दुनिया का सबसे तेजी से सिंकुड़ता धर्म है.

 

बाबा साहेब ने एनिहिलेशन ऑफ कास्ट में हिंदुओं से साफ कहा है कि तुम लोग बीमार हो, और बाकियों को भी बीमार बना दोगे. उन्होंने बीमारी से उबरने के उपाय भी सुझाए हैं. लेकिन भारत सरकार ने इस किताब को बेचना बंद कर दिया. बीमार ठीक होना नहीं चाहता. बीमारी से प्यार है उसे.

एनिहिलेशन ऑफ कास्ट भारत सरकार अब नहीं बेचती. कोलंबिया यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन उपलब्ध कराया है. 

इस बार स्वतंत्रता दिवस गुजरात के ऊना में. यह है आजादी की दूसरी लड़ाई.‪#‎AazadiKooch

दांडी मार्च और नमक सत्याग्रह के 86 साल बाद एक बार फिर देश की सभी निगाहें गुजरात के मानव मुक्ति संग्राम पर टिक गई हैं.

ऊना मार्च को कल अहमदाबाद के आंबेडकर चौक मे से नीला झंडा दिखाकर रवाना किया जाएगा. 15 अगस्त को ऊना में राष्ट्रीय झंडा फहराया जायेगा.

उम्मीद करता हूं कि मैं उस ऐतिहासिक लम्हे का गवाह बन पाऊंगा.
आमीन!

वाशिंगटन मार्च के 53 साल बाद एक और मार्च मुक्ति के लिए. ‪#‎AzaadiKooch

 

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