पीएम मोदी ने गरीबी रेखा के नीचे गुजारा करने वाले परिवारों को मुफ्त घरेलू रसोई गैस कनेक्शन मुहैया कराने के लिए उज्ज्वला योजना का बलिया से उद्घाटन किया था। इसके अलावा उस समय पीएम मोदी ने बैंकों एवं औद्योगिक घरानों को अपने कर्मचारियों से सब्सिडीयुक्त गैस सिलेंडर छोड़़ने के लिए प्रेरित करने को कहा।
गैस सब्सिडी छोड़ने के लिए कई तरह के अभियान और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। उस समय देश के सभी पेट्रोल पंपों पर भारी खर्चा विज्ञापनों पर किया गया था ताकि लोग प्रेरित होकर गैस सब्सिडी छोड़ दे। टेलिविजन पर गैस सब्सिडी छोड़ने के विज्ञापन को प्रमुख रूप से दिखाया जा रहा था। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक सरकार ने इस पर 250 करोड़ रूपये का खर्च किया था।
गैस सब्सिडी छोड़ने वाली बात पर आज लोकसभा में बोलते हुए कहा कि मुझ जैसे एक सामान्य व्यक्ति ने बातों-बातों में कह दिया था कि जो अफोर्ड कर सकते है वो गैस की सब्सिडी छोड़ दे।
करोड़ो रूपया खर्च करने वाले विज्ञापनों को नज़रअंदाज करते हुए पीएम मोदी ने इस अभियान के बारें में सिर्फ बातों-बातों कहे जाने वाला मामला बना दिया। आपको बता दे विज्ञापनों के अलावा सक्षम एवं सुविधासंपन्न लोगों को सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर छोड़ने के लिए ‘गिव इट अप’ (इसे छोड़ें) अभियान शुरू किया था।
Courtesy: Janta Ka Reporter