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मोबाइल देकर वोट मांगते हुए पकड़ा गया भाजपा प्रवक्ता, लालच देकर वोटरों को गुमराह कर रही भाजपा

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लखनऊ, 2014 के लोकसभा चुनाव में यूपी से बम्पर जीत हासिल करने वाली भाजपा के 73 सांसद पिछले ढाई सालों से सत्ता में तो जरूर हैं लेकिन जनता से मीलों दूर है। अब चुनाव आते ही एकबार फिर से भाजपा को यूपी की याद आयी है। जिसके तहत भाजपा नेता किसी भी तरह से प्रदेश की जनता को बरगलाना चाहते हैं ताकि प्रदेश की सत्ता से वनवास झेल रही भाजपा लोकसभा चुनाव की तर्ज पर जीत दर्ज कर सके।

मोबाइल देकर वोट मांगते हुए पकड़ा गया भाजपा प्रवक्ता, लालच देकर वोटरों को गुमराह कर रही भाजपा

January 10, 2017

प्रदेश की जनता को भाजपा नेताओं द्वारा बरगलाने का प्रयास गोरखपुर में उस समय दिखाई दिया जब एक भाजपा प्रवक्ता लोगों को मोबाइल बाटते पकड़ा गया। दरअसल भाजपा के प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी के खिलाफ राजघाट थाने में मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट के उल्‍लंघन के मामले में धारा 188 और 171एच के अर्न्‍तगत एफआईआर दर्ज की गई है। गोररखपुर सदर की एसडीएम के द्वारा केस दर्ज करवाया गया है।

बता दें कि शलभ मणि ने दो दिन पहले गोरखपुर के नार्मल चौराहे के पास एक मैरिज हाउस में दिव्‍यांग बच्‍चों को मोबाइल फोन बांटा था प्रशासन के अनुसार इस कार्यक्रम के लिए कोई भी परमिशन भी नहीं ली गई थी और ना ही इसकी सूचना जिला निर्वाचन अधिकारी को दी गई थी।

प्रदेश प्रवक्‍ता शलभ मणि त्रिपाठी के साथ तीन अन्‍य लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गयी है जो इस कार्यक्रम के आयोजक थे जिसमें इरफाना तारिक, विनय सिंह, आफताब आलम का नाम है।

अधिकारियों का कहना है कि आचार संहिता लगने के बाद किसी भी नेता को कुछ भी बांटने की इजाजत नहीं दी जा सकती है और इस कार्यक्रम में शलभ मणि ने यहां पर आए लोगों के बीच में बीजेपी को जिताने की अपील करते हुए लोगों को मोबाइल फोन बांटे थे।

इस संबंध में एसपी सिटी हेमराज मीणा का कहना है कि धारा 188 और धारा 171 के तहत राजघाट थाना में लैपटाप, मोबाइल और टैबलेट सहित कम्‍बल बांटने के साथ सभा करने के मामले में अभियोग पंजीकृत किया गया है।
आपको बता दे शलभमणि त्रिपाठी ibn7 के पत्रकार भी रह चुके है अभी हाल ही में वो भाजपा में शामिल हुए हैं।

Courtesy: Dainik Aaj

चुनाव आयोग ने भाजपा को दिया जोर का झटका, कमल छाप मोटर साइकिल को किया सीज: दैनिक आज

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लखनऊ, नोटबंदी के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव प्रचार करने के लिए करीब 5000 मोटर साइकिल खरीदी थी। जिनका इस्तेमाल यूपी चुनाव में होना था। हालाँकि भाजपा की तरफ से ये स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है कि ये बाइक्स उसने कैश पेमेंट या चेक के द्वारा खरीदी थी।

उत्तर प्रदेश

यूपी चुनाव के लिए खरीदी गयी बाइक्स को लेकर चुनाव आयोग ने भाजपा को तगड़ा झटका दिया है। चुनाव आयोग ने भाजपा की कमल संदेश अभियान पर रोक लगा दिया है।

चुनाव आयोग ने भाजपा के कमल वाली मोटर साइकिल से जिलों में प्रचार करने को आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया है।

भाजपा ने कमल सन्देश यात्रा द्वारा यूपी की हर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी कार्यकर्ता मोटर साइकिल पर जाकर चुनाव प्रचार की योजना बनाई थी। जिसके लिए भाजपा ने करीब 5000 बाइक्स खरीदी थी जिनपर कमल निशान छपा हुआ था। भाजपा ने कमल संदेश मोटर साइकिल सवार युवकों की लिस्ट तैयार की थी, जिन्हें हर दिन 300 घरों में जाकर भाजपा का प्रचार साहित्य बांटना था। तैयारियां पूरी हो गई थीं।

18 दिसंबर को भाजपा के इस अभियान को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को हरी झंडी दिखाना था, लेकिन एन मौके पर इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया।

इसके बाद भाजपा आलाकमान ने तय किया कि हर जिले कार्यकर्ताओं को कमल छाप मोटरसाइकिल दी जाएंगी। अभी यह मोटरसाइकिल कुछ जिलों तक ही पहुंची थी कि चुनाव आचार संहिता के चलते निर्वाचन आयोग ने इस पर रोक लगा दी है।

Internet and Social Media an Easy Way to Misuse Religion for Political Ends?

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The present Modi regime’s record of inciteful speech, made by ministers and MPs has been shocking

For the overzealous Indian intelligence and police networks, now with their cyber cells in place, it is not difficult to monitor these and even identify whether or not they are linked to outfits contesting forthcoming polls

Hindutva
Image: Youtube

There has been much hue and cry over the misuse of religion in politics. Being a secular state, Indian law prohibits the misuse of religion in politics. Understood carefully this means that under Sections 153a and 153 b of the Indian Penal Code and 123a and 123b of the Representation of People’s Act, the invocation of faith in a adversarial manner, pitted against ‘other faiths’, claiming superiority’ or being even threatening is clearly taboo.
 
Within days of the recent Supreme Court verdict on the issue, that reiterates broad principles without laying down any guidelines, Member of Parliament(MP) belonging to the Bharatiya Janata Party (BJP, Sakshi Maharaj has made offensive and provocative speeches against one particular community. Complaints have been filed with the election commission.
 
Meanwhile, the increasingly omnipresent What’s APP and internet is replete with music, songs and visuals that are not just incendiary but threatening. The lyrics of this particular song, professionally recorded, “Suno papiyo tumhare Chatti pe ab Shiv tandav hoga…….ram mandir song (https://mp3tunes.ws/suno-papiyo-tumhari-chati-pe-d645232) is a case in point. This tune is being happily spread by these insidious means.

The words of the song are telling:

जो राम का नहीं मेरे काम का नहीं
बोलो राम मंदिर कब बनेगा?
पूछे राम भक्तों से अयोध्या
जा रही है आबरू महा-संग्राम चाहिए
आज कलयुग में राम भक्तों को अपना राम चाहिए
अब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण चाहिए
कार सेवकों की बलिदान को कैसे हम भुलायेंगे
पहले गोली खाई है अब फिर लहू बहायेंगे
जागो जागो अब शहीदों का सम्मान चाहिए
राम भक्तों अब शहीदों का सम्मान चाहिए
आज कलयुग में राम भक्तों को अपना राम चाहिए
अब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण चाहिए
सुनो पापियों तुम्हारी छाती पे अब शिव-ताण्डव होगा
गर मंदिर नहीं बना तो सरयू तट पे तुम्हारा शव होगा
राम के नाम पे हो कुर्बान वो हिन्दुस्तान चाहिए
आज कलयुग में राम-भक्तों को अपना राम चाहिए
अब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण चाहिए
आज कलयुग में राम-भक्तों को अपना राम चाहिए
राम मेरे राम, सीता सीता राम
पतित पवन सीताराम, रघुपति राघव राजा राम, राम मेरे राम
महंत बृजमोहन बाबा का भक्तों यही नारा है
अनुपम देवेन्द्र करो या मरो डरो न वक़्त तुम्हारा है
मोदीजी संसद में सच्चा प्रमाण चाहिए
छप्पन इंच सीने वालों का संविधान चाहिए
आज कलयुग में राम-भक्तों को अपना राम चाहिए
अब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण चाहिए

The chorus even more so:

सुनो पापियों तुम्हारी छाती पे अब शिव-ताण्डव होगा
गर मंदिर नहीं बना तो तुम्हारा सरयू तट पे सर होगा
राम के नाम पे हो कुर्बान वो हिन्दुस्तान चाहिए
आज कलयुग में राम-भक्तों को अपना राम चाहिए
अब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण चाहिए
आज कलयुग में राम-भक्तों को अपना राम चाहिए

edited by : Arya Raghavendra  राम मंदिर का निर्माण चाहिए Bolo Ram Mandir Kab Banega Song by Devendra Pathak


 
Other videos with the same sound track can also be seen on You-Tube. Organisations allegedly affiliated to the RSS, especially the Viswa Hindu Parishad have been reportedly actively using these, with the forthcoming elections in mind, and have been recently blocked from facebook.
 

The present Modi regime’s record of inciteful speech, made by ministers and MPs has been shocking.
For the overzealous Indian intelligence and police networks, now with their cyber cells in place, it is not difficult to monitor these and even identify whether or not they are linked to outfits contesting the polls.

Here is a Video on You-Tube by a Yogi Adityanath Supporter that has 3,00,000 likes
 

The question is, whether this is a priority at all for the agencies, given the majoritarian thrust of the Modi regime.
 
 

आचार संहिता का उल्लंघन करने के आरोप में स्मृति ईरानी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

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लखनऊ। यूपी चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता चुनाव जीतने के लिए तमाम तरह के पैंतरे अपना रहे हैं। तारीखों का ऐलान होती ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है लेकिन वोटरों को लुभाने के लिए भाजपा साम, दाम, दंड, भेद हर तरह के पैंतरे अपना रही है। इस काम में छोटे नेता ही नहीं केंद्रीय मंत्री भी लगे हुए हैं। 

Smiriti Irani
 
अभी कुछ दिन पहले भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने वोटों का ध्रुवीकरण करने के लिए मुस्लिमों को लेकर गलतबयानी की थी। लेकिन अब बारी थी केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी की। उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन कर वोटों को अपनी पार्टी के पाले में खींचने का प्रयास किया है।
 
दरअसल, केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने एक कार्यक्रम उड़ान के तहत बरेली के कांति कपूर छात्रा इंटर कॉलेज में छात्राओं और महिलाओं की एक सभा बुलाई थी। जिसके बाद इस बुलाई गई सभा को जिला प्रशासन ने आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए इस पर कार्रवाई की। ताज्जुब की बात है कि इस कार्यक्रम के लिए नियमों के मुताबिक कोई इजाजत नहीं ली गई थी। 
 
 
आपको बता दें कि शिक्षण संस्थाओं में इस तरह के कार्यक्रम कराने पर आचार संहिता में पाबंदी भी है। कांति कपूर छात्रा इंटर कॉलेज के सभागार में छात्राओं और भाजपा महिला मोर्चा की महिलाओं की एक संयुक्त बैठक बुलाकर वहां उन्हें उड़ान कार्यक्रम के तहत एलईडी पर स्मृति ईरानी का प्रसारण दिखाया गया था। 
 
इस कार्यक्रम में विभिन्न जिलों की छात्राओं और महिलाओं ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए स्मृति ईरानी से सीधे सवाल भी पूछे थे। हालांकि बरेली से किसी छात्रा अथवा महिला ने स्मृति ईरानी से कोई सवाल नहीं पूछा था। इस कार्यक्रम में कपड़ा मंत्री ईरानी ने कई बार भाजपा को विधानसभा चुनाव में वोट देने की अपील भी लोगों से की थी। 
 
इसलिए जिला प्रशासन ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन माना है। जिलाधिकारी पंकज यादव ने इस संबंध में कैंट विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक से रिपोर्ट तलब की है। 
 
जिलाधिकारी का कहना है कि शिक्षण संस्थानों में चुनाव प्रचार करने की आदर्श आचार संहिता में पाबंदी है। चुनाव की घोषणा होने के बाद यहां राजकीय इंटर कॉलेज में लैपटाप बांटने के मामले को भी आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए कोतवाली में प्रथामिकी दर्ज कराई गई है।

Courtesy: National Dastak