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हर मुसलमान है आतंकवादी, राष्ट्रभक्त पार्टी बीजेपी को नहीं चाहिए मुस्लिमों का वोट- बीजेपी सांसद

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बागपत। यूपी चुनाव से पहले भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने मुसलमानों को लेकर विवादित बयान दिया है। बागपत जिले में एक कार्यक्रम के दौरान उन्‍होंने कहा कि मुसलमानों ने न तो भाजपा को कभी वोट दिया है और नहीं कभी देंगे। उन्‍होंने कहा कि अक्सर हर आतंकवादी मुस्लिम होता है। बीजेपी एक राष्ट्रभक्त पार्टी है और यही कारण है कि मुस्लिम समाज बीजेपी को वोट नहीं करता है। वर्मा ने आगे यहां तक कहा कि उन्हें मुस्लिम वोट की जरूरत नहीं है, क्योंकि मुस्लिम कभी बीजेपी को वोट नहीं करेगा। 

Pravesh Verma

बागपत में भाजपा युवा स्तरीय सम्मेलन था जहां वह अतिथि के रूप में पहुंचे थे। अपने इस बयान के बाद प्रवेश वर्मा खुद तो घिरते नजर आ ही रहे हैं बल्कि उनके बयान ने पार्टी के लिए भी मुसीबत खड़ी कर दी है। कार्यक्रम के खत्म होने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मुसलमानों ने तो भाजपा को कभी वोट नहीं दिया और न ही कभी देंगे क्योंकि बीजेपी एक राष्ट्रभक्त पार्टी है।
 
मीडिया से बातचीत में प्रवेश वर्मा ने आगे क‍हा कि अयोध्या में राम मंदिर हर हाल में बनकर रहेगा। इसे दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती है। इसके लिए उन्हें किसी एक समुदाय के वोट की जरूरत नहीं है। प्रवेश वर्मा ने आगे कहा, 'मेरा अनुभव यही कहता है कि मुस्लिम समुदाय बीजेपी को वोट देने से अपनी दूरी बनाकर रखता है।' बता दें कि प्रवेश वर्मा पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद हैं। वह दिवंगत बीजेपी नेता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं।
 
भाजपा सांसद के इस बयान के बाद सियासत गरमा गई है। प्रवेश वर्मा के इस बयान के बाद भाजपा भी विपक्षियों के निशाने पर आ गई है। राजनीतिक दलों ने यह आरोप लगाया है कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ऐसे बयान देकर माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। बीजेपी सांसद के इस बयान के बाद सपा और बसपा प्रवेश वर्मा से माफी मांगने की मांग कर रहे हैं।

Courtesy: National Dastak

Demonetisation: Cash-strapped people protest, vandalise banks in Uttar Pradesh

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Facing shortage of cash after demonetisation, a group of angered customers pelted stones at the SBI branch in Kakroli village in Muzaffarnagar, police said on Tuesday.

SBI ATM

The branch manager Chander Mohan lodged a complaint alleging that some persons pelted stones at the bank last evening and damaged property while they were protesting against the shortage of cash at the bank, SHO Anand Mishra said.

Police has registered a case against unidentified persons in this connection, he said.

In a similar incident at Fatehpur village in Shamli district, about 40 km from here, customers vandalised the branch of UP Gramin Bank on Monday after they were unable to get cash, police said.

People blocked the Shahpur-Kandhla road after the bank in their area ran out of cash, police said.

Police later intervened and cleared the road for traffic movement.

In Jalalabad town of Shamli district, irate people blocked the Delhi-Saharanpur road as they were turned down by the PNB branch.

Traffic movement was affected for several hours due the protests in these area.

 

Courtesy: Janta Ka Reporter

नोटबंदी का क्या करना है खुद ही नहीं समझ पा रही सरकार, फिर U टर्न

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नई दिल्ली। नोटबंदी केंद्र सरकार के लिए गले की हड्डी बनती नजर आ रही है। इसके नियमों को लेकर सरकार हर रोज बयान बदलती नजर आ रही है। एक दिन पहले 19 दिसंबर को 5000 रुपये से ऊपर की रकम एक ही बार में जमा कराने का निर्देश जारी किया गया था। इसमें कहा गया था कि अब तक रकम जमा क्‍यों नहीं कराई यह भी बताया जाए। लेकिन मंगलवार (20 दिसंबर) को जमा क्‍यों नहीं कराने के सवाल की शर्त को वापस ले लिया गया। टीवी रिपोर्ट्स के अनुसार अब 5000 रुपये से ज्‍यादा की रकम जमा कराने पर सवाल नहीं किया जाएगा।

Modi jaitley

गौरतलब है कि केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया(आरबीआई) ने 500 और 1000 रुपये पुराने नोटों को बैंकों में जमा कराने को लेकर 19 दिसंबर को नए निर्देश जारी किए थे। इसके तहत कहा गया था कि 5000 रुपये से ऊपर की रकम एक बार ही जमा कराई जा सकेगी। लेकिन 5000 रुपये से ज्‍यादा जमा कराने पर बैंक के दो अधिकारियों के सामने बताना होगा कि रकम पहले जमा क्‍यों नहीं कराई गई। जवाब संतोषजनक पाए जाने के बाद ही पैसा जमा किया जाएगा।
 

सरकार के इस नए फैसले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आठ नवंबर को किए गए एलान पर सवाल उठा दिया था। मोदी ने नोटबंदी की घोषणा करते हुए कहा था कि जल्‍दबाजी करने की जरुरत नहीं है 30 दिसंबर तक पैसे जमा कराए जा सकते हैं। नई नोटिफिकेशन जारी करते हुए आरबीआई ने कहा, ”यह सफाई ऑन रिकॉर्ड रखी जाएगी जिससे कि बाद में ऑडिट की जा सके। साथ ही कोर बैंकिंग सॉल्‍युशन को भी जानकारी देनी होगी।” वित्‍त मंत्रालय के बयान में कहा गया है, ”बैंकों से कहा गया है कि वे पूछें कि इस तरह के नोट पहले क्‍यों नहीं जमा कराए गए।”
 
आरबीआई ने कहा था कि 5000 रुपये से ज्‍यादा की नकदी नो योर कस्‍टमर से जुड़े खातों में ही जमा की जाएगी। यदि खातों को लेकर नो योर कस्‍टमर के तहत जानकारी नहीं दी गई है तो 50 हजार रुपये तक के जमा पर रोक लगाई जा सकती है। लेकिन यह नियम प्रधानमंत्री गरीब कल्‍याण योजना पर लागू नहीं होंगे। इस नोटिफिकेशन की सफार्इ में वित्‍त मंत्रालय ने कहा कि बैंकों से भीड़ कम करने के लिए ऐसा किया गया है। ज्‍यादातर लोगों ने पुराने नोट जमा करा दिए हैं। गौरतलब है कि आठ नवंबर को 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद करने का एलान किया गया था।