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Nawazuddin Siddiqui’s Ramlila programme cancelled over opposition

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A ‘Ramlila’ programme featuring actor Nawazuddin Siddiqui has been cancelled following opposition by a religious group in Muzaffarnagar, police said Thursday.

Nawazuddin Siddiqui
Image: Indian Express

The actor had yesterday said that he would play the character of ‘Maricha’ in the programme.

Maricha is a rakshasa (demon), who is killed by Rama. His most notable exploit is his role in the kidnapping of Sita, Rama’s wife.

The Ramlila program featuring Nawazuddin at Budhana town has been cancelled over opposition by some Hindu activists, SP (rural) Rakesh Jolly said.

The organisers had to cancel the programme after the activists approached them and expressed their displeasure over Nawazuddin’s participation, he added.

(With inputs from PTI)

Courtesy: Janta Ka Reporter

बलात्कार के बारे में जानें – बॉक्सर मैरी कॉम का अपने बेटों के नाम खुला पत्र

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देश में बलात्कार की बढ़ती घटनाओं के बीच, जानी-मानी बॉक्सर और राज्यसभा सांसद मैरी कॉम ने अपने बेटों के नाम खुला पत्र लिखा है जिसमें बताया है कि उनके साथ भी शारीरिक छेड़छाड़ हुई थी।

Marry Kom

बलात्कार और यौन हिंसा के बारे में जागरूकता फैलाने के इरादे से लिखे गए इस पत्र में मैरी कॉम ने लिखा है- मेरे बेटो, तुम अभी नौ और तीन साल के हो, लेकिन इस उम्र में हमें अपने आपको महिलाओं के साथ व्यवहार को लेकर जागरूक हो जाना चाहिए।

मैरी कॉम का ये पत्र हिंदुस्तान टाइम्स में छपा है। इसमें उन्होंने लिखा है कि उनके साथ सबसे पहले मणिपुर में छेड़छाड़ हुई, फिर दिल्ली और हरियाणा के हिसार में। उन्होंने लिखा है कि एक दिन वे सुबह साढ़े आठ बजे साइकिल रिक्शा से ट्रेनिंग कैंप जा रही थीं, तभी एक अजनबी अचानक उनकी तरफ लपका और उसने उनके स्तन पर हाथ मारा। गुस्से में आकर मैरी कॉम ने उसका पीछा किया लेकिन वो भाग निकला। पत्र में मैरी कॉम ने उसे न पकड़ पाने पर दुख भी जताया क्योंकि वे तब तक कराटे सीख चुकी थीं।

एक अन्य ऐसी ही घटना मैरी कॉम के साथ तब हुई जब वे 17 वर्ष की थीं। उन्होंने लिखा है कि उन्होंने अपने देश के लिए बहुत नाम कमाया और पदक विजेता के रूप में पहचान बनाई लेकिन वे एक महिला के तौर पर भी इज्जत चाहती हैं।

मैरी कॉम ने पत्र में लिखा कि “बेटो, तुम्हारी तरह मुझे भी दो आँखें और एक नाक है। हमारे शरीर के कुछ हिस्से भिन्न है और यही वो चीज है जो हमलोगों को अलग करती है। हम अपने दिमाग का इस्तेमाल अन्य पुरूषों की तरह सोचने के लिए करते हैं और हम अपने हृदय से महसूस करते हैं जैसा कि तुम करते हो। स्तन छूने और नितंब थपथपाने को मैं पसंद नहीं करती। ऐसा मेरे और मेरे दोस्त के साथ दिल्ली और हरियाणा में ट्रेनिंग कैंप से बाहर टहलने के दौरान हुआ।”

“इससे क्या फर्क पड़ता है कि मैं क्या पहनती हूँ और दिन और रात के कब कहाँ जाती हूँ। महिलाओं को बाहर जाने से पहले क्यों सोचना चाहिए? ये दुनिया जितना तुम्हारे लिए है, उतनी ही मेरी भी है। मैं कभी नहीं समझ सकी कि महिलाओं को छूने से पुरुषों को किस तरह का आनंद मिलता है। अब तुम बढ़ रहे हो तो मैं ये बताना चाहती हूँ कि छेड़छाड़ और रेप अपराध है और इसका दंड काफी कठोर है। अगर तुम देखते हो कि किसी युवती से छेड़छाड़ हो रही है तो मेरा आग्रह है कि तुम उस युवती की सहायता करो। ये सबसे दुखद बात है कि हम समाज के प्रति बेपरवाह होते जा रहे हैं। दिल्ली में एक युवती की चाकुओं से गोद-गोदकर हत्या कर दी गई जबकि वहाँ लोग उसकी मदद कर सकते थे, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया।”

पत्र में मैरी कॉम ने अपने बच्चों को पारिवारिक जिम्मेदारियों के बारे में भी समझाने की कोशिश की है। उन्होंने लिखा है, “तुम ऐसे घर में पले-बढ़े हो जहाँ हम लोगों ने तुम्हें सम्मान और समानता के बारे में सिखाया है। तुम्हारे पिता नौ बजे से पाँच तक नौकरी नहीं करते जैसा कि तुम्हारे दोस्तों के पिता करते हैं। तुम्हारे पिता इसलिए घर पर रहते हैं कि हम दोनों में से किसी  एक को तुम लोगों के पास होना जरूरी होता है। ट्रेनिंग और काम के दौरान मैं ज्यादातर वक्त बाहर बिताती हूँ। अब जबकि मैं सांसद हूं तब भी ऐसा ही होता है। मेरे मन में तुम्हारे पिता के लिए बहुत सम्मान है जिन्होंने मेरे लिए और तुम्हारे लिए अपना पूरा समय लगा दिया है। तुम लोग जल्द ही ‘हाउस हसबैंड’ शब्द सुनोगे जो न तो कलंक है और न ही अपमानजनक। तुम्हारे पिता मेरी ताकत हैं, मेरे पार्टनर हैं, और मेरे हर फैसले का वे समर्थन करते हैं…।”

पत्र में मैरी कॉम ने पूर्वोत्तर के लोगों को चिंकी कहकर बुलाए जाने पर भी नाराजगी जताई है और इसे नस्लवादी टिप्पणी कहा है। उन्होंने लिखा है कि तमाम प्रसिद्धि के बावजूद लोग उन्हें उस तरह से नहीं पहचानते जिस तरह से वे क्रिकेटरों को पहचानते हैं, और लोग उन्हें चीनी समझ लेते हैं। सुश्री कॉम ने राज्यसभा का सांसद होने पर गर्व व्यक्त किया है और कहा है कि इस अवसर का लाभ उठाकर वे यौन अपराधों के प्रति जागरूकता फैलाने की कोशिश करेंगी।

मैरी कॉम ने लिखा है कि इस देश के बच्चों को ये बताना उनका कर्तव्य है कि महिलाओं के शरीर पर केवल उनका हक है और उनके साथ किसी तरह की जबरदस्ती नहीं होनी चाहिए। बलात्कार का सेक्स के साथ कोई संबंध नहीं है, ये भी सबको समझना चाहिए। वे लिखती है कि मैं छेड़खानी करने वालों की पिटाई कर सकती हूँ, लेकिन सवाल ये है कि ऐसी स्थिति बनती ही क्यों है।

पत्र के अंत में मैरी कॉम ने ऐसे समाज के निर्माण का आग्रह किया है कि जिसमें लड़कियाँ सुरक्षित हों और सम्मानित हों।
 

मोदी सर्मथकों द्वारा भारतीय डाक का गलत इस्तेमाल, आफिशल ट्विटर अकाउंट से केजरीवाल को बनाया निशाना

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रालय की एक और शर्मिंदगी सामने आई है जिसमें सरकारी डाक विभाग द्वारा भाजपा की गंदी राजनीति देखने को मिली है।

प्रधानमंत्री मोदी से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत दिखा कर पाक को बेनकाब करने की अपील के बाद से केजरीवाल बीजेपी के निशाने पर चल रहे हैं।

India Post Tweet against Kejriwal
बुधवार को भारतीय डाक विभाग के ऑफिशल ट्विटर अकाउंट से केजरीवाल को टैग कर एक ट्वीट किया गया जिसमें उन्हे निशाने पर लिया गया। जिसके बाद ये ट्वीट फौरन डिलीट कर दिया गया लेकिन तब तक वो ट्वीट लोगों तक पहुंच चुका था।

इस ट्वीट में लिखा था, ‘ केजरीवाल जी आपने अपनी ओछी राजनीति और राजनीतिक महत्वकाक्षाओं के चलते हमें इस बार बेहद निराश किया है। इस काम के लिए आप पाकिस्तानी मीडिया की हेडलाईन जरूर बन जाएंगे।’

(जनता का रिपोर्टर द्वारा इस खबर के प्रकाशित किये जाने के बाद दूरसंचार मंत्रालय को सफाई देने पर मजबूर होना पड़ा। मंत्रालय ने भारतीय डाक विभाग के अधिकृत ट्विटर अकाउंट से अपनी सफाई में कहा कि केजरीवाल के खिलाफ मैसेज हैकरों की साज़िश थी।

अपने ट्वीट में भातीय डाक विभाग ने दूरसंचार मंत्राय के दोनों मंत्रियों रवि शंकर प्रसाद और मनोज सिन्हा को भी टैग किया।)

Account hacked & some negative message @ArvindKejriwal has been posted. We sincerely apologies for inconvenience @manojsinhabjp @rsprasad
— India Post (@IndiaPostOffice) October 5, 2016

मोदी सरकार में हिंदुत्व विचाराधारा वाले समर्थकों द्वारा आफिशल गर्वमेंट सोशल मीडिया का इस तरह इस्तेमाल करना नया नहीं है। इस्से पहले प्रधानमंत्री मोदी के रेल मंत्रालय ने केजरीवाल के खिलाफ ट्वीट किया था जब फ्लैक्सी मूल्य बढ़ने पर केजरीवाल ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु की आलोचना की थी।

दक्षिण पंथी ट्विटर ट्रोल को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लंबे समय से आलोचना होती रही है।

गर्वमेंट सोशल मीडिया का मोदी भक्तों द्वारा चलाने का ये इस तरह का चलन राजनीतिक लाभ निकालने और नफरत भड़काने के लिए बहुत खतरनाक है।

भारतीय डाक विभाग के ऑफिशल ट्विटर अकाउंट से केजरीवाल के खिलाफ किए गए इस ट्वीट ने सोशल मीडिया यूर्जस का ध्यान आकर्षित किया है।

गर्वमेंट सोशल मीडिया को आरएसएस समर्थकों द्वारा चलाए जाने पर सोशल साइट्स पर कड़ी निंदा हुई हैं।

Courtesy: Janta ka Reporter