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बेटा नहीं मिला, ABVB के गुंडे गिरफ्तार नहीं किए गये तो 1 जनवरी से आमरण अनशन करूँगी: नजीब की माँ

अगर एक जनवरी तक मेरा बेटा वापस नहीं आया और ABVP के गुंडों की गिरफ़्तारी नहीं की तो मैं दिल्ली के किसी भी बड़े चौराहे पर अपने बेटे मुजीब के साथ भूख हड़ताल पर बैठूंगी. क्या तुम लोग मेरा साथ दोगे..?

JNU najeeb Mother

ये अपील सोशल मीडिया पर 2 दिन से घूम रही है. ये अपील है एक बेबस और मजबूर माँ की जिसका जवान बेटा दिल्ली की एक बड़ी यूनिवर्सिटी से 2 महीने से ज़्यादा समय से गायब है. जेएनयू का छात्र नजीब अहमद 2 महीने पहले ABVB के कुछ छात्रों के साथ हुई झड़प, जिसमें उसे कथित तौर पर बुरी तरह पीटा गया, के बाद से अपने होस्टल से गायब है.

उसी दिन से यूपी से आई हुई उसकी माँ दिल्ली में दर-दर भटक रही है इस उम्मीद में कि कोई तो उसके बेटे को ढूंड कर लाएगा. यूनिवर्सिटी प्रशासन, दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार, यूपी सरकार – ऐसा कोई दर नहीं हैं जहाँ इस दुखियारी माँ ने फरियाद ना की हो लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला.

हैरानी की बात है कि आज तक ABVP के उन छात्रों से कड़ाई से पूछताछ नहीं की गयी जिन्होंने नजीब के साथ मारपीट की थी. इन छात्रों का लाई डिटेक्टर टेस्ट भी नही हुआ क्योंकि उन्होंने इसे करने से इनकार कर दिया.

वहीं नजीब के रूम-मेट का लाई डिटेक्टर टेस्ट करने का आदेश ज़रूर हुआ. उसे भी कई बार दौड़ाने के बाद टेस्ट अब तक नहीं लिया गया.

नजीब को खोजने में दिल्ली पुलिस का रवैया भी बहुत ही उदासीन रहा है. इसको लेकर उसे कोर्ट से फटकार भी पड़ी जिसके बाद पुलिस ने जेएनयू में बड़े स्तर पर तलाशी शुरू की लेकिन नतीजा अब भी वही.

वहीं नजीब की माँ की सेहत भी बिगड़ रही है लेकिन वो बेटे की तलाश छोड़ने को कतई तैयार नहीं हैं. हर तरफ से हताश हो कर अब इस माँ ने ऐलान किया है की अगर साल के अंत तक उनका बेटा नहीं मिला और दोषी छात्रों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वो अपने बड़े बेटे के साथ आमरण अनशन पर बैठ जाएँगी.

उनकी इस माँग का ओवैसी की AIMIM ने भी समर्थन किया है. MIM के नेता जावेद ख़ान ने कहा हमारी माँग है की नजीब को जल्द से जल्द खोजा जाए और ABVP के मारपीट करने वाले छात्रों को सज़ा दी जाए. सही पूछताछ करके गुनहगार का पता लगाया जाए और नजीब की माँ के साथ इंसाफ़ किया जाए.

इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पर नजीब की माँ को बहुत से जाने माने लोगों का समर्थन मिल रहा है. लेखक एवं पत्रकार वसीम अकरम त्यागी ने कई बार इस मुद्दे को उठाया, समाजसेवी नावेद चौधरी अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ अनेक बार नजीब की माँ का प्रोटेस्ट मार्च में साथ दे चुके हैं.

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