बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव के चलते सभा राजनीतिक दल अपनी ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं। चुनाव प्रचार के मामले में बीएसपी पार्टी किसी भी राजनीतिक पार्टी से पीछे नहीं है। 1 फरवरी को मेरठ से चुनावी रैली का आगाज करने वाली बीएसपी पार्टी सूबे में पूरी ताकत झोंक रही है। चुनावी प्रचार की कमान खुद बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने संभाली है।
चुनाव प्रचार के दूसरे दिन आज बसपा सुप्रीमो ने बुलंदशहर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। अपने में संबोधन में सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री सपा, कांग्रेस और बीजेपी पर तीखे हमले किए। भारी जनसमर्थन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश अब कोई स्मारक नहीं बनेगा और न ही मूर्तियां लगाई जाएंगी। मायावती ने साफ सुथरे प्रशासन की बात कहते हुए कहा कि जो अपराधी हैं सरकार बनने पर सलाखों के पीछे होंगे।
मायावती ने बीजेपी पर बरसते हुए कहा कि बीजेपी दलित विरोधी है। उन्होंने लोगों से कहा कि बीजेपी, सपा और कांग्रेस के गठबंधर को वोट न देकर बेदाग रही बीएसपी को वोट दें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। इसे कोई रोक नहीं सकता।
समाजवादी पार्टी के बारे में बसपा सुप्रीमों ने कहा कि इस चुनाव में सपा को काफी नुकसान होगा। क्योंकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने चाचा और मुलायम के भाई शिवपाल सिंह यादव को बहुत अपमानित किया है। उन्होंने कहा सपा में इस समय दो खेमे हैं। ये दोनों खेमे अंदर ही अंदर एक दूसरे को हराने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। इस पार्टी को वोट देने से अल्पसंख्यक वोट भी बेकार जाएगा। सूबे की मौजूदा सरकार से सभी वर्ग की हालत खराब हो गई है।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि बीजेपी के पास उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का कोई चेहरा नहीं है इसीलिए अभी तक बीजेपी ने सीएम कैंडिडेट के नाम का खुलासा नही किया है। मायावती ने आगे कहा कि बीजेपी ने अपने करीबी लोगों को बचाया जबकि मेरी सरकार ने भ्रष्ट लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। भाजपा जातिवादी मानसिकता से ग्रसित है जिसके चलते प्रदेश सहित पूरे देश में दलितों का शोषण किया जा रहा है।
Courtesy: National Dastak