इलाहाबाद। यूपी विधानसभा चुनाव में एक भी मुस्लिम कैंडिडेट को टिकट न देने पर चौतरफा घिरी बीजेपी ने सफाई दी है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने पार्टी का बचाव करते हुए कहा कि पार्टी सभी धर्मों का बराबर आदर करती है। टिकट दें या नहीं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वैसे भी हमें जीतने लायक 20 मुस्लिम कार्यकर्ता भी मिलते तो विचार करते। हमारी नजर और नजरिया सही है। हम धार्मिक चश्में से लोगों को नहीं देखते।
इलाहाबाद में सिटी वेस्ट सीट से चुनाव लड़ रहे पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह के समर्थन में चुनाव प्रचार करने यहां पहुंचे शाहनवाज ने कहा कि हमारी पार्टी चींटी से पहाड़ तक सबकी चिंता करती है। हमारे घोषणा पत्र में ट्रिपल तलाक को लेकर भी आयोग बनाने की बात कही गयी है क्योंकि हम धार्मिक आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं चाहते।
उन्होंने कहा कि अगर डर से भारी संख्या में लोग अपना घर बार छोड़कर भागते हैं तो यह किसी भी जिम्मेदार राजनीतिक पार्टी के लिए चिंता का विषय है। इस समस्या को धार्मिक जुड़ाव के चश्मे से नहीं देखें। उन्होंने राज्य के मुस्लिम बहुल कैराना से हिंदुओं के भारी संख्या में पलायन का जिक्र करते हुए यह कहा।
गौरतलब है कि बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने रविवार को यह कह कर एक विवाद छेड़ दिया था कि पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में किसी मुस्लिम उम्मीदवार को नहीं उतारा है क्योंकि उसे इस समुदाय से जीतने लायक कोई उम्मीदवार नहीं मिला।
उन्होंने राजस्थान के कोटा में संवाददाताओं से कहा कि बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में किसी भी विधानसभा सीट के लिए मुसलमान को टिकट नहीं दिया है क्योंकि पार्टी को एक भी ऐसा उम्मीदवार नहीं मिला, जो जीत सुनिश्चित कर सकता हो। उन्होंने कहा था कि चुनाव में जाति आधार पर टिकट बंटवारा अनिवार्य था।
उन्होंने कहा कि जब आरक्षण जाति के आधार पर दिया जा सकता है, तो पार्टी का टिकट जाति के आधार पर क्यों नहीं बांटा जा सकता? हालांकि, सिंह के साथ हुसैन ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बीजेपी के द्वारा पार्टी के टिकट का वितरण सिर्फ योग्यता आधारित है।
Courtesy: National Dastak