लखनऊ। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे भाजपा के प्रत्याशी जीत के लिए किसी भी हद तक गिरने को तैयार हैं। यहां तक कि वो चुनाव जीतने के लिए खतरनाक बयान देकर दंगे करवाने तक को तैयार हैं। कुछ ऐसा ही बोला है बीजेपी विधायक सुरेश राणा ने। यूपी की थाना भवन सीट से उम्मीदवार सुरेश राणा ने एक रैली के दौरान कहा कि अगर वह जीत गए तो कैराना, देवबंद और मुरादाबाद में कर्फ्यू लगा देंगे।
सुरेश राणा यूपी बीजेपी के उपाध्यक्ष भी हैं। उनका नाम 2013 में मुजफ्फरनगर में हुए दंगों में भी आया था। सुरेश राणा का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो जीतने पर कैराना, देवबंद और मुरादाबाद में कर्फ्यू लगाने की बात बोल रहे हैं। वीडियो में राणा थाना सभा के शामली इलाके में एक सभा को संबोधित कर रहे हैं।
शामली के थाना भवन से बीजेपी प्रत्याशी सुरेश राणा ने एक सभा में बोलते हुए कहा, ‘अगर इस बार चुनाव में जीत गए तो देवबंद और मुरादाबाद में कर्फ्यू लग जाएगा। भारत माता की जय का नारा लगाते हुए शामली से थाना तक जुलूस होगा। हर-हर महादेव का नारा लगाते हुए भगवा लहराएंगे।’
बीजेपी के पूर्व विधायक सुरेश राणा का ये विवादित वीडियो सोशल नेटवर्किंग साइट पर वायरल हो रहा है। ये बीजेपी के वही चर्चित विधायक है जिनका मुज़फ्फरनगर दंगो में नाम सामने आया था।
इस बयान पर बवाल के बाद सुरेश राणा ने अपनी सफाई में कहा, ‘मैंने सिर्फ इतना कहा है कि इस प्रकार के शहरों में गुंडागर्दी का बोलबाला है। अगर मैं जीत जाऊंगा तो इन गुंडागर्दी करने वाले लोगों को भूमिगत होना पड़ेगा और शहर छोड़ना पड़ेगा तो कर्फ्यू लगेगा ही। क्या गुंडागर्दी के खिलाफ बोलना सांप्रदायिकता है? क्या आतंकियों के खिलाफ बोलना सांप्रदायिकता है? यदि ये सांप्रदायिकता है तो मुझे सांप्रदायिक होने में कोई गुरेज नहीं है।’
आपको बता दें कि कैराना, देवंबद और मुरादाबाद मुस्लिम बहुल इलाके हैं। बीजेपी की तरफ से ऐसे दावे किए जाते रहे हैं कि इन इलाकों से हिंदुओं को अपना घर छोड़ने को मजबूर होना पड़ा था। बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में भी एक विभाग बनाने की बात की है जो पलायन पर नजर रखेगी।
इसके अलावा दूसरा विवादास्पद बयान बीजेपी से मोदी के कृषि राज्य मंत्री संजीव बालियान ने दिया है। संजीव बालियान मथुरा के छाता विधान सभा प्रत्याशी चौधरी लक्ष्मी नारायण के पक्ष के एक जनसभा को संबोधित करने मथुरा पहुंचे। यहां पर राजनीति की मर्यादा को तार-तार करते हुए उन्होंने कहा, ‘हमेशा सांप्रदायिकता की राजनीति मुलायम सिंह ने की और मैं उनसे कहना चाहूंगा कि अब तो मरने का समय आ गया है, जीने का समय अब उनका रहा नहीं। समाजवादी पार्टी इसी चुनाव में दफ़न हो जाएगी।’
इसके अलावा तीसरा बयान भी बीजेपी के ही दिल्ली से सांसद रमेश बिधुड़ी का है। मथुरा में ही बिधुड़ी ने कहा कि ‘घर में उम्मीद रहती है कि पोता आए। उसके लिए 9-10 महीने इंतजार करना पड़ता है, या फिर पांच सात महीने में बहु के साथ बच्चा आ जाए तो कैसा लगेगा। अब ये संस्कार तो कांग्रेसः के खानदान में होते होंगे, मायावती के खानदान में होते होंगे। भारतीय संस्कृति में ये संस्कार नहीं होते। इटली में संस्कार होते होंगे कि शादी के बाद 5 -7 महीने में पोते पोती आ जाए।’
Courtesy: National Dastak