मोदी सरकार के 500 व 1000 रुपये के नोट बन्द करने से सबसे ज्यादा परेशानी झेल रहे मध्यम वर्ग के लोग बैंकों की कतारों में मुश्किलों का सामना कर रहे हैं और उनमें से कई लोगों की जान भी जा चुकी है लेकिन भाजपा के नेताओं को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता।
नोट बदलवाने के लिए बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी कतारें लग रही हैं। घंटों लाइन में लगने से लोग परेशान और बीमार हो रहे हैं।
हाल ही में रिटायर्ड कर्मी की बैंक में लाईन लगने के दौरान मौत हो गई। इस मामले में जब भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मप्र प्रभारी डॉ. विनय सहस्रबुद्धे से पूछा गया तो उन्होंने एक विवादित बयान दे दिया।
हिन्दुस्तान टॉइम्स की खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि लोग तो राशन की लाइन में भी मर सकते हैं। विनय सहस्रबुद्धे ने सोमवार को भोपाल में जनसंपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र के निवास पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान ये बात कही। उन्होंने कहा कि देश में कालेधन के खिलाफ संघर्ष चल रहा है।
जनता सत्याग्रही के रूप में थोड़ा कष्ट सहे। ये केवल एक कानूनन निर्णय नहीं, जन आंदोलन है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे जनता की मदद करें। उन्होंने कहा कि लोग बहुत हड़बड़ी में काम कर रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि अभी बहुत समय है सब आराम से अपना काम करवाए।
Courtesy: Janta Ka Reporter