भटिंडा में जिस समय पीएम मोदी अपने भाषण के दौरान लोगों को कैशलैस व्यवस्था के बारें में समझा रहे थे उसी समय गुरजिंदर कौर नामक एक महिला ने नारे लगाने शुरू कर दिए कि ये सब झूठ है। बताया गया कि गुरजिंदर कौर ने एक चिट फंड कंपनी में डेढ़ लाख रुपये लगाए थे और इसमें हुए घोटाले से वह नाराज थीं।
पीएम मोदी अखिल भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान (एम्स) के शिलान्यास के मौके पर भटिंडा में मौजूद थे। वहां लोगों को नोटबंदी से होने वाले फायदे के बारे में बता रहे थे तभी गुरजिंदर कौर नाम की एक महिला चिल्ला पड़ी कि, ”यह सब झूठ है। जनसत्ता की खबर के अनुसार इसके तुरंत बाद ही शिरोमणि अकाली दल के समर्थक गुरजिंदर के सामने खड़े हो गए और बैनर लहराने लगे।
उन्होंने ‘पंजाब सरकार जिंदाबाद’ के बैनर लहराए। इसके बाद महिला पुलिसकर्मी महिला को पकड़कर बाहर ले गए। पुलिस ने महिला को मीडिया से बात करने से रोकने के लिए मुंह को हाथ से बंद कर दिया। बाहर लाने पर गुरजिंदर कौर को पुलिस गाड़ी में बैठाकर ले गई और पीएम मोदी के जाने के बाद ही महिला को रिहा किया गया। भटिंडा की एसएसपी स्वप्न शर्मा ने बताया कि गुरजिंदर चिटफंड कंपनी में पैसा बर्बाद होने से परेशान थी।
पुलिस के अनुसार महिला को नोटबंदी से कोई लेना देना नही है लेकिन पुलिस की इस कारवाई पर अमानवीय व्यवहार करने का प्रर्दशन सार्वजनिक रूप से सबको दिखा।