वाराणसी। यूपी चुनाव नजदीक आते ही भारतीय जनता पार्टी के दिन सही नहीं चल रहे हैं। उनके कार्यकर्ता ही अब पार्टी से नाराज होकर बीजेपी को हराने में लगे हुए हैं। गोरखपुर से बीजेपी के सांसद योगी आदित्यनाथ के संगठन ने जहां एक तरफ बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है वहीं अब उनके प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को बीजेपी कार्यकर्ताओं के कोपभाजन का शिकार बनना पड़ा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का जबरदस्त विरोध देखने को मिला। एक तरफ कार्यकर्ता अपने कैंडिडेट के लिए नारे लगा रहे थे, वहीं यूपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनके साथ धक्का-मुक्की कर दी।
बीजेपी दफ्तर के बाहर प्रदेश अध्यक्ष पर टिकट के बंटवारे में पैसा लेने का आरोप कार्यकर्ताओं ने लगाया। वहीं, शहर के दक्षिणी से लेकर कैंट विधानसभा में परिवादवाद और पैसे का आरोप लगते रहे।
विरोध का आलम ये था कि गाड़ी से उतरने के बाद से लेकर बीजेपी कार्यालय के पत्रकार वार्ता हाल तक सैकड़ों कार्यकर्ता लगातार विरोध दर्ज करा रहे थे। ये विरोध एक विधान सभा नहीं बल्कि वाराणसी की सभी विधानसभा के प्रत्याशियों के खिलाफ था। इस भारी विरोध के चलते कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए सुरक्षा बलों को आना पड़ा।
पसंदीदा प्रत्याशी को टिकट न दिए जाने से भड़के बीजेपी कार्यकर्ताओं का विरोध-प्रदर्शन लगातार जारी है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य व प्रदेश प्रभारी ओम माथुर को कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह घेरकर 'मुर्दाबाद' और 'वापस जाओ' के नारे लगाए।
लखनऊ में भी पार्टी दफ्तर पर दिनभर हंगामा हुआ और प्रदेश अध्यक्ष का पुतला फूंका गया। बस्ती के कार्यकर्ताओं ने पीएम को खून से पत्र लिखकर भेजा है। इससे पहले, गुरुवार को बीजेपी नेता सुंदर लाल दीक्षित और रामबाबू द्विवेदी भी लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष की गाड़ी के आगे लेट गए थे।
Courtesy: National Dastak