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भुजबल के समर्थन में जुटने लगा ओबीसी समुदाय

महाराष्ट्र का ओबीसी समुदाय अब एनसीपी नेता छगन भुजबल के समर्थन में राज्य भर में कई रैलियाँ करने वाला है। पिछड़े वर्ग के हितों की आवाज़ पुरजोर तरीके से उठाने वाले छगन भुजबल इस समय आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल में हैं।

भुजबल के समर्थन में होने वाली पहली रैली उनके गृहनगर नासिक में 3 अक्टूबर को  होगी। ओबीसी समुदाय इस आंदोलन को अब राज्यभर में फैलाने की तैयारी में है। भुजबल के करीबी कृष्णकांत कुदाले कहते हैं, “भुजबल को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है, इसलिए ओबीसी समुदाय में नाराजगी है। इसके अलावा, मराठा समुदाय भी अलग से आरक्षण माँगने के बजाय ओबीसी कोटे में ही आरक्षण माँग रहा है, जिससे ओबीसी की हकमारी होगी।”

भुजबल समर्थक नेता और एनसीपी के सभासद धनंजय कामोदकर कहते हैं, "श्री भुजबल के साथ जो बरताव किया जा रहा है, वो सही नहीं है। वे चल तक नहीं पा रहे हैं, लेकिन उन्हें जमानत नहीं दी जा रही है। अब उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए ओबीसी समुदाय को मैदान में उतरना ही पड़ेगा। "

पहले भुजबल की जाति माली समाज के लोगों ने ये रैलियाँ करने की योजना बनाई थी, लेकिन पंकजा मुंडे और भुजबल की मुलाकात के बाद अब अन्य ओबीसी जातियों ने भी इन रैलियों को सफल बनाने का निर्णय किया है।

गुरुवार को राज्य की महिला और बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे श्री भुजबल से मुलाकात कर चुकी हैं। दोनों ओबीसी नेताओं के बीच मराठों की आरक्षण की माँग समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

जानकारों का मानना है कि पंकजा मुंडे अपने पिता गोपीनाथ मुंडे की मौत के बाद महाराष्ट्र में अपने को ओबीसी चेहरे के रूप में स्थापित करने में लगी हैं। इस समय श्री मुंडे की मौत हो जाने और श्री भुजबल के जेल चले जाने के कारण, राज्य का ओबीसी समुदाय नेतृत्व विहीन महसूस कर रहा है।
 

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