सोनभद्र में बैंकों में कैश खत्म होने पर उपभोक्ताओं ने किया हंगामा
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सोनभद्र/दुद्धी। हिन्दुस्तान टीम
First Published:13-12-2016 09:26:35 PMLast
जिले के बैंकों में कैश की कमी अब भी बरकरार है। मंगलवार को तीन दिन बाद बैंक खुलने पर कैश समाप्त होने की जानकारी मिलते ही कहीं उपभोक्ताओं ने नारेबाजी की तो कहीं बैंककर्मियों के साथ नोकझोंक भी हुई।
दुद्धी स्थित भारतीय स्टेट बैंक में मंगलवार की दोपहर लगभग साढे़ तीन बजे कैश खत्म हो जाने पर लाइन में खड़े लोग उग्र हो गए। लोगों ने बैंक प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। बैंक प्रबंधन ने इसकी जानकारी दुद्धी कोतवाली पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। कुछ देर बाद कैश आ जाने पर लोगों में रुपये बांटे गए। वहीं राबर्ट्सगंज नगर स्थित यूनियन बैंक में मंगलवार की दोपहर लगभग दो बजे कैश खत्म हो जाने पर उपभोक्ता हंगामा करने लगे। वहीं मौजूद अन्य लोगों ने मामले को शांत कराया।
आजमगढ़ : नोटबंदी से आटोमोबाइल बाजार को लगा झटका
नोटबंदी का असर छोटे-बड़े सभी बाजारों पर पड़ा है। कैश न होने से ग्राहकों ने खरीदारी से हाथ खींच लिया है। नोटबंदी का तगड़ा झटका आटो मोबाइल बाजार पर भी देखने को मिल रहा है। एक माह से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी खासकर बाइक की बिक्री पर 30 से 50 फीसदी तक असर पड़ा है। इतना ही नहीं रोजाना 10 लाख तक की बिक जाने वाली बाइक तीन से पांच लाख तक सिमट गई हैं।
शहर में प्रमुख रूप से हीरो, होंडा, बजाज,टीवीएस,यामहा,सुजुकी,यो बाइक कंपनियों की लगभग एक दर्जन शोरूम हैं। आटोमोबाइल बाजार में नोटबंदी के बाद से बाइकों की बिक्री की चाल गड़बड़ा गई है। शादियों की सीजन होने के बाद भी बाइक की ब्रिकी आधे से भी कम हो गई है। आनलाइन पेमेंट व चेक के माध्यम से गाड़ियों की खरीदारी हो रही है। कारोबारियों की मानें तो नोटबंदी से केवल टू व्हीलर के कारोबार पर अधिक असर पड़ा है। फोर व्हीलर की गाड़ियां पहले से ही चेक और बैंकिंग के जरिए बिकती थीं और आज भी बिक रहीं हैं। बाइक लेने के लिए कैश देना पड़ता है।
नोटबंदी के पूर्व रोजाना हीरो की 20 बाइक बिक जाती थी। अब घट कर 10 तक पहुंच गई है। बजाज की बाइक विक्री 12 से घट कर तीन तक पहुंच गई है। जबकि होंडा की बाइक भी 10 से घट कर पांच तक पहुंच गई है। इस तरह से सामान्य दिनों में रोजाना पांच से 10 लाख तक का कारोबार हो जाता था। अब एक दिन में तीन से पांच लाख तक ही गाड़ियां बिक पा रही हैं। शोरू रूम संचालकों का मानना है कि आने वाले समय में शादी का सीजन समाप्त होने के बाद आटो मोबाइल बाजार में और अधिक मंदी देखने को मिल सकती है।
आजमगढ़ जिले के सभी एटीएम रहे बंद, पैसों के लिए हाय तौबा
शहर से लेकर ग्रामीणांचल में सोमवार को एक भी एटीएम का संचालन नहीं हुआ। जिसके चलते कैश को लेकर दिनभर लोगों में हाय तौबा मची रही। गांव के लोग पैसों के लिए शहर की ओर रुख किये लेकिन पैसे नसीब नहीं हो सके।
शनिवार से सोमवार तक तीन दिनों तक बैंक में अवकाश था। लोगों को कैश मिलने का एक मात्र आसरा एटीएम मशीन थी, लेकिन कैश की कमी के चलते सोमवार को शहर समेत ग्रामीण क्षेत्र के एक भी एटीएम का संचालन नहीं हुआ। जिसके चलते सुबह से ही लोग इस एटीएम से उस एटीम को भटकते रहे। सरकारी बैंक के एटीएम तो शनिवार से ही खाली पड़े थे तो वहीं प्राइवेट बैंकों ने शनिवार व रविवार को अपने इक्का-दुक्का एटीएम मशीन का थोड़ा बहुत कैश डाल कर संचालन कराया। सोमवार को प्राइवेट बैंक के भी सभी एटीएम मशीन के शटर गिरे रहे। आम जनता कैश को लेकर काफी परेशान रही। लोग जरूरत के सामानों की खरीद के लिए ऐसे दुकान खोजने में जुटे रहे जहां ऑनलाइन पेमेंट करने की व्यवस्था हो। कैश को लेकर सोमवार को आम जनता में काफी परेशानी देखने को मिली।
एसबीआई मुख्य शाखा का कैशियर निलंबित
नोटबंदी के बाद कमीशनखोरी के आरोप में एसबीआई मुख्य शाखा के वरिष्ठ कैशियर को निलंबित कर दिया गया है। इस सूचना को गुप्त रखने के लिए बैंक प्रबंधन ने पहले कैशियर का तबादला किया फिर निलंबन के आदेश दिए गए।
पिछले सप्ताह कर्मचारी का तबादला हुआ था। कैशियर को बैंक की आंतरिक निगरानी टीम ने पकड़ा।
बैंक के सूत्रों की मानें तो कैशियर पर पहले भी हेरा-फेरी का आरोप लग चुका है और इसके लिए उसे दंडित भी किया जा चुका है। बैंक मुख्यालय से इस मामले में कैशियर की अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों से मिलीभगत की जांच भी की जा रही है।
नोटबंदी के बाद से बैंककर्मियों द्वारा कुछ खाताधारकों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों के उल्लंघन की शिकायतें सामने आई थीं। इसके लिए बनारस के बैंकों की एक संयुक्त टीम भी बनाई गई थी। नोटबंदी के बाद से बैंकों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हुए हैं। नोटों को एक्सचेंज करने और एक आईडी की कई फोटोकॉपी कराकर इसका बेजा इस्तेमाल करने के आरोप भी लगे हैं।