उत्तर प्रदेश में चुनावी आहट शुरू होते ही ओपिनियन पोल का सिलसिला शुरू हो गया है। जैसा कि संभावित था चुनावों में बीजेपी को जीत दिलाने का सिलसिला भी शुरूआत से ही मजबूती के साथ उठाया जा रहा है। बिहार चुनाव में बुरी तरह फेल होने के बाद एबीपी ने यूपी में भी भाजपा को जीत दिलाने की कोशिशें जारी कर दी हैं। देशभर में चल रही बीजेपी विरोधी गतिविधियों के बाद भी यह सर्वे कई सवाल खड़ा कर रहा है। इस सर्वे को ओपिनियन सर्वे नहीं बल्कि ओपिनियन मेकिंग सर्वे बताया जा रहा है।
पढ़िए एबीपी का ओपिनियन पोल….
यूपी में समाजवादी पार्टी में चल रहे महाभारत के बीच एबीपी न्यूज ने सबसे बड़ा ओपिनियन पोल किया है. सर्वे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव को सचेत कर रहा है कि एकजुट हो जाओ नहीं तो सत्ता हाथ से चली जाएगी. मुलायम के लिए विशेष संदेश है कि बेटा अखिलेश जनता में भी आप पर भारी है यह बात अब आपको समझनी होगी.
समाजवादी पार्टी में पिछले दिनों से जो कुछ भी हो रहा है उसकी वजह से पार्टी की जमकर किरकिरी हो रही है लेकिन अखिलेश यादव का सितारा बुलंदियों पर है. विधानसभा चुनाव से पहले पहले नोटबंदी हुई. फिर समाजवादी पार्टी और मुलायम परिवार में झगड़ा हुआ. इन सब से यूपी में चुनाव की तस्वीर उलझ गई है. कौन जीतेगा, कौन हारेगा? कोई आपस में लड़ रहा है, कोई दूसरे की लड़ाई में अपना फायदा देख रहा है. वर्तमान राजनीति का मिजाज समझने के लिए ही एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस ने सबसे बड़ा ओपिनियन पोल किया.
पोल के मुताबिक, सीएम की पहली पसंद कौन?
सीएम के पद के लिए अखिलेश यादव सबसे ज्यादा 28 फीसदी लोगों की पसंद बने वहीं मायावती 21 फीसदी लोगों की पसंद बनी तो बीजेपी के आदित्यनाथ को महज 4 फीसदी तो मुलायम को 3 फीसदी लोगों ने पसंद किया. सर्वे के मुताबिक पारिवारिक विवाद के बावजूद अखिलेश लोगों के बीच अपना चेहरा चमकाने में सफल रहे हैं. सर्वे का लब्बोलुबाब यही दिख रहा है कि फिलहाल यूपी में अखिलेश लोगों की पहली पसंद बनकर उभरे हैं.
Courtesy: National Dastak