नई दिल्ली। अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य द्वारा आरक्षण के खिलाफ दिए गए बयान के बाद मची खलबली से संघ के भीतर भी हलचल मची हुई है। विदित हो कि पिछले दिनों अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में आरक्षण के खिलाफ बयान दिय़ा था। वैद्य के इस बयान की ना केवल देशभर में भर्त्सना हुई बल्कि संघ के अंदर भी भूचाल आ गया।
असल में बिहार विधानसभा चुनाव में हार की एक बड़ी वजह संघ प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान को बताया जाता है जिसमें उन्होंने आरक्षण के समीक्षा की बात की थी। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ ने अपने ऑफिसयल फेसबुक पेज पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें संघ प्रमुख भागवत आरक्षण पर बैकफुट पर आते हुए सफाई दे रहें हैं। सफाई देते हुए भागवत भावावेश में संघ के आरक्षण को लेकर मूल एजेंडे की बात कर जाते हैं।
'जबतक देश में जातिगत भेदभाव है, तबतक जातिगत आरक्षण रहना चाहिेए' यह कहते हुए भागवत यह भी कह जाते है कि सवर्णों को दिल पर पत्थर रखतक आरक्षण बर्दाश्त करना चाहिए। भागवत इस वीडियो में हिन्दू धर्म शास्त्रों की चर्चा करते हुए समतामूलक समाज के निर्माण की बात करते हैं।
सवर्णों को दिल पर पत्थर रखकर आरक्षण बर्दाश्त करने की बात करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत देश के उन सवर्ण सामंती आरक्षण विरोधी ताकतों की भी तुष्टिकरण करते दिखते है। वहीं, भागवत समतामूलक समाज के निर्माण में धर्म की भूमिका की बात करते हुए यह बताना भूल जाते है कि वर्ण व्यवस्था इसी हिन्दू धर्म की देन है।
Courtesy: National Dastak