तरनतारन। देश का कोई भी राज्य यदि बीजेपी शासित है या फिर वहां बीजेपी के गठबंधन की सरकार है तो समझ लीजिए वहां पर दलित समुदाय अत्याचार का शिकार हो रहे हैं। बीजेपी राज्यों में दलितों पर अत्याचार आम बात हो गई है। हत्या, बलात्कार, जातिवाद, छुआछूत और न जाने कितनी ही यातनाएं दलितों को इन राज्यों में झेलनी पड़ती है। ऐसी ही एक खबर बीजेपी गठबंधन की सरकार वाले राज्य पंजाब से आई है। जहां एक दलित युवक की जान ले ली गई।
पंजाब के झब्बाल कस्बे में एक दलित युवक की तेजधार हथियारों से हत्या कर दी गई। आरोपियों ने युवक को घर बुलाकर रातभर पेड़ से बांधकर खूब पीटा और फिर सुबह तेजधार हथियारों से काट डाला। मामला प्रेम-प्रसंग का था जिसके कारण युवक को हथियारों से काट डाला गया। पुलिस ने लड़की के तीन सगे भाइयों और पूर्व सैनिक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
खबर के मुताबिक, दलित जगतार सिंह के 26 वर्षीय बेटे बिक्रमजीत सिंह उर्फ बेगी का गांव की दूसरी जाति की एक लड़की के साथ प्रेम प्रसंग था। पता चलने पर लड़की के परिजनों ने मामला पंचायत में उठाया। युवक ने वादा किया कि वह दोबारा लड़की से नहीं मिलेगा।
इसके पश्चात युवक बेगी अपने काम में जुट गया, लेकिन इसकी रंजिश लड़की के भाइयों ने रखनी शुरू कर दी। बुधवार रात बेगी को लड़की के भाइयों दया सिंह, गुरप्रीत सिंह व मनप्रीत सिंह ने अपने घर बुलाया। जब बेगी वहां पहुंचा तो तीनों आरोपी अपने पड़ोसी पूर्व सैनिक नरिंदर सिंह के साथ मिलकर खेतों में ले गए। वहां बेगी को पेड़ के साथ बांधकर सारी रात पीटा।
बेगी रात को जब घर नहीं पहुंचा तो पिता जगतार सिंह ने ढूंढना शुरू कर दिया। जब वह सुबह सात बजे खेतों की ओर जा रहा था तो उसने बेटे की चीखें सुनीं। जब वह मौके पर पहुंचा तो आरोपी उस पर हथियारों से हमला कर रहे थे। इसके बाद आरोपी भाग गए। जगतार सिंह लहूलुहान बेटे को अस्पताल ले जाने लगा तो बेटे की मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी स्नेहदीप शर्मा, एसपी रुपिंदर भारद्वाज, एसपी हरपाल सिंह रंधावा, डीएसपी जेएस संधू व थाना झब्बाल के प्रभारी जोगा सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जगतार सिंह के बयान पर चारों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया।
Courtesy: National Dastak