गोरक्षकों के हमले – डरावने भारत की तस्वीर


 
दिल्ली से सटे दादरी में पिछले साल सितंबर के दौरान गाय का मांस खाने के शक में मोहम्मद अखलाक को पीट-पीट कर मार डाला गया था। इसके बाद उत्तर भारत में गोरक्षक गिरोहों की ओर से इस तरह के हमलों के मामले बढ़ते गए। इस साल इस तरह के हमलों में अब तक कम से कम तीन लोग मारे गए हैं। बहरहाल गुजरात में मरी हुई गाय की खाल निकालने के आरोप में हुई दलित युवकों की बर्बर पिटाई की जिस पैमाने पर विरोध हुआ वैसा कभी नहीं हुआ था इससे एक ऐसा माहौल बना, जिससे आखिरकार गुजरात की सीएम आनंदीबेन पटेल को इस्तीफा देना पड़ा। ये घटनाएं एक खतरनाक भारत की ओर इशारा करती हैं। हाल में इस तरह की घटनाओं का पर एक सिलसिलेवार नजर –  
 
जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश
हालांकि इस साल यहां इस तरह की कोई घटना नहीं हुई लेकिन पिछले साल (18 अक्टूबर, 2015) अनंतनाग का ट्रक क्लीनर जाहिद अहमद पेट्रोल बम के हमले में मारा गया। 9 अक्टूबर को एक भीड़ ने उस पर हमला किया था। भीड़ कुछ दिनों पहले श्रीनगर में एक स्वतंत्र विधायक इंजीनियर राशिद अहमद की ओर से बीफ पार्टी आयोजित करने का विरोध कर रही थी। हमलावरों पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत कार्रवाई हुई थी।
हिमाचल में 20 साल के नोमान के सिरमौर जिले के लवासा गांव में पिटाई हुई। 17 अक्टूबर, 2015 को गांव वालों ने नोमान और उसके दोस्तों का पीछा किया। इन लोगों पर आरोप था कि ये गायों को सहारनपुर के बूचड़खानों में ले जा रहे थे। नोमान और उसके चार दोस्त और कुछ गांव वालों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए थे। बाद में गांव वालों को हाई कोर्ट से जमानत मिल गई।
पंजाब
 
2 जनवरी  – कथित तौर पर भैंसों को ले जा रहे ट्रकों को रूपनगर जिले में रोक लिया गया। एक ट्रक को जला दिया गया। दोनों ड्राइवर भाग गए।
 
28 मार्च– भैंसों को ले जा रहे ट्रक को रूपनगर-कुराली रोड पर रोक लिया गया। ट्रक ड्राइवर बलकार सिंह को जम कर पीटा गया। उसके खिलाफ गोवध कानून के तहत मामला दर्ज किया गया।
 
31 जुलाई- मुक्तसर जिले में मलौत में खुले में गोकशी के लिए राकेश कुमार और रमेश कुमार को पीटा गया और गोवध कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
 
गुजरात
 
11 जुलाई- गिर सोमनाथ जिले के मोटा समधियाला गांव में कम से कम 35 गोरक्षकों ने गाय काटने का आरोप लगा कर 7 दलितों पर हमला कर दिया। उन्हें लोहे की छड़ों और लाठियों से पीटा गया। चार दलितों का अपहरण कर लिया गया और उन्हें उना ले जाया गया। उन्हें कार से बांधकर पीटा गया और पूरे शहर में घुमाया गया। सार्वजनिक रूप से कोड़े मारे गए। सातों दलितों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पांच गोरक्षकों और भीड़ में शामिल 35 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। दो नाबालिग समेत 31 लोगों को हिरासत में लिया गया। दलितों का कहना था के वे तो सिर्फ मरी हुई गाय की खाल निकाल रहे थे।
 
27 जुलाई – नवसारी में प्लास्टिक की थैली में जानवर का मांस ले जाने के आरोप में गोरक्षकों ने गिरिश सोसा को पीटा।
 
हरियाणा
2 अप्रैल  – 6 मार्च से सहारनपुर से गायब मुस्तैन (27) की लाश कुरुक्षेत्र में मिली। उसके पिता ताहिर ने गोरक्षक दल के चार सदस्यों पर उसकी हत्या का आरोप लगाया। 9 मई को हाई कोर्ट ने इस मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिया।
6 मई –  गाय का मांस ले जाने के आरोप में सोहना में तीन लोगों ने 20 साल के वसीम की जम कर पिटाई की। चौथे शख्स ने उसकी वीडियो रिकार्डिंग की। दूसरों ने उसे बंदूक से धमकाया। इसके बाद लोगों ने इस शख्स के साथ फोटो खिंचाई। इस मामले में वसीम के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज की गई लेकिन कथित गोरक्षकों के खिलाफ कुछ नहीं हुआ। 
 
10 जून- फरीदाबाद में कथित तौर पर बीफ ले जाने का आरोप में गो रक्षकों ने रिजवान और मुख्तियार को जबरदस्ती गोबर खिलाया। बीफ ले जाने के आरोप में दो लोगों को जेल भेजा गया।
 
झारखंड
18 मार्च- मवेशी व्यापारी मजलूम (35)और इम्तियाज खान(12) के पीटा गया। उन्हें लूटा गया और लातेहार जिले के बालूमाथ पुलिस थाने के झाबरा गांव में उन्हें पेड़ पर लटका कर फांसी दे दी गई। पुलिस ने आठ आरोपियों में से पांच को गिरफ्तार कर लिया। अन्य तीन ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। एक आरोपी मिथिलेश साहू गोरक्षकों के दल से जुड़ा था। अन्य उसके सहयोगी थे। सभी आरोपी जेल में हैं। उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। मुकदमा शुरू नहीं हुआ है।
 
मध्य प्रदेश
 
13 जनवरी- गोरक्षकों ने खिड़किया रेलवे स्टेशन पर एक दंपति के थैले की तलाश ली। एतराज करने पर उनकी पिटाई की गई। जिस एक थैले से मांस बरामद किया गया उनका नहीं था। इस मामले में मुकदमा चल रहा है।
 
28 जनवरी – कथित गोरक्षकों ने भाजपा के अल्पसंख्यक सेल के पदाधिकारी अनवर मेव के घर पर हमला किया। उन्होंने वहां से बीफ बरामद होने का दावा किया।
 
26 जुलाई- मंदसौर रेलवे स्टेशन पर बीफ ले जाने के आरोप में दो मुस्लिम महिलाओं को पीटा गया। वीडियो में चार पुरुषों और दो महिलाओं को उन्हें पीटते दिखाया गया।
 
राजस्थान
14 मार्च – चितौड़गढ़ की मेवाड़ यूनिवर्सिटी में होस्टल के कमरे में बीफ पकाने के लेकर कश्मीरी और स्थानीय छात्रों में टकराव हुआ। चार कश्मीरी छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। लैब रिपोर्ट में कहा गया कि मीट बीफ नहीं था।
31 मई– प्रतापगढ़ की छोटी सदाई के एक पिकेट पर सात कथित गोरक्षकों ने 96 बैलों को लेकर जा रहे ट्रकों पर हमला कर दिया। 100-150 लोगों की एक भीड़ ने तीन ट्रक चालकों को पीटा। पुलिस ने जब दखल दिया तो उस पर भी हमले हुए। तीन एफआईआर दर्ज की गई। दो ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ और एक भीड़ के खिलाफ। इसमें कथित तौर पर बजरंग दल के कुछ सदस्य भी शामिल थे।
 
इंडियन एक्सप्रेस से साभार
 

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