नई दिल्ली। पीएम मोदी ने 8 नवंबर को कालाधन और भ्रष्टाचार की बात कहकर 500 और 1000 के नोट बंद कर दिेए। बीजेपी के नेता इसे कालाधन पर सर्जिकल स्ट्राइक बता रहे हैं। लेकिन अब इस सर्जिकल स्ट्राइक के छर्रे जब खुद बीजेपी के नेता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू पर पड़े तो उन्होंने खबर प्लांट करने का आरोप लगाकर कहा कि उन्हें जूते पड़ेंगे।
हालांकि केंद्रीय राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने हाइड्रल प्रॉजेक्ट में लगे करप्शन के आरोप पर सफाई दी है। रिजिजू ने कहा कि उनके खिलाफ झूठी खबरें प्लांट की जा रही हैं। रिजिजू ने एक विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसी खबरें प्लांट करने वाले अगर उनके यहां आएंगे तो जूते खाएंगे। अरुणाचल के हाइड्रल प्रॉजेक्ट में करप्शन के आरोपों में कथित तौर पर रिजिजू का नाम भी सामने आया है।
अंग्रेजी अखबार 'इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट में किरण रिजिजू और उनके एक चचेरे भाई गोबोई रिजिजू (अरुणाचाल में ठेकेदार) का जिक्र किया गया है। हालांकि एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए रिजिजू ने कहा है कि गोबोई नाम का उनका कोई भाई नहीं है।
आपको बता दें कि किरण रिजिजु पर ये आरोप अरुणाचल प्रदेश में एक बड़े हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए बनने वाले 2 बांध में 450 करोड़ रुपए के घोटाले का है। सार्वजनिक उपक्रम की कंपनियों के चीफ विजिलेंस ऑफिसर सतीश वर्मा ने रिजिजू, उनके चचेरे भाई और ठेकेदार गोबोई रिजिजू, नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पॉवर कॉरपोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर और कॉरपोरेशन के कई अफसरों के खिलाफ 129 पन्नों की रिपोर्ट सीवीसी, सीबीआई और ऊर्जा मंत्रालय को भेजी है।