नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र नजीब अहमद को लापता हुए तीन सप्ताह से ज्यादा समय हो रहा है। इस मामले में विश्वविद्यालय के छात्र और नजीब के परिजन प्रशासन के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस प्रदर्शनकारियों को लगातार रोक रही है। दो दिन पहले नजीब की मां को बुरी तरह घसीटकर हिरासत में लिया गया।
देशद्रोह के आरोप में जेल जा चुके कन्हैया कुमार ने अपनी पुस्तक 'फ्रॉम बिहार टू तिहाड़' के विमोचन के मौके पर सरकार पर निशाना साधा। कन्हैया ने कहा, 'उनके पास तो इतनी खुफिया जानकारी थी कि उन्होंने जेएनयू में इस्तेमाल हुए कॉन्डोम की गिनती तक कर ली थी, लेकिन क्या वे अपने उस खुफिया तंत्र का इस्तेमाल ये पता लगाने में नहीं कर सकते कि इतने दिनों से लापता नजीब आखिर है कहां।
कन्हैया बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा के उस बयान के सदर्भ में बोल रहे थे, जो उन्होंने फरवरी में विश्वविद्यालय में चल रहे प्रदर्शनों के दौरान दिया था। अपने बयान में आहूजा ने कहा था, 'जेएनयू में रोजाना 3000 बीयर के केन, 2000 शराब की बोतलें, 10 हजार सिगरेट के टुकड़े, 4 हजार बीड़ी, 50 हजार हड्डियों के टुकड़े, 2 हजार चिप्स के पैकेट, 3 हजार उपयोग किए गए कंडोम और 500 गर्भपात के इंजेक्शन मिलते हैं।' उनके बयान पर खूब चर्चा भी हुई थी।
4 अक्टूबर को होस्टल में हुए विवाद के बाद से नजीब अहमद लापता है। वामपंथी दलों से संबद्ध ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन का आरोप है कि गायब होने से पहले नजीब को बीजेपी से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने बुरी तरह पीटा था। हालांकि एबीवीपी ने इस मामले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है।
Courtesy: National Dastak