जल्लीकट्टू को बैन किए जाने के विरोध में शुक्रवार चेन्नई में सुबह से लेकर शाम तक 12 घंटों का बंद है। स्कूल कालेजों से लेकर बाज़ार कारोबार और निजी दफ्तर आज जल्लीकट्टू के समर्थन में बंद है।
जिन लोगों ने जल्लीकट्टू के प्रतिबंध का विरोध किया है उनमें फिल्मी हस्तियां और दलगत राजनेता हैं। शुक्रवार को ऑस्कर विजेता संगीतकार एआर रहमान ने प्रतिबंध के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए एक दिन का उपवास रखा।
हलचल भरा आंदोलन जो कि शांतिपूर्ण रहा है। लेकिन तमिलनाडु के एक वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारी ने कथित तौर पर इसमे धार्मिक संप्रदाय फैलाने की कोशिश की है।
एच राजा, जिनकी ट्विटर बायो में लिखा हैं कि वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव है अपने कड़े ट्वीट में धार्मिक संप्रदाय को फैलाते हुए एक छात्र की कथित मौत के लिए मुसलमानों को दोषी ठहराया।
उन्होंने लिखा है, “छात्र विग्नेश वासुदेवन पर बेरहमी से मुसलमानों द्वारा हमला किया गया था जल्लीकट्टू आंदोलन में भाग लेने वाले मुसलमानों ने राष्ट्रीय ध्वज पकड़ने पर हमला किया। मैं इसकी निंदा करता हूं। ”
जैसी कि उम्मीद थी उनके ट्वीट से खूब प्रतिक्रिया आई। लेकिन वो अपने मकसद में नाकामयाब हो गए जब तमिल वासियों ने भाजपा नेता की सांप्रदायिकता फैलाने वाले ट्वीट की कड़ी निंदा की।
भुवनेश नाम के ट्वीटर यूर्जर ने लिखा हमारे मुस्लिम दोस्त हमारे साथ आंदोलन कर रहें हैं इस तरह की झूठी खबरे पोस्ट मत करों लोग तुम्हारे खिलाफ जा रहें हैं। आप भी पढ़िए कुछ ट्विटर रिएक्शन-
भाजपा ने तमिलनाडु में चुनावी लाभ निकालने के लिए कथित तौर पर सांप्रदायिक घृणा फैलाने की कोशिश की है जहां पार्टी को अपनी पार्टी के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ा है।
पिछले साल जून में,कुछ भाजपा समर्थकों ने गलत तरीके से चेन्नई तकनीकी विशेषज्ञ स्वाति की नृशंस हत्या के लिए एक मुस्लिम को दोष देने वाला सोशल मीडिया पर उन्माद फैलाया था। उन लोगों में से बेहद खतरनाक नकली प्रचार के आधार पर ट्वीट को पोस्ट किया था जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व बॉलीवुड गायक अभिजीत द्वारा फॉलो था।
Courtesy: Janta Ka Reporter