किसानों के प्रति भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की संवेदनहीनता कोई नई बात नहीं है, लेकिन हैरानी तो तब होती है जब किसान नेता होने का दावा करने वाले नेता किसानों के ही कार्यक्रमों में किसानों को ही खरी-खोटी सुनाने लगें और उनका मजाक उड़ाने लगें।
मध्यप्रदेश में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने किसान चौपाल में ऐसा ही किया। सबसे पहले तो एक किसान ने जब प्याज़ की फसल खराब होने के बारे में बताया तो सांसद को एकदम से गुस्सा आ गया और वे कार्यक्रम छोड़कर ही जाने लगे। मुश्किल से भारतीय किसान संघ के नेताओं ने उन्हें मनाया, लेकिन श्री चौहान के तेवर किसानों के प्रति सख्त ही बने रहे।
नंदकुमार चौहान का कार्यक्रम रविवार को खंडवा में किसानों से मिलने का था। किसान काफी समय से फसल का लाभकारी मूल्य निश्चित किए जाने और सिंचाई का पर्याप्त इंतजाम करने की मांग कर रहे थे। खंडवा में सब्जी मंडी में किसान चौपाल रखी गई। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष इसमें तीन घंटे से ज्यादा देर से पहुँचे।
चौपाल में माकरला गांव के किसान विकास बागुड़दे मंच पर प्याज की माला पहले बैठे थे, जो श्री चौहान को पसंद नहीं आया। ऊपर से विकास ने कह भी दिया कि प्याज के दाम तो मिट्टी में मिल रहे हैं और किसान बर्बाद हो रहे हैं। जब प्याज के दाम ज्यादा होते हैं, तब आप लोग माला पहनते हैं। इतना सुनते ही सांसद भड़क पड़े और बोले, “मैंने तुम्हारी बात सुन ली और अब मेरी बात सुनिए, वरना मैं ज्ञापन लेकर चला जाता हूँ।”
बाद में अपने भाषण में श्री चौहान किसानों को ताने मारते रहे और बोले, आपके ज्ञापन में तो रोना ही रोना है। मैं दाम बढ़ाकर नही दिला सकता। कांग्रेस के समय तो आपको कुछ नहीं मिलता था, और आ जो दे रहा है, उसकी आप तारीफ नहीं करते।
इस तरह किसानों को खरी-खोटी सुनाकर और डांटकर श्री चौहान अपना भाषण देकर चले गए। बाद में किसानों में उनके प्रति गहरी नाराजगी देखी गई। सत्ता के नशे में किसानों की अनदेखी करना और उल्टे अपमानित करना वहाँ मौजूद किसानों में से किसी को रास नहीं आया।
References:
1. किसानों पर भड़क गए नंदकुमार सिंह, भरी सभा में खरी-खोटी सुनाई
2. किसान ने पूछा प्याज पर सवाल तो भड़क गए BJP अध्यक्ष नंदकुमार चौहान