गुजरात के ऊना में दलित पर हुए अत्याचार के विरोध में जिगनेश मेवानी और वकीलों की ओर से कर्नाटक के उडुप्पी में एक कार्यक्रम में हजारों दलितों ने भाग लिया था। कार्यक्रम के बाद आरएसएल ने मंदिर में शुध्दिकरण कराया।
कर्नाटक के उडुप्पी में स्थित कृष्ण मंदिर में रविवार को आरएसएस के एक वरिष्ठ नेता और पेजावर मठ के स्वामी की ओर से शुद्धिकरण का काम किया गया। बता दें कि कुछ दलितों ने 9 अक्टूबर को उडुप्पी मंदिर में बराबरी के अधिकार को लेकर “उडुप्पी चलो रैली” का आयोजन किया था।
रैली में बेंगलुरु से लेकर उडुप्पी तक के हजारों दलितों ने भाग लिया था। जिसके बाद आरएसएस लीडर और युवा ब्रिगेड के हेड चक्रवर्ती सुलीबेले ने मंदिर और शहर की सड़कों के शुद्धिकरण समारोह का आयोजन किया है।
संघ परिवार की युवा बिग्रेड का कहना था कि यहां कृष्ण मंदिरों के आसपास दलितों की जनसभा के बाद ये परिसर अशुद्ध हो गया था। इस वजह से यहां शुद्धिकरण समारोह आयोजित किया गया। मंदिरों के शहर उडुप्पी में इस जनसभा का आयोजन किया गया था।
जनसत्ता की खबर के अनुसार, वहीं संघ परिवार के एक संगठन ने शुद्धिकरण समारोह का आयोजन किया। एक रिपोर्ट के मुताबिक यह शुद्धिकरण समारोह का आयोजन विश्वेश्वा तीर्थ की ओर से आयोजित किया गया था। पेजावर मठ के 86 साल के शंकराचार्य ने ये शुद्धिकरण किया। रिपोर्ट के अनुसार तीर्थ सेलेकर सड़क की झाडू से सफाई की गई।
9 अक्टूबर को हुई दलित रैली के तुरंत बाद युवा ब्रिगेड ने पूरे उडुप्पी शहर की सड़कों को साफ करने का काम किया था। जिसके जवाब में दलित ग्रुप ने प्रशासन से 23 अक्टूबर को एक और रैली का आयोजन करने और इस युवा ब्रिगेड को बैन करने की मांग की थी। हालांकि शहर के एसपी केटी बालकृष्णा ने दोनों मांगो को खारिज कर दिया था।
मजबूर होकर दलित ग्रुप को अपनी रैली टालनी पड़ी, वहीं युवा ब्रिगेड ने 23 अक्टूबर को मंदिर की सफाई कार्यक्रम का आयोजन किया। करीब 500 युवा कार्यकर्ताओं ने मंदिर के शौचालय, पार्किंग, किचन और दूसरी जगहों को साफ किया।
Courtesy: Janta ka Reporter