Categories
Culture Media

क्या अरनब ने खुद इस्तीफा दिया या उन्हे बाहर का रास्ता दिखाया गया ?

जनता का रिर्पोटर द्वारा अरनब गोस्वामी के इस्तीफे की खबर एक्सक्लूसिवली ब्रेक करने के बाद सोशल मीडिया पर खबरों का तूफान आ गया। यकीनन भारतीय मीडिया के लिए ये साल की सबसे बड़ी खबर थी।

जैसे ही ये खबर जनता का रिर्पोटर द्वारा ब्रेक की गई सोशल मीडिया यूर्जस के लिए बात करने का विषय टॉप ट्रेंड में शामिल हो गया।

संपादकीय मीटिंग में उपस्थित पत्रकारों के सामने अरनब ने अपने इस्तीफे के फैसले के बारे में बताया और कहा नई चुनौतियों के लिए मैंने इस्तीफा दे दिया है।

हालांकि मीडिया इंडस्ट्री में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि अरनब ने टाईम्स नॉउ अपनी मर्जी से छोड़ा है या उनसे ऐसा करने के लिए कहा गया।

मुंबई स्थित टाइम्स नाउ के एक पत्रकार ने जनता का रिर्पोटर को बताया कि, ‘ हम मैं से अधिकतर लोगों को अरनब के इस अचानक लिए फैसले पर यकीन नहीं हुआ।” अरनब और उनके बॉस के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था।

अरनब गोस्वामी
This photo was tweeted by Arnab’s colleague Megha Prasad soon after the editorial meet, where he announced his intention to move on

एक पत्रकार ने बताया कि कैसे अरनब को तब शर्मसार होना पड़ा था जब उनके ही अपने बॉस टाइम्स ग्रुप के प्रबंध निदेशक विनीत जैन के ट्वीट से उन्हे विरोधाभास झेलना पड़ा था।

ये बात किसी से छिपी नहीं है कि अरनब ने पाकिस्तानी कलाकारों के खिलाफ बॉलिवुड में काम नही करने के लिए एक अभियान चलाया था। लेकिन वीनीत जैन द्वारा पाकिस्तानी कलाकारों के सर्मथन में किया गया ट्वीट अरनब टाईम्स नॉउ चैनल से जाने की शुरूवात थी।

अपने ट्वीट में जैन ने कहा था कि पाकिस्तानी कलाकारों का समर्थन किया जाना चाहिए। और कहा था कि “पाक कलाकारों का समर्थन करके हम विश्व व्यापी रूप से मजबूत उदार और शांतिपूर्ण रूप से जाने जाते हैं।

अर्नब अपने न्यूज़हॉर शो में कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा की गई खून की टिप्पणी पर बहस कर रहे थे जिसमें अजय आलोक, एक जदयू के प्रवक्ता थे।

आलोक ने अरनब को उनके बॉस द्वारा पाकिस्तानी कलाकारों के पक्ष में किए गए ट्वीट का ताना मारा और टाइम्स नॉउ के पाखंड में लिप्त होने पर पूछा इस पर अरनब ने झुंझलाते हुए कहा, “अजय आलोक, मेरा नाम अर्नब गोस्वामी है। मैं अपने विचारों को जानता हूं और मेरे विचार इस देश के लोगों के साथ संगत रहे हैं। इस देश के गणराज्य और इस देश की सेना। मुझे परवाह नहीं है कि कौन क्या कहता हैं।

अर्नब यहीं नही रुके कुछ मिनट बाद,उन्होंने आलोक को एक बार फिर याद दिलाया है कि वह अपने विचारों के लिए खुद जिम्मेदार है। कोई और नहीं।

उन्होंने कहा, “मैं यह बार-बार कहूंगा कि। मैं अपने विचारों का खुद मालिक हूं, मैं ये साफ कर रहा हूं कोई भी मेरे विचारो का मालिक नहीं है।

Courtesy: Janta Ka Reporter

 
Exit mobile version