महाराष्ट्र के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रावसाहेब दानवे एक विवादित बयान देकर चर्चाओं में आ गए उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले की शाम बहुत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि आपको अचानक लक्ष्मी के दर्शन होते हैं। अगर ऐसी लक्ष्मी आपके दरवाजे पर आ रही है तो उसका स्वागत कीजिए।
दानवे ने निकाय चुनाव के तीसरे चरण के एक दिन पहले पैठन में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव से पहले की शाम बहुत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि आपको अचानक लक्ष्मी के दर्शन होते हैं। अगर ऐसी लक्ष्मी आपके दरवाजे पर आ रही है तो उसका स्वागत कीजिए। लेकिन आपने जिसे भी वोट देने का निश्चय किया है उस फैसले पर अडिग रहें।
मीडिया रिपोट्स के अनुसार, सामाजिक कार्यकर्ता विश्वंभर चौधरी और अंजलि दमानिया ने राज्य चुनाव आयोग से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे के विवादित बयान पर पार्टी को कारण बताओ नोटिस की मांग की। दमानिया के मुताबिक, दानवे ने ऐसा बयान देकर वोटरों को वोट के बदले नोट के लिए प्रोत्साहित किया है। उनका का यह बयान चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है। साथ ही यह गैरलोकतांत्रिक व भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला भी है।
इसके अलावा कांग्रेस ने राज्य चुनाव आयोग से कहा कि उनके खिलाफ चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया जाए। राज्य पार्टी के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा, दानवे का बयान वोटरों से चुनाव प्रचार के दौरान धन स्वीकार करने की अपील करने जैसा है।
जबकि दूसरी और राज्य चुनाव आयुक्त जेएस सहरिया ने बताया कि दानवे को मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया जा चुका है।
Courtesy: Janta Ka Reporter