लखनऊ, 2014 के लोकसभा चुनाव में यूपी से बम्पर जीत हासिल करने वाली भाजपा के 73 सांसद पिछले ढाई सालों से सत्ता में तो जरूर हैं लेकिन जनता से मीलों दूर है। अब चुनाव आते ही एकबार फिर से भाजपा को यूपी की याद आयी है। जिसके तहत भाजपा नेता किसी भी तरह से प्रदेश की जनता को बरगलाना चाहते हैं ताकि प्रदेश की सत्ता से वनवास झेल रही भाजपा लोकसभा चुनाव की तर्ज पर जीत दर्ज कर सके।
प्रदेश की जनता को भाजपा नेताओं द्वारा बरगलाने का प्रयास गोरखपुर में उस समय दिखाई दिया जब एक भाजपा प्रवक्ता लोगों को मोबाइल बाटते पकड़ा गया। दरअसल भाजपा के प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी के खिलाफ राजघाट थाने में मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट के उल्लंघन के मामले में धारा 188 और 171एच के अर्न्तगत एफआईआर दर्ज की गई है। गोररखपुर सदर की एसडीएम के द्वारा केस दर्ज करवाया गया है।
बता दें कि शलभ मणि ने दो दिन पहले गोरखपुर के नार्मल चौराहे के पास एक मैरिज हाउस में दिव्यांग बच्चों को मोबाइल फोन बांटा था प्रशासन के अनुसार इस कार्यक्रम के लिए कोई भी परमिशन भी नहीं ली गई थी और ना ही इसकी सूचना जिला निर्वाचन अधिकारी को दी गई थी।
प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी के साथ तीन अन्य लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गयी है जो इस कार्यक्रम के आयोजक थे जिसमें इरफाना तारिक, विनय सिंह, आफताब आलम का नाम है।
अधिकारियों का कहना है कि आचार संहिता लगने के बाद किसी भी नेता को कुछ भी बांटने की इजाजत नहीं दी जा सकती है और इस कार्यक्रम में शलभ मणि ने यहां पर आए लोगों के बीच में बीजेपी को जिताने की अपील करते हुए लोगों को मोबाइल फोन बांटे थे।
इस संबंध में एसपी सिटी हेमराज मीणा का कहना है कि धारा 188 और धारा 171 के तहत राजघाट थाना में लैपटाप, मोबाइल और टैबलेट सहित कम्बल बांटने के साथ सभा करने के मामले में अभियोग पंजीकृत किया गया है।
आपको बता दे शलभमणि त्रिपाठी ibn7 के पत्रकार भी रह चुके है अभी हाल ही में वो भाजपा में शामिल हुए हैं।
Courtesy: Dainik Aaj