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मोदी सर्मथकों द्वारा भारतीय डाक का गलत इस्तेमाल, आफिशल ट्विटर अकाउंट से केजरीवाल को बनाया निशाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रालय की एक और शर्मिंदगी सामने आई है जिसमें सरकारी डाक विभाग द्वारा भाजपा की गंदी राजनीति देखने को मिली है।

प्रधानमंत्री मोदी से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत दिखा कर पाक को बेनकाब करने की अपील के बाद से केजरीवाल बीजेपी के निशाने पर चल रहे हैं।

India Post Tweet against Kejriwal
बुधवार को भारतीय डाक विभाग के ऑफिशल ट्विटर अकाउंट से केजरीवाल को टैग कर एक ट्वीट किया गया जिसमें उन्हे निशाने पर लिया गया। जिसके बाद ये ट्वीट फौरन डिलीट कर दिया गया लेकिन तब तक वो ट्वीट लोगों तक पहुंच चुका था।

इस ट्वीट में लिखा था, ‘ केजरीवाल जी आपने अपनी ओछी राजनीति और राजनीतिक महत्वकाक्षाओं के चलते हमें इस बार बेहद निराश किया है। इस काम के लिए आप पाकिस्तानी मीडिया की हेडलाईन जरूर बन जाएंगे।’

(जनता का रिपोर्टर द्वारा इस खबर के प्रकाशित किये जाने के बाद दूरसंचार मंत्रालय को सफाई देने पर मजबूर होना पड़ा। मंत्रालय ने भारतीय डाक विभाग के अधिकृत ट्विटर अकाउंट से अपनी सफाई में कहा कि केजरीवाल के खिलाफ मैसेज हैकरों की साज़िश थी।

अपने ट्वीट में भातीय डाक विभाग ने दूरसंचार मंत्राय के दोनों मंत्रियों रवि शंकर प्रसाद और मनोज सिन्हा को भी टैग किया।)

Account hacked & some negative message @ArvindKejriwal has been posted. We sincerely apologies for inconvenience @manojsinhabjp @rsprasad
— India Post (@IndiaPostOffice) October 5, 2016

मोदी सरकार में हिंदुत्व विचाराधारा वाले समर्थकों द्वारा आफिशल गर्वमेंट सोशल मीडिया का इस तरह इस्तेमाल करना नया नहीं है। इस्से पहले प्रधानमंत्री मोदी के रेल मंत्रालय ने केजरीवाल के खिलाफ ट्वीट किया था जब फ्लैक्सी मूल्य बढ़ने पर केजरीवाल ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु की आलोचना की थी।

दक्षिण पंथी ट्विटर ट्रोल को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लंबे समय से आलोचना होती रही है।

गर्वमेंट सोशल मीडिया का मोदी भक्तों द्वारा चलाने का ये इस तरह का चलन राजनीतिक लाभ निकालने और नफरत भड़काने के लिए बहुत खतरनाक है।

भारतीय डाक विभाग के ऑफिशल ट्विटर अकाउंट से केजरीवाल के खिलाफ किए गए इस ट्वीट ने सोशल मीडिया यूर्जस का ध्यान आकर्षित किया है।

गर्वमेंट सोशल मीडिया को आरएसएस समर्थकों द्वारा चलाए जाने पर सोशल साइट्स पर कड़ी निंदा हुई हैं।

Courtesy: Janta ka Reporter

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