रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईफ़ोन, एंड्रॉयड और विंडोज फोन के लिए काफी धूमधाम के साथ अपने सरकारी ऐप को लांच किया था। उन्होंने देश की जनता से कहा था कि इस ऐप का उपयोगऐप करें और नोटबंदी पर 10 सवालों के जवाब दें।लगभग सात लाख लोगों ने इस एप्लिकेशन को डाउनलोड किया। लेकिन 1 दिसंबर को, एक 22 वर्षीय युवक की ऐप को हैक करने में कामयाब रहा।
मुंबई के एक 22 वर्षीय युवक जावेद खत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐप को हैक करने का दावा किया है। जावेद का कहना है कि उसका इरादा किसी तरह की परेशानी पैदा करना नहीं बल्कि ऐप की खामियों को उजागर करना है।
- गुरुवार देर रात जावेद खत्री, जो एक मोबाइल एप्लिकेशन डेवलपर है ट्वीट करके दावा किया कि उसने पीएम मोदी का ऐप हैक कर लिया था।और वह यूजर्स के निजी डेटा तक पहुंच बना सकता था।
- निजी डेटा में ईमेल आईडी और यहां तक कि केंद्रीय मंत्रियों के मोबाइल नंबर भी शामिल हैं।
- उसने कहा कि इस कवायद का मकसद केवल 70 लाख से यूजर्स के डेटा से जुड़े जोख़िम के प्रति ध्यान खींचना था।
- युवा हैकर ने बताया यह सिर्फ इस सुरक्षा बचाव को दिखाने का रास्ता है जो मैं दिखाना चाहता था। सात लाख से अधिक यूजर की गोपनीयता दांव पर है अगर इसे नजरअंदाज कर दिया जाता है। “
एनडीटीवी की खबर के अनुसार, इस युवा हैकर ने बताया “यह भारी सुरक्षा खामी है जिसे मैं बताना चाहता हूं। यदि इन खामियों पर ध्यान नहीं दिया गया तो इन 70 लाख यूजर्स की निजता दांव पर है।”
जावेद ने कहा, वो चाहता तो यूजर्स की निजी डेटा तक पहुंच सकता था जिनमें केंद्रीय मंत्रियों के ई-मेल एड्रेस और फोन नंबर भी शामिल थे। मेरा मकसद सिर्फ सुरक्षा की कमियों को उजागर करना था।
- बीजेपी के सूचना एवं तकनीकी के राष्ट्रीय संयोजक अमित मालवीय ने इस बारे में बताया, एप्लिकेशन में किसी का भी निजी या संवेदनशील डेटा नहीं है। एप्लिकेशन यूजर की जानकारी एन्क्रिप्टेड मोड पर होती है। हम जावेद खत्री का धन्यवाद करना चाहेंगे उन्होंने ऐप की सुऱक्षा पर ध्यान दिया। इसके बाद हमने ऐप की सुरक्षा उपयोग पर चर्चा की है विभिन्न सुरक्षा उपाय इसमें बढ़ाए जाएंगे।
Courtesy: Janta Ka Reporter