- राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा-यह पहली बार हो रहा है कि प्रधानमंत्री खुद नहीं आ रहे. वह इस पर स्टेटमेंट नहीं दे रहे हैं. आपने बिना तैयारी के नोटबंदी लागू की. इससे आम आदमी परेशान है. उन्हें इस पर बयान देना चाहिए. वह सिर्फ बीजेपी के ही नहीं, हमारे भी पीएम हैं. हम प्रधानमंत्री को कब सुनेंगे.
- पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि नोटबंदी से जीडीपी में 2 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है. नोटबंदी में अमल में काफी अव्यवस्था दिख रही है. बदइंतजामी से लोग परेशानी हैं. पीएम को इस योजना को रचनात्मक तरीके से लाना चाहिए था. पीएम ने लोगों से 50 दिन मांगे हैं, जो लोगों पर भारी पड़ेंगे. आरबीआई और पीएमओ इसे लागू करने में पूरी तरह फेल रहे. आपने ऐसा किस देश में सुना है कि पैसा जमा कराने के बाद निकालने की इजाजत नहीं होती.
- सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा कि यह फैसला यूपी चुनावों को ध्यान में रखकर लिया गया. आपके पास जितनी करेंसी उसका 10 प्रतिशत ही दे पाए. वित्तमंत्री को भी भरोसे में न लेना कितना सही है. यही नहीं काली स्याही लगाने का निर्णय भी पूरी तरह गलत है.
- पीएम मोदी के भावुक होने को लेकर भी निशाना साधा और कहा कि भावुक प्रधानमंत्री हमारे देश की रक्षा कैसे करेंगे. अगर हमारे प्रधानमंत्री को जान का खतरा हो सकता है तो पाकिस्तान से हमारे देश की रक्षा कौन करेगा?
- उधर, नोटबंदी को लेकर लोकसभा में भी हंगामा हुआ. संसद में जारी गतिरोध के बीच विपक्षी समाजवादी पार्टी के सांसद अक्षय यादव ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन पर कागज के टुकड़े फेंक दिए. इससे गुस्साई लोकसभा स्पीकर ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी और माना जा रहा है कि यादव के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.
पूरी खबर के लिए यहाँ क्लिक करें
आभार: http://khabar.ndtv.com