नोटों की वजह से अटका महिला का अंतिम संस्कार

नई दिल्ली। नोट बंद होने का असर लोगों की आम जरूरतों पर भयंकर तरीके से प्रभावी हो रहा है। मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड में 1000 और 500 के नोट बंद होने से एक महिला की अंत्येष्टि नहीं हो पा रही। छतरपुर जिले के मातवान मोहल्ला में रहने वाली 70 साल की राजबाई की मंगलवार (8 नवंबर) को बीमारी के चलते मौत हो गई थी। लेकिन अब उनका अंतिम संस्कार होने में परेशानी आ रही है। 

funeral

अंतिम संस्कार न होने की मुख्य वजह 1000 और 500 के नोटों का न चलना बताया जा रहा है। मृतक के परिजनों नातिन अनुराधा और बेटा कैलाश की मानें तो घर में 100 के महज 2-4 नोट ही हैं बाकी 500 और 1000 के हैं। सरकार के फैसले की वजह से अब लोग उनसे नोट नहीं ले रहे। परिवार के एक सदस्य ने बताया, ‘जब हम अंत्योष्टि का सामान लेने बाजार गए तो दुकानदारों ने 1000 और 500 के नोटों को लेने से मना कर दिया है। जिसके कारण हम खरीददारी नहीं कर पाये और हमें खालीहाथ घर वापिस लौटना पड़ा। वहीं अब हम मोहल्लेवालो, और रिश्तेदारों, परिचितों से 100 और 50 के नोट एकत्रित कर रहे हैं। तब कहीं जाकर बाजार में जाकर सामन लेकर आएंगे तब कहीं अंत्योष्टि हो सकेगी।’
 
जनसत्ता की रिपोर्ट के अनुसार, गांधी चौक बाजार मेन मार्केट रामगली बजरिया स्थित व्यापारी राजीव मातेले ने कहा, ‘हम लोगों ने आज सुबह से ही 1000 और 500 के नोट लेना बंद कर दिये हैं। जिससे ग्राहक और व्यापारी दोनों परेशान हैं और मार्केट में भी मंदी छाई हुई है।’
 
मंगलवार को पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश में कहा कि नए नोट जल्द से जल्द सरकुलेट कर दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि मंगलवार आधी रात से 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए जाएंगे। नौ और 10 नवंबर के बीच एटीएम से पैसे निकालने की बंदिश होगी। 11 नवंबर तक अस्‍पतालों में पुराने नोट दिए जा सकेंगे। 9 और 10 नवंबर को एटीएम नोट काम नही करेंगे। 72 घंटे तक पुराने नोट से रेलवे, सरकारी बसों और एयरपोर्ट पर टिकट खरीद सकेंगे। वहीं बैंक ट्रांजेक्‍शन जारी रहेगा। ऑनलाइन पेमेंट, डेबिट, क्रेडिट और डिमांड ड्राफ्ट से भुगतान भी जारी रहेगा। नौ नवंबर को सारे बैंक बंद रहेंगे। आगे से ये सिर्फ कागज का टुकड़ा रह जाएंगे।

Courtesy: National Dastak

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