December 27, Balia, Navbharat Times
बैंक की कतार में खड़े 70 साल के बुजुर्ग की मौत
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में रुपये निकालने के लिए बैंक के आगे कतार में खड़े एक बुजुर्ग की गश खाकर गिरने से मृत्यु हो गयी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सहतवार थाना क्षेत्र के डुमरिया गांव के निवासी गरजू चौधरी (70) सोमवार को सहतवार कस्बे में स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा से रुपये निकालने गए थे। वह कतार में खडे थे, तभी वह अचानक बेहोश होकर गिर गए और उनकी तत्काल मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि कतार में खड़े अन्य लोगों के हस्तक्षेप से बैंक शाखा प्रबन्धक ने मृतक की पत्नी को धन का भुगतान कराया।
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जिलाधिकारी गोविन्द राजू एन. एस. ने बताया कि उन्होंने इस मामले में संबंधित उपजिलाधिकारी से जांच रिपोर्ट मांगी है।
December 27, Ghaziabad, Navbharat Times
नोटबंदी के चलते जिले में 8वीं मौत
एनबीटी न्यूज, गाजियाबाद
नोटबंदी से परेशान होकर विजयनगर के मवई गांव में रहने वाले एक शख्स ने सोमवार देर रात स्यूसाइड कर लिया। बताया जा रहा है कि नोटबंदी के बाद 48 दिन में उसे महज 2 दिन ही काम मिला था। वहीं, 2 महीने से न तो वह बच्चों की फीस भर पाया था, जिससे बच्चों को स्कूल से निकाल दिया गया था। साथ ही, 2 महीने से घर का किराया भी नहीं दे सका था। ऐसे में वह काफी परेशान चल रहा था। मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने डेडबॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
नोटबंदी के बाद से था परेशान
प्रधानमंत्री का नोटबंदी का फैसला गाजियाबाद में रहने वाले एक परिवार पर कहर बनकर टूटा है। मूलरूप से इलाहाबाद निवासी कुलदीप शुक्ला (35 वर्ष) पत्नी उमा और तीन बच्चों हर्षदीप (12 वर्ष), यशदीप (6 वर्ष) व नंदनी (4 वर्ष) के साथ विजयनगर के मवई गांव में किराए पर रहता था। वह दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता था। उमा ने बताया कि नोटबंदी के बाद से कुलदीप को सिर्फ 2 ही दिन काम मिला था। आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते वह तनाव में रहने लगा था। सोमवार देर रात उसने प्लास्टिक की रस्सी से फंदा बनाकर स्यूसाइड कर लिया। मंगलवार सुबह करीब 6 बजे उमा उठी तो कुलदीप के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। जवाब नहीं मिलने पर उसने खिड़की में हाथ डालकर कमरे का दरवाजा खोला तो घटना की जानकारी हुई। उमा की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए और पुलिस को मामले की सूचना दी।
स्कूल से निकाल दिए गए थे बच्चे
कुलदीप के भतीजे अभिमन्यु पांडे ने बताया कि कुलदीप के तीनों बच्चे क्षेत्र में स्थित एक प्राइवेट स्कूल की 8वीं, चौथी और पहली कक्षा में पढ़ते थे। आर्थिक तंगी के चलते वह 2 महीने से स्कूल की फीस नहीं भर पाया था। आरोप है कि इसके चलते दिसंबर में स्कूल प्रबंधन ने उसके बच्चों को स्कूल से निकाल दिया था। इसके अलावा कुलदीप अपने मकान का किराया भी नहीं दे पा रहा था। हालांकि मकान मालिक ने इसके लिए उस पर कोई दबाव नहीं बनाया, लेकिन इन वजहों से कुलदीप काफी परेशान था।
कई दिन से सो रहा था अलग
अभिमन्यु की मानें तो कुलदीप काफी परेशान था और कुछ दिन से वह अलग कमरे में सोने लगा था। सोमवार को भी उमा तीनों बच्चों के साथ अलग कमरे में सो रही थी। वहीं, दूसरे कमरे में अकेले सो रहे कुलदीप ने रात के समय स्यूसाइड कर लिया।
कोट : मौके से कोई स्यूसाइड नोट नहीं मिला है। शुरुआती जांच में कुलदीप की आत्महत्या की वजह आर्थिक तंगी सामने आई है। हालांकि मृतक की पत्नी से किसी के खिलाफ शिकायत नहीं दी है। – नीरज कुमार, एसएचओ, विजयनगर
अब तक 6 लोग गंवा चुके हैं जान
11 नवंबर : लोनी में डॉक्टर ने चेंज न होने की वजह से एक बच्चे की इलाज करने से इनकार कर दिया। इससे बच्चे की मौत हो गई।
15 नवंबर : कुंवरपाल के 2 साल के बेटे को एक प्राइवेट डॉक्टर ने 500 रुपये का पुराना नोट होने के चलते दवा नहीं दी। समय से इलाज न मिलने से बच्चे ने जान गंवा दी।
17 नवंबर : हादसे में घायल महावीरी का इलाज हॉस्पिटल ने पुराने नोट न होने के चलते नहीं किया। इलाज के अभाव में उन्होंने दम तोड़ दिया।
19 नवंबर : बीमार होने के बावजूद ढाई घंटे तक लाइन में लगी मुरादनगर की सलीमन को कैश नहीं मिला तो वह चक्कर खाकर सड़क पर गिर गईं। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
29 नवंबर : न्यू आर्यनगर के रहने वाले मुन्ना लाल की मौत कैश नहीं होने के कारण हो गई थी। डॉक्टरों ने फोड़ा बताया था, जिसका इलाज न होने के चलते उनकी मौत हो गई।
11 दिसंबर : विजयनगर क्षेत्र की चरण सिंह कॉलोनी में 2 दिन से कैश की किल्लत से जूझ रहे मुन्ना सिंह की मौत तबीयत बिगड़ने के कारण हो गई थी।
December 27, Ghaziabad, Navbharat Times
बैंक कैशलेस और पब्लिक परेशान
एनबीटी न्यूज, टीएचए
नोटबंदी के डेढ़ महीने से ज्यादा वक्त बीतने के बावजूद बैंकों में कैश का पर्याप्त इंतजाम नहीं हो पाया है। मंगलवार को भी शहर के अधिकांश बैंकों में कैश नहीं थे। वहीं, जिन बैंकों में कैश उपलब्ध था, वह दोपहर 12 बजे तक समाप्त हो गया। उधर, कुछ बैकों में आने वाले अकाउंट होल्डर्स बैंकों की कार्यप्रणाली से परेशान नजर आए। उनका कहना था कि बैंकों में कैश नहीं है, ऐसे में बैंक कर्मचारी डिमांड ड्राफ्ट और चेक क्लियरेंस भी नहीं कर रहे हैं। इंदिरापुरम स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक और एसबीआई की शाखा में अकाउंट होल्डर्स और बैंक कर्मचारियों के बीच नोकझोंक भी हुई।
December 27, Maharajganj, Live Hindustan
बैंक से कैश न मिलने पर महराजगंज में सड़क जाम
नोट बंदी के 50 दिन पूरे होने में बस तीन दिन और बचे हैं। उसके बाद भी कई इलाकों में बैंकों से कैश नहीं मिल पा रहे हैं। मंगलवार को महराजगंज के पूर्वांचल बैंक से कैश न मिलने पर नाराज ग्रामीणों ने बैंक कर्मियों को पीटने के लिए दौड़ा लिया और कोल्हुई-बृजमनगंज मार्ग जाम कर दिया।
महराजगंज के बहदुरी बाजार में पूर्वांचल बैंक की शाखा से एक सप्ताह से कैश नहीं मिल रहा है। मंगलवार को जब बैंक कर्मचारियों ने रुपये न होने की बात कही तब गुस्साए लोगों ने उन्हें दौड़ा लिया। ब्रांच मैनेजर, कैशियर सहित अन्य बैंक कर्मियों ने किसी तरह से खुद को बचाया।
ग्रामीणों ने बताया कि बैंककर्मी रोजाना भुगतान की बात करते हैं लेकिन शाम तक इंतजार के बाद निराश होकर घर वापस होना पड़ता है। गुरुवार से ही भुगतान नहीं हुआ। दो दिनों की बंदी के बाद सोमवार को बैंक खुला तो भी पैसा नहीं दिया गया। मंगलवार सुबह कैश मिलने की उम्मीद में बड़ी संख्या में उपभोक्ता बैंक के बाहर जमा हो गए।
बैंक कर्मियों ने बुधवार से पैसा मिलने की बात कहकर उन्हें घर जाने लिए कहा जिसके बाद उनके सब्र टूट गया। लोगों ने पीटने के लिए बैंक कर्मियों को दौड़ा लिया। उन्होंने भाग कर अपनी जान बचाई। जिसके बाद गुस्साए लोगों ने कोल्हुई-बृजमनगंज मार्ग जाम घण्टो जाम रखा।
December 27, Muradabad, Jagran
दो दिन की छुट्टी ने बिगाड़ी चाल, बैंकों की लाइन से फिर हुए बेहाल
मुरादाबाद :
दो दिन बैंकों में अवकाश रहने के कारण पटरी पर लौट रही व्यवस्था फिर से बिगड़ गई। सोमवार को जब बैंक खुले तो लंबी लंबी लाइन लगी हुई थीं जो देर शाम तक नहीं कम नहीं हुई। दिन भर लोग रुपये निकालने के लिए लाइनों में लगे रहे।
पिछले सप्ताह बैंकों ने खूब रुपये बांटा गया था। इससे लाइन छोटी होती चली गई थीं। उधर चालू एटीएम की संख्या भी बढ़ाई थी। इसी शनिवार और रविवार को अवकाश हो गया। जिसके चले पटरी पर लौट रही व्यवस्था बेपटरी हो गई। दो बैंकों से रुपया नहीं निकाल पाए। जबकि शनिवार को दोपहर तक एटीएम चले उसके बाद एटीएम भी दगा दे गए। रविवार को भी उनके रुपये नहीं भरे गए। इसके चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। सोमवार को बैंक खुलते ही वहां लंबी लंबी लाइन लग गई। रुपये निकालने के लिए परेशान रहे। बैंक बंद होने तक लाइन लगी रहीं। हालांकि सोमवार को बैंकों को रुपये मिल चुका था। जिसके चलते सभी बैंकों ने लोगों को रुपये बांटा।
वर्जन – रुपये की जरूरत थी। शनिवार और रविवार को रुपये नहीं मिल पाए। सोमवार को एटीएम आया तो यहां बहुत लंबी लाइन लगी हुई थी। जबकि पिछले सप्ताह इतनी लंबी लाइन दिखाई नहीं दी थी।
December 27, Amar Ujala, Baghpat
नोटबंदी से बागपत में खट्टा हुआ गुड़ का स्वाद
मदन बालियान, अमर उजाला टीवी/ बागपत
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गुड़ उद्योग पर भी नोटबंदी की मार का असर दिखाई पड़ने लगा है। किसान कोल्हू मालिकों को गन्ना नहीं दे रहे, क्योंकि उन्हें चाहिए नकद रुपये, लेकिन नोटबंदी की वजह से कोल्हू मालिकों रुपयों की किल्लत का सामना कर रहे हैं। नतीजा ये हो रहा है कि कमाई के सीजन में घाटे का सामना करना पड़ रहा है।
December 27, Muradabad, Jagran
मैंथा कारोबारी के घर लाये जा रहे थे नई करेंसी के नोट
मुरादाबाद : चन्दौसी में मैंथा कारोबारी अंशू अग्रवाल की कार से बीस लाख रुपये की नई करेंसी मिलने की जांच पूरी होने को है। बयान भी दर्ज कर लिए गए हैं। अभी तक मिले साक्ष्यों से माना जा रहा है कि कारोबारी पर शिकंजा कस सकता है। व्यापारी नई करेंसी का हिसाब दे पाने में असफल रहा। इसके बाद आयकर की विशेष अनुसंधान शाखा ने विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि मंगलवार को व्यापारी के खिलाफ कार्रवाई कर दी जाएगी। पिछले दिनों चन्दौसी पुलिस ने मैंथा कारोबारी की कार से बीस लाख रुपये पकड़े थे, जिसमें 16 लाख के नये नोट थे। देहरादून से आई विशेष अनुसंधान शाखा के अधिकारियों ने कार चालक के बयान रिकार्ड किये। कार चालक ने बताया था कि रुपये लेकर व्यापारी अंशू अग्रवाल के घर मुरादाबाद आ रहा था। चालक के बयान के बाद जांच टीम ने अंशु अग्रवाल के बयान लिए थे। अंशू अग्रवाल ने बीस लाख रुपये अपना होना स्वीकार किया था, लेकिन रुपये किस बैंक से निकाले थे, किस कारोबार से रुपये मिले हैं। इसकी कोई जानकारी नहीं दी। सोमवार को व्यापारी जवाब देने जांच शाखा टीम के पास नहीं पहुंचा। जांच टीम ने समय समाप्त हो जाने के बाद मान लिया कि व्यापारी जवाब देने में असफल रहा है। इसके बाद मैंथा कारोबारी अंशू अग्रवाल पर संकट बढ़ गया है। विशेष अनुसंधान शाखा के अधिकारी व्यापारी अंशू अग्रवाल के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की तैयारी में जुट गए हैं। इसके लिए आला अधिकारियों से स्वीकृति मांगी है। माना जा रहा है कि मंगलवार को स्वीकृति मिलेगी, उसके बाद दंड तय किया जाएगा।
December 27, Gorakhpur, Live Hindustan
हड़ताल पर रहे सब्जी कारोबारी, एक करोड़ का व्यवसाय प्रभावित
सुबह छह बजे से रात 11 बजे तक नो इंट्री के विरोध में महेवा स्थित नवीन मण्डी के थोक सब्जी विक्रेताओं की हड़ताल सोमवार से शुरू हो गई। पूरे दिन बंदी के चलते पहले दिन एक करोड़ का व्यवसाय प्रभावित हुआ। वहीं यहां से रोजगार पाने वाले दैनिक मजदूरों, ठेला व पल्लेदारों की दिन भर काम नहीं मिला। शाम को व्यापारियों और एडीएम सिटी, एसपी सिटी हेमराज मीणा एवं एसपी ट्रैफिक एसपी द्विवेदी के बीच वार्ता विफल रही।
पूर्वांचल सब्जी फल थोक विक्रेता कल्याण एसोसिएशन के नेतृत्व में बंदी शुरू हुई। अध्यक्ष संजय शुक्ला एवं महामंत्री हाजी मो.याकूब रमजान मेकरानी ने कहा कि जिला एवं पुलिस प्रशासन ने नो इंट्री के नाम पर व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है। कच्चे माल से लदी गाड़ियों पर इंट्री लगाने से माल के खराब होने का डर रहता है। वर्ष 1993 में स्थापना के बाद पूर्वांचल की सबसे बड़ी मण्डी में पहली बार बंदी हुई है। इस मण्डी से नेपाल, बिहार तक के आर्डर की सप्लाई होती है। यहां का लोकल केला पंजाब व नई दिल्ली तक जाता है। पश्चिम बंगाल से आया परवल, भिण्डी, करैला, कटहल, हरी मिर्च लखनऊ, दिल्ली तक जाता है।
डीएम को व्यापारियों ने 21 दिसम्बर को ज्ञापन भी दिया था, लेकिन उन्होंने सुबह 6 से रात्रि 11 बजे तक इंट्री हटाने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि व्यापारी कच्चे माल को नौसड़ से छोटी गाड़ियों पर लेकर आएं। अमृतसर, नासिक, शिमला से आने वाले माल को छोटी गाड़ियों में लादकर लाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक इंट्री को समाप्त नहीं किया जाता या सब्जी मण्डी को अन्यत्र जगह नहीं दी जाती, हड़ताल जारी रहेगी। फल-सब्जी एसोसिएशन गोरखपुर ने भी हड़ताल को समर्थन दिया। महामंत्री फिरोज अहमद राइन ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों समस्या के समाधान के लिए सुझाए गए उपाय व्यापारियों को मंजूर नहीं है। हड़ताल में महमूद हसन, अली हुसैन राइन, प्रमोद गुप्ता, हाजी रिजवानुल्लाह, मो.इब्राहीम, नजर मोहम्मद, श्याम पटेल, मो.शहीद आदि शामिल रहे।
बंदी से फुटकर रेट पर दिखेगा असर
थोक सब्जी विक्रेताओं की हड़ताल का सीधा असर फुटकर सब्जी मार्केट पर पड़ना तय है। मंगलवार से इसका पूरा असर बाजार में दिखेगा। मण्डी में प्रतिदिन बाहर से 150 गाड़ियां हरी सब्जियों के आती हैं। यहां करीब 400 लाइसेंस वाले दुकानदार हैं। जगह के अभाव में 220 विक्रेता ही यहां व्यवसाय करते हैं। इसके अलावा करीब एक हजार पल्लेदार, 500
Meerut, December 26, Navbharat Times
महिला के जनधन के खाते में आए 100 करोड़, PM को दी सूचना
मेरठ
उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक महिला के होश उस वक्त उड़ गए जब उसके जनधन खाते में करीब 100 करोड़ रुपए आ गए। पीड़ित महिला के पति ने इस घटना की जानकारी बैंक अधिकारियों को देने के साथ ही PM नरेंद्र मोदी को भी ई–मेल के जरिए सूचना दे दी है।
पिछले महीने 8 नवंबर को नोटबंदी लागू होने के बाद से लोगों के बैंक खातों में अचानक से पैसे बढ़ने के कई मामले सामने आए हैं। यह मामला मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के माधवपुरम में रहने वाली शीतल नाम की एक महिला का है, जिसने 2015 में शारदा रोड स्थित SBI की शाखा में जनधन अकाउंट खोला था। जीरो बैलेंस के खाते में शीतल के 600 रुपये मात्र थे लेकिन 18 दिसंबर को महिला जब एटीएम पर बैलेंस चेक करने पहुंची तो खाते में 99 करोड़ 99 लाख 99 हजार 394 रुपये देखकर उसके होश उड़ गए। छोटी मोटी नौकरी करने वाली महिला के खाते में इतनी बड़ी धनराशि आ जाने से शीतल के पैरों तले जमीन खिसक गई।
महिला के पति ने बताया कि बैंक के अधिकारी मामले की पड़ताल कर रहे हैं। वे यह चेक कर रहे हैं कि यह किसी तकनीकी गलती की वजह से हुआ है या फिर किसी ने जान बूझकर महिला के जनधन अकाउंट में इतनी बड़ी राशि को जमा किया है।
आयकर विभाग ने अपनी अघोषित राशि दूसरों के बैंक खातों में जमा करवाने वालों को आगाह किया है। विभाग ने इस मामले में नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ बेनामी लेनदेन कानून के तहत आरोप लगाने का फैसला किया है, जिसमें जुर्माना व अधिकतम सात साल की कैद की सजा हो सकती है।
Dainik Bhaskar,Kanpur, December 24
Paytm से इस लड़के के साथ हुई अनोखी हेराफेरी, अकाउंट से निकल गए हजारों रुपए
कानपुर. यूपी के कानपुर में एक फर्जी पेटीएम अकाउंट का मामला सामने आया है। इसमें एक युवक के बैंक अकाउंट से पेटीएम पर रजिस्ट्रेशन कर उसके खाते से 28 हजार उड़ा लिए गए। इसके बाद एक ही दिन में मुंबई और नोएडा में उस पेटीएम से पैसा खर्च भी कर दिया गया। आगे पढ़िए पूरा मामला…
– यहां के बिठूर थानाक्षेत्र के रहने वाले अजित राठौर प्राइवेट नौकरी करते हैं। इनके बैंक अकाउंट से बिना उनकी जानकारी के फर्जी तरीके से पेटीएम पर रजिस्ट्रेशन कर 28 हजार रुपए ट्रांसफर करवाए गए।
– इसके बाद एक ही दिन में मुंबई और नॉएडा में उस पेटीएम से पैसा खर्च भी कर दिया गया।
– अजित को इस बात की जानकारी तब हुई जब उसका एटीम कार्ड काम नहीं कर रहा था। वह रुपए निकालने के लिए कैश विड्राल बाउचर भरकर बैंक पहुंचा।
– बैंक वालों ने बताया कि उनके अकाउंट में सिर्फ 2000 रुपए ही हैं। उन्होंने बताया कि पेटीएम के जरिए रुपए ट्रांसफर किए गए हैं।
– अजित के मुताबिक, इनके अकाउंट में सिर्फ 30 हजार ही थे, उसी में से 28 हजार फर्जी पेटीएम अकाउंट में ट्रांसफर कर उड़ा लिए गए हैं।
– इन्होने कभी पेटीएम अकाउंट नहीं बनाया और न ही कभी यूज किया है।
– जानकारी मिलते ही इसकी शिकायत कानपुर के एसपी सचिन पटेल से की है और उन्होंने साइबर सेल में मुकदमा दर्ज करा दिया है।
Dainik Bhaskar,Faizabad, December 24
पेट्रोल पंप पर पेमेंट को लेकर विवाद, 4 जर्नलिस्ट को जिंदा जलाने की कोशिश का आरोप
फैजाबाद. यहां के एक स्थानीय हिंदी अखबार के 4 जर्नलिस्ट को जिंदा जलाने की कोशिश का मामला सामने आया है। सिविल लाइंस इलाके के एक पेट्रोल पंप कर्मियों पर ये आरोप लगा है। यह विवाद 200 रुपए के पेट्रोल का पेमेंट 10-10 के सिक्कों में करने को लेकर शुरू हुआ। फिलहाल पुलिस ने 2 आरोपियों को हिरासत में लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। सिक्के नहीं, नोट में पेमेंट करने को कहा…
– फैजाबाद के सिविल लाइन एरिया में शुक्रवार को एक हिंदी अखबार के जर्नलिस्ट कृष्णकांत गुप्ता पेट्रोल लेने पहुंचे।
– गुप्ता 10-10 के 20 सिक्कों में इसका पेमेंट करने लगे। पंप के इम्प्लॉई ने इसे लेने से मना कर दिया और नोट की डिमांड की।
– गुप्ता ने कहा कि नोट नहीं हैं। इन सिक्कों को वे क्यों नहीं ले रहे?
– इसके बाद पंप कर्मियों और गुप्ता में मामूली बहस हुई। आरोप है कि पेट्रोल पंप कर्मी ने गुप्ता पर अटैक किया।
– इस दौरान पास में ही मौजूद गुप्ता के 3 सहकर्मी बीच-बचाव के लिए पहुंचे।
– कृष्णकांत गुप्ता का आरोप है कि पंप कर्मियों ने उनके समेत चारों लोगों पर पेट्रोल डाल दिया। साथ ही जिंदा जलाने का कोशिश की।
जान बचाकर भागे जर्नलिस्ट
– हादसे के बाद जान बचाने के ये सभी जर्नलिस्ट भागकर पास में ही मौजूद अपने ऑफिस पहुंचे।
– यह भी बताया गया कि 10 पंप कर्मी पेट्रोल से भरी केन और डंडे लेकर पहुंचे और जर्नलिस्ट पर पेट्रोल छिड़कने लगे।
– वहां से गुजरने वाले राहगीरों ने जब यह देखा तो पुलिस को सूचना दी।
– इतने में आसपास के लोग पहुंच गए और हमलावरों में से 2 को पकड़ लिया। बाकी भाग गए।
– कृष्णकांत गुप्ता की तहरीर पर सिटी कोतवाली पुलिस ने जानलेवा हमले का केस दर्ज कर लिया है।
– स्थानीय थाने के इंस्पेक्टर का कहना है कि पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
Danik Bhaskar, Meerut,December 24
कमीशन पर सप्लाई करते थे नए नोट, 8.80 लाख रु. के साथ 4 गिरफ्तार
मेरठ. एसटीएफ मेरठ फील्ड यूनिट ने 4 ऐसे युवकों को गिरफ्तार किया है जो कमीशन लेकर पुराने नोट के बदले नए नोट सप्लाई करते थे। गुरुवार को पकड़े गए आरोपियों के पास से 8 लाख 80 हजार रुपए के नए नोट बरामद हुए हैं। पुलिस अभी पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है। कमीशन पर बदलते थे पुराने नोट…
– एसटीएफ के इंस्पेक्टर विनोद कुमार के मुताबिक मुखबिर की सूचना पर मेघदूत पुलिया से चार युवकों को नई करेंसी के साथ गिरफ्तार किया गया।
– पकड़े गए आरोपियों के नाम रजनीश गर्ग, अनिल रावत, जितेंद्र सिंह और वेदप्रकाश है।
– इंस्पेक्टर के मुताबिक पकड़े गए आरोपी 15 से 20 प्रतिशत कमीशन पर पुराने 500 और 1000 रुपए के नोट के बदले नई करेंसी देते थे।
– आरोपियों के पास से पकड़े गए सभी नोट 2000 के नए नोट हैं। थाना सिविल लाइन में पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम बुलाई
– नई करेंसी के साथ पकड़े गए युवकों की सूचना रात में ही इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को भी दी गई।
– इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम भी पकड़े गए नोटों के बारे में पूछताछ कर रही है।
– नई करेंसी के इतने नोट पकड़े गए आरोपियों के पास कहां से आए इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
– संयुक्त निदेशक इनकम टैक्स अनुसंधान शाखा एमके जैन ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के बयान रिकार्ड किए जा रहे हैं।
– पकड़े गए चारों आरोपियों से बरामद रकम सीज कर दी गई है।
– वहीं पुलिस इस बारे में पता कर रही है कि ये नोट बदलकर कौन ले जाने वाला था।
जितेंद्र लाता है नोट बदलने के लिए पार्टी
– पुलिस के मुताबिक पूछताछ में सामने आया है कि पकड़ा गया जितेंद्र ही नोट बदलने की पार्टी लेकर आता है।
– जितेंद्र इनकम टैक्स की फाइल रिर्टन करने का काम करता है, वह एक फर्म से भी जुड़ा है।
– पकड़ा गया वेदप्रकाश रेडीमेंट कंपनी में सेल्स एक्जीक्यूटिव है, वह वेस्ट यूपी और उत्तराखंड में कंपनी का काम देखता है।
– अनिल रावत एमकॉम की पढ़ाई कर चुका है, फिलहाल वह एक सीए के यहां काम करता है।
– पकड़ा गया रजनीश गर्ग सूरजकुंड स्थित एक स्पोर्टस की दुकान में सेल्समैन है, अनिल ने नई करेंसी रजनीश के पास रखी थी।
Mathura, December 24, Punjab Kesari
बैंकों के बाहर लगी लंबी कतारों की भेंट चढ़ी एक और जिंदगी
मथुरा: उत्तर प्रदेश में मथुरा के गोवर्धन कस्बे में बेटे के इलाज के लिए बैंक से पैसा निकालने गए एक मजदूर की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई।
बैंक में दिल का दौरा पड़ने से मजदूर की मौत
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि भगौसा ग्राम निवासी श्रमिक उमाशंकर सेन्ट्रल बैंक की स्थानीय शाखा में पैसा निकालने गया था। इस बीच उसे दिल का दौरा पड़ा और उसने दम तोड़ दिया। श्रमिक की मृत्यु की सूचना पर ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया। ग्रामीण बैंक कर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराने तथा मुआवजे की मांग कर रहे थे। पुलिस ने पहुंचकर समझा बुझा कर जाम खुलवाया।
घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
मृतक के परिजनों का आरोप है कि उमाशंकर अपने इकलौते बेटे संजय के इलाज के लिए पिछले चार दिन से बैंक के चक्कर लगा रहा था पर भीड़ अधिक होने से उसे पैसे नहीं मिल पा रहे थे। जब वह लाइन में लगा था कि उसे अचानक दिल का दौरा पड़ा जिससे उसकी मृत्यु हो गई। उपजिलाधिकारी एमपी सिंह ने कहा कि घटना की जांच कराई जाएगी और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मृतक को शासन से अधिक से अधिक मदद दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
Varanasi December 24, ABP News
वाराणसी: कोतवाली के मालखाने से 14 लाख 60 हजार रुपये गायब
By: संतोष चौरसिया, एबीपी न्यूज़/एजेंसी | Last Updated: Sunday, 25 December 2016 3:09 PM
वाराणसी: वाराणसी के कोतवाली में शुक्रवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब थाने के मालखाने में रखे 14 लाख 60 हजार रुपये गायब होने का मामला सामने आया. कोर्ट के आदेश के बाद इस सिलसिले में तत्कालीन दरोगा सहित तीन पुलिस कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी गयी है.
अमानत में ख़यानत का मुकदमा
कोर्ट ने वाराणसी के एसएसपी नितिन तिवारी को कार्यवाही का आदेश दिया. कोर्ट के आदेश पर कार्यवाही करते हुए वाराणसी के एसएसपी नितिन तिवारी ने कोतवाली प्रभारी को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया. एसएसपी के आदेश पर तत्कालीन हेड मुहर्रिर मानजीत प्रसाद, लेखक कास्टेबल मुंशी अनुपम तिवारी और तात्कालिक उप निरीक्षक तेजबहादुर सिंह के खिलाफ़ कोतवाली में आईपीसी 246/16 की धारा 409 के तहत अमानत में ख़यानत का मुकदमा दर्ज किया गया है. इस केस में एसएसपी नितिन तिवारी ने हेड मुहर्रिर को निलंबित कर दिया है.
एसएसपी नितिन तिवारी ने इस मामले में आरोपी लेखक कॉन्स्टेबल मुंशी अनुपम तिवारी और तात्कालिक उप निरीक्षक तेजबहादुर सिंह के गैर जनपद होने के कारण कोई कार्यवाही नहीं की है. इस पुरे मामले की जाँच राजपत्रित अधिकारी से करवाई जा रही है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नितिन तिवारी ने शनिवार को बताया कि कोतवाली थाना प्रभारी की तहरीर पर कोतवाली थाने के तत्कालीन दरोगा तेज बहादुर सिंह, हेड मोहर्रिर मानजीत प्रसाद यादव एवं कांस्टेबल अनुपम तिवारी के खिलाफ अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया गया है. मामले की जांच किसी राजपत्रित अधिकारी से करायी जाएगी.
कराया जा रहा था पुराने 500 और एक हजार के नोटों का मिलान
आपको बता दें कि नोटबंदी की घोषणा के बाद थानों के मालखानों में रखे 500 और एक हजार के पुराने नोटों का निस्तारण न्यायालय की अनुमति से किया जा रहा है. इसी क्रम में क्षेत्राधिकारी कोतवाली के निर्देश पर सर्कल के कोतवाली, आदमपुर व रामनगर थानों के मालखानों में रखे पुराने 500 और एक हजार के नोटों का मिलान कराया जा रहा था, ताकि न्यायालय का आदेश लेकर उन नोटों को 30 दिसंबर से पूर्व राजकोष में जमा कराया जा सके.
एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि कोतवाली थाने के मालखाने में रखे पुराने नोटों के मिलान के दौरान पता चला कि पांच जून, 2013 में जालसाजी व जुआ के एक मामले में जब्त 14 लाख 60 हजार रुपये गायब हैं. उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में भी हेड मोहर्रिर मानजीत प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है, जिनके पास मामले की कार्यवाही के दौरान मालखाने का प्रभार था. अन्य दो पुलिसकर्मियों की वर्तमान में तैनाती की जानकारी जुटाई जा रही है.
आपको बता दें कि ये पूरा मामला पांच जून 2013 का है. जब वाराणसी की कोतवाली पुलिस ने अपने थाना क्षेत्र से महेंद्र सिंह नामक एक व्यक्ति को जुआ और जालसाजी एक्ट में गिरफ्तार किया और उसके पास से 14.60 लाख रुपये बरामद करके माल खाने में जमा किया था.
मालखाने में कोई रुपया है ही नहीं
नोटबंदी के बाद सभी अपने पुराने नोट बैंको में जमा करवा रहे है. ऐसे में पांच जून 2013 को गिरफ्तार महेंद्र सिंह ने भी अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय की अदालत में प्रार्थना पत्र देकर कोतवाली के मालखाने में जमा अपने 14.60 लाख रुपयों को बदलवाने के लिए निवेदन किया. कोर्ट ने प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए कोतवाली प्रभारी से आख्या तलब किया. अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय की अदालत से आख्या मांगे जाने के बाद कोतवाली में हडकंप मच गया. छानबीन के बाद पता चला कि मालखाने में कोई रुपया है ही नहीं.
Danik Bhaskar, Meerut,December 24
जवाहर बाग बनने की राह पर यूपी का लहरामाऊ गांव, किसानों-पुलिस में किसी भी वक्त हो सकता है टकराव
कानपुर.यहां से करीब 70 किमी दूर हमीरपुर के पास स्थित लहरामाऊ गांव में इन दिनों मथुरा के जवाहर बाग जैसी स्थिति बन गई है। गांव के सैकड़ों लोग महीने भर से अपनी जमीन के मुआवजे के लिए धरने पर बैठे हैं। गांव में पुलिस न आ पाए, इसके लिए धरने पर बैठे किसान हथियारों से लैस हैं। गांव के लगभग हर घर की छत पर ईंटे-पत्थर इकट्ठा कर लिए गए हैं। क्या है पूरा मामला…?
– आंदोलन की अगुवाई कर रहे हमीरपुर किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष निरंजन राजपूत ने dainikbhaskar.com से बातचीत में बताया कि यूपी सरकार ने घाटमपुर ब्लॉक में पॉवर प्लांट लगाने के लिए लहरामऊ, असवरमउ, दरसुआ, सिरसा, बंगारिया, सुधौल, बंदपुर और रामपुर गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया था।
– सरकार ने ग्रामीणों को उचित मुआवजा और घर के एक सदस्य को पावर प्लांट में नौकरी देने का झांसा देकर प्लांट के लिए 828 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित कर ली। – अब जिला प्रशासन खेतिहर भूमि के लिए हमें 4 लाख 9 हजार रुपए प्रति बीघा और जो भूमि ऊसर है, उसके लिए 4 लाख 30 हजार रुपए प्रति बीघा के हिसाब से मुआवजा दे रही है, जो हमें मंजूर नहीं है।
– बता दें, ग्रामीणों ने हथियार के तौर पर लाठी, डंडे, फरसा, हसिया के अलावा भारी तादाद में ईंट-पत्थर भी इकट्ठा कर रखे हैं।
– उन्होंने पेट्रोल बम भी तैयार कर रखा है, जिसे जरुरत पड़ने पर वे इस्तेमाल करने को तैयार हैं।
December 24, Jhansi, Bhaskar
विस चुनाव: झांसी के 56 गांव अतिसंवेदनशील, वोटर्स के लिए लग रहे चौपाल
झांसी. यहां विधानसभा चुनाव 2017 की आचार संहिता लागू होने से पहले 56 गांव अतिसंवेदनशील घोषित किए गए हैं। पुलिस ने यहां हिंसा होने की आशंका जताई है। यहां का माहौल सामान्य करने के लिए पुलिस ने चौपाल लगाना शुरू कर दिया है। चुने गए गांवों में 184 लोगों को अलग-अलग धाराओं में पाबंद किया गया है। चौपाल लगाकर वोटर्स को भयमुक्त किया जा रहा है। क्या है मामला…
-झांसी एसएसपी अखिलेश कुमार चौरसिया ने बताया कि विधानसभा चुनाव 2017 के लिए 56 गांव अतिसंवेदनशील हैं।
-इनमें 184 लोग ऐसे हैं जो चुनाव प्रभावित कर सकते हैं। इनके खिलाफ 107/16, 110जी, गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट और जिला बदर की कार्रवाई की जा चुकी है जबकि 250 लोग प्रभावित होने वाले हैं।
-इन गांवों में चौपाल लगाकर लोगों के अंदर से डर निकाला जा रहा है जिससे वह निष्पक्ष मतदान कर सकें।
-चौपाल में ग्रामीणों को समझाया जा रहा है कि मतदान करना हर व्यक्ति का अधिकार है और इसका हर कीमत में पालन होगा।
– अभी तक कई गांवों में चौपाल लगाई जा चुकी है।
तलाशी में ये हुआ बरामद
-एसएसपी अखिलेश कुमार चौरसिया के अनुसार, पुलिस विधासभा चुनाव 2017 चुनाव के लिए पूरी तैयारी से जुट चुकी है।
-अपराधियों और हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस अब तक 66 अवैध आर्म्स और 10 हजार लीटर शराब बरामद कर चुकी है।
-जल्द ही बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
December 23, Deoria , Live Hindustan
माइक्रो फाइनेंस कम्पनी पर महिलाओं ने किया पथराव
हिन्दुस्तान टीम, देवरिया।First Published:23-12-2016 07:12:56 PMLast Updated:23-12-2016 07:20:25 PM
मनमाना ब्याज वसूलने और एजेंटों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए दर्जनों महिलाओं ने शुक्रवार को एक माइक्रो फाइनेंस कम्पनी के देवरिया स्थित कार्यालय पर पथराव कर दिया। महिलाओं का आक्रोश देख कम्पनी के कर्मचारी शटर गिराकर अंदर छिप गए। इसके बाद महिलाओं ने कोतवाली रोड जाम कर दिया।
महिला एकता शक्ति की अध्यक्ष मन्नू तिवारी के नेतृत्व में माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के खिलाफ पिछले पखवारे काफी आंदोलन हुआ था। शुक्रवार को एक बार फिर से माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से कर्ज लेने वाली महिलाएं कलेक्ट्रेट में लामबंद हो गई। कर्ज वसूलने के नाम पर ये कंपनियां उनका उत्पीड़न कर रही हैं। इसके बाद ये लोग नारेबाजी करते हुए कोतवाली रोड स्थित एक फाइनेंस कंपनी के कार्यालय पर पहुंच कर ईट-पत्थर चलाने लगी। महिलाओं के उग्र तेवर को देख फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी शटर गिराकर अंदर ही छिप गये। इसके बाद महिलाओं ने सड़क जाम करने के बाद कोतवाली पहुंच कर माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के खिलाफ तहरीर दी।
Agra, December 23, Live Hindustan
आगरा: चंद रुपयों के लिए अस्पताल ने नहीं उठाने दिया शव
फिरोजाबाद, हिन्दुस्तान संवादFirst Published:23-12-2016 10:51:31 PMLast Updated:24-12-2016 08:52:19 AM
प्राइवेट ट्रॉमा सेन्टर कर्मियों ने बिल में रुपये कम होने पर शव को नहीं उठने दिया। कई घंटों तक मृतक के परिवारीजनों व ट्रॉमा सेन्टर कर्मियों में शव को लेकर विवाद होता रहा। मामला अस्पताल प्रशासन तक पहुंचा। अस्पताल प्रशासन ने हस्तक्षेप कर शव परिजनों के दिलवाया।
थाना बसई मोहम्मदपुर के नगला चूरा निवासी श्यामवीर (35) पुत्र कैलाशी की 19 दिसम्बर को अचानक तवियत खराब हो गई थी। परिवारीजनों की मानें तो उसको रामनगर में एक चिकित्सक से दवा दिला दी। उस समय उसको आराम मिल गया। दूसरे दिन उसकी तबीयत फिर खराब हो गई।
परिवारीजनों ने 20 दिसम्बर को उसे ट्रामा सेन्टर में भर्ती करा दिया। तभी से उसका वहीं पर उपचार चल रहा था। ट्रामा सेन्टर में उपचार के दौरान उसकी शुक्रवार को मौत हो गई। ट्रामा सेन्टर का 24 हजार 500 रुपये का बिल बना था। भाई रघुवीर ने बताया उनके पास बिल में 3500 रुपये कम थे। इस कारण ट्रामा सेन्टर के कर्मचारियों ने श्यामवीर का शव नहीं दिया। परिवारीजन उनसे काफी मिन्नतें करते रहे। अस्पताल कर्मियों का दिल नहीं पसीजा।
उन्होंने साफ कह दिया कि जब तक पूरा रुपया जमा नहीं हो जाता शव नहीं दिया जाएगा। श्यामवीर के परिवारीजन व अस्पताल कर्मियों के बीच काफी देर तक विवाद होता रहा। कर्मचारी किसी भी हालत में शव देने को तैयार नहीं हुए। आखिरकार मामला अस्पताल प्रशासन के पास पहुंचा। अस्पताल सचिव पीके जिन्दल ने अस्पताल पहुंचकर श्यामवीर का शव वापस दिलाया। अस्पताल कर्मियों के व्यवहार को देख वहां मौजूद लोग काफी हैरत में रह गए। सचिव का कहना है कि जिस समय युवक यहां से गया है वह जीवित था। परिवारीजन रुपया न देने का कारण उसको मृत बता रहे थे। मामले का पता चलते ही उन्होने पहुंच कर उसे परिवारीजनों के सुपुर्द कराया।
December 23, Sahranpur, Live Hindustan
तनाव के चलते कैशियर को बैंक में हार्ट अटैक, मौत
सहारनपुर। हमारे संवाददाताFirst Published:23-12-2016 10:59:16 PMLast Updated:24-12-2016 08:19:54 AM
नोटबंदी के बाद से लगातार काम का दबाव झेल से एसबीआई के एक कैशियर की बैंक में ही हार्ट अटैक पड़ने से मौत हो गई। बैक कर्मचारी की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। शुक्रवार को स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के कैशियर नसीम खान (54) की हार्टअटैक पड़ने से मौत हो गई।
मंडी समिति रोड आली की चुंगी के रहने वाले नसीम खान काम के दबाव के चलते पिछले कई दिनो से मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। मृतक नसीम के बेटे फरीद अहमद ने बताया कि दोपहर के समय बडे भाई माजिद पैसे निकालने के लिए बैक गए थे तो बैक में पिता ने तबीयत खराब होने की बात कही तब भाई ने गाड़ी लेकर आने के लिए फोन किया लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों के पास ले जाने पर उन्हे मृत घोषित कर दिया। नसीम के पुत्र फरीद ने बताया कि उसके पिता नोटबंदी के बाद से कैश लाने के लिए लखनऊ,बरेली, नोएडा, सरधना की यात्रा कई बार कर चुके हैं। काम के दबाव के चलते वह बैंक से भी देर रात को घर आते थे। पिछले एक सप्ताह से वो काफी परेशान दिख रहे थे लेकिन उन्होंने अपनी परेशानी का जिक्र किसी को नहीं किया। फरीद ने बताया कि शुक्रवार सुबह भी उनकी तबीयत ठीक नहीं लग रही थी तो उसने बोला कि छुट्टी ले लो लेकिन अब्बा ने कहा कि ऐसे में छुट्टी नहीं मिल सकती। नसीम खाने अपने पीछे दो बेटे पत्नी और तीन बेटियों का परिवार छोड़ गए ।
Deobandh, December 23, Live Hindustan
लाखों रुपये की नई करेंसी के साथ पकड़े युवक छोड़े
देवबंद (सहारनपुर)। हमारे संवाददाताFirst Published:23-12-2016 10:45:45 PMLast Updated:24-12-2016 08:23:15 AM
देर शाम मजनूवाला रोड स्थित यूको बैंक के बाहर बोरियों में लाखों रुपये की नई एवं चलन से बाहर वाली करेंसी को लेकर खड़े छह संदिग्ध युवकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इनके पास से 19 लाख 42 हजार रुपये की नकदी बरामद हुई। पुलिस ने नकदी को अपने कब्जे में लेकर युवकों को छोड़ दिया है। आयकर विभाग के द्वारा जांच किए जाने के बाद ही यह नकदी युवकों को सौंपी जाएगी।
शुक्रवार देर शाम पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर मजनूवाला रोड स्थित यूकों बैंक के बाहर बोरी में नोट लिए युवकों को हिरासत में ले लिया। युवकों के पास से पुलिस को दो-दो हजार के 12 लाख, सौ-सौ के सात लाख और पचास-पचास के 42 हजार रुपये बरामद किए। कोतवाली प्रभारी का कार्यभार देख रहे एसएसआई राजीव यादव ने बताया कि शामली जनपद के थाना भवन के चंदेना मार्ग निवासी सुशील, देवबंद के रेलवे रोड निवासी अनुज गर्ग, पुरकाजी के मोहल्ला काजीवाड़ा निवासी निखिल गोयल, पुरकाजी के ही सब्जी मंडी निवासी श्याम गोयल, मुजफ्फरनगर के सिविल लाइन निवासी अंशुल अग्रवाल और उत्तराखंड के थाना ऋषिकेश के गंगनहर निवासी दीपक को पुलिस की टीम ने नोटों के साथ पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। जिन्हें कुछ देर की पूछताछ के बाद नाम पते लिखकर छोड़ दिया। राजीव यादव ने बताया कि आयकर विभाग को सूचित कर दिया गया है। सुबह को टीम कोतवाली पहुंचेगी और नोटों के साथ मिले युवकों को भी सुबह कोतवाली बुलाया गया। आयकर विभाग की पूछताछ के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल उन्होंने यह बताने से इंकार कर दिया कि युवक इतने रुपये लेकर कहां से आए थे।
किस उद्देश्य से रुपये लेकर खड़े थे युवक
नोटबंदी के बाद पहले दिन से ही बैंकों में ना खत्म होने वाली कतारें लगी हैं। लेकिन चंद लोग लाखों रुपये लेकर घुम रहे हैं। शक है कि बैंकों की मिली भगत से ही लोग कमीशन पर लाखों रुपये बदलने का कार्य कर रहे हैं। हालांकि अभी यह नहीं पता लग सका कि नोटों के साथ मिले युवक किस उद्देश्य के साथ लाखों रुपये की नगदी लेकर क्या कर रहे थे।
Bareily, December 23, Live Hindustan
बरेली के दो निजी बैंकों में फर्जी आईडी से जमा हुए करोड़ों
बरेली वरिष्ठ संवाददाताFirst Published:23-12-2016 08:38:07 AMLast Updated:23-12-2016 08:38:07 AM
दिल्ली के एक्सिस बैंक की तर्ज पर बरेली के भी दो निजी बैंकों में फर्जी आईडी से खाते खोलकर करोड़ों रुपये जमा करने का मामला सामने आया है। इनकम टैक्स विभाग ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
विभाग को मिली शिकायत के अनुसार दो निजी बैंकों में नोटबंदी का ऐलान होने के तुरंत बाद बड़े स्तर का घोटाला हुआ है। इन बैंकों में फर्जी आईडी से खाते खोलकर करोड़ों रुपये जमा किए गए हैं। विभाग को जो शिकायत मिली है, उसमें दोनों बैंकों का तो जिक्र है, मगर ब्रांच का उल्लेख नहीं किया गया है। निजी बैंक होने के कारण विभाग भी जांच में फूंक-फूंककर कदम रख रहा है।
पहले शिकायत में दिए कुछ बिंदुओं की ही जांच की जा रही है। इसके लिए बैंकों के उच्च प्रबंधन से संपर्क साधा जा रहा है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इनकम टैक्स अधिकारी मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।
Pilibhit, December 23, Live Hindustan
पीलीभीत के बैंक आफ बड़ौदा में मिला नो कैश का बोर्ड
पीलीभीत, हिन्दुस्तान संवादFirst Published:23-12-2016 01:52:28 PMLast Updated:23-12-2016 02:57:38 PM
सुबह तीन बजे से लाइन में इस उम्मीद के साथ लगे कि दस बजे जब बैंक खुलेगा तो पैसे मिल जाएंगे। लेकिन ये क्या हुआ। खुलने से पहले ही बैंक ने बोर्ड टांगकर बता दिया कि आज कैश है ही नहीं। नोटबंदी के बाद भले अब 50 दिन पूरे होने जा रहे हों, लेकिन पीलीभीत के कुछ बैंकों के हालात में सुधार नहीं आया है।
सुबह तीन बजे से लाइन में लगने के बाद दस बजे बैंक ने नो कैश का बोर्ड टॉग दिया। इससे लोगों को परेशानी तो हुई ही, साथ ही निराशा भी हाथ लगी। ऐसा हुआ पीलीभीत के न्यूरिया के बैंक आफ बड़ौदा में। यहां नोट की आस में लोग सुबह सवेरे तीन बजे से ही लाइन में लग गए। लेकिन करीब साढ़े नौ बजे बैंक अधिकारियों ने कह दिया कि आज कैश नहीं है, इसलिए लाइन में लगकर समय खर्च न करें।
हालांकि राहत की बात यह रही कि पास ही स्टेट बैंक से पैसे निकल रहे थे। वहां कतार लगाने के बाद कैश बांटा गया। बड़ी बात यह रही कि इस कस्बे में भी अब 500 के नोट पहुंच गए हैं। अभी तक अखबारों और टीवी पर नया नोट देखने वालों ने इसे करीब से देखा और जाना। पैसे तो मिले ही साथ ही नया नोट मिला तो यह दोगुनी हो गई।
Maharajganj, December 23, Live Hindustan
VIDEO: नहीं मिला कैश तो बंद कर दिया पूर्वांचल बैंक का गेट
हिन्दुस्तान टीम, महराजगंज।First Published:23-12-2016 02:27:43 PMLast Updated:23-12-2016 04:35:07 PM
पैसा नहीं मिलने से नाराज उपभोक्ताओं ने शुक्रवार को बहदुरी पूर्वांचल बैंक पर सुबह करीब 11 बजे ताला जड़ दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से उपभोक्ताओं को समझाकर ताला खुलवाया। इसके बाद बैंक कर्मियों ने राहत महसूस की। शाखा प्रबंधक कमरुद्दीन ने बताया कि कैश की डिमांड की गई है। शाम तक कैश आने की उम्मीद है।
पूर्वांचल बैंक की बहदुरी शाखा में 20 हजार उपभोक्ता हैं। करीब 15 दिनों से कैश नहीं मिला है। रोज सुबह उपभोक्ता इस उम्मीद में बैंक पहुंचते हैं कि पैसा मिलेगा, लेकिन शाम को निराश होकर घर लौट जाते हैं। शुक्रवार को भी सुबह से ही बैंक के बाहर उपभोक्ताओं की कतार लग गई। 10 बजे बैंक खुला, लेकिन कोई यह नहीं बता सका कि पैसा मिलेगा या नहीं। इससे नाराज खाताधारकों ने मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया।
Kushinagar, December 23, Live Hindustan
कैश न देने पर बैंक कर्मियों को खदेड़ा, किया सड़क जाम
हिन्दुस्तान टीम, कुशीनगर।First Published:23-12-2016 02:43:03 PMLast Updated:23-12-2016 02:50:22 PM
रामकोला के अहिरौली राजा पूर्वांचल बैंक में लगातार तीसरे दिन कैश न मिलने से लोगों का गुस्सा भड़क उठा।
नाराज लोगों ने बैंक कर्मियों को बैंक से खदेड़ कर बैंक के सामने ही रामकोला-कसया मार्ग जाम कर दिया। करीब दो घण्टे बाद तब सड़क जाम समाप्त हुआ जब बैंक कर्मियों ने रुपये की व्यवस्था होने पर एक-एक हजार रुपये भुगतान शुरू किया।