माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने लगातार कई ट्वीट करते हुए पीएम मोदी पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री के संसद से अनुपस्थित होने पर कहा कि प्रधानमंत्री के पास पाॅप म्यूजिक के समारोह में सम्बोंधन देने के लिए तो समय है लेकिन संसद में सवालों के जवाब देने के लिए वे गायब हैं।
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इसके अलावा सीताराम येचुरी ने ट्वीट करते हुए कहा कि दो सप्ताह बाद भी केवल 10 प्रतिशत नोट ही बदल पाए, और सरकार का कहना है कि कोई संकट नहीं है जबकि पीएम इस मुद्दे पर गायब है।
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येचुरी ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने के कदम के लिए मोदी सरकार को निशाना बनाते हुए कहा था कि ग्रामीण भारत को चोट पहुंचाने के लिए शत्रु भी नोटबंदी से बेहतर योजना नहीं बना सकता था।नोटबंदी की बजाय कॉरपोरेट द्वारा नहीं चुकाए गए बैंकों के कर्ज की वसूली प्राथमिकता होनी चाहिए थी। इसने सिर्फ गरीब को नुकसान पहुंचाया है।
येचुरी ने अपने ट्वीट में लिखा था, ‘‘अगर हमारा सबसे बुरा शत्रु भी लगातार दो साल सूखा पड़ने के बाद ग्रामीण भारत को चोट पहुंचाना चाहता तो वह नोटबंदी से बेहतर योजना नहीं बना सकता था।’’ येचुरी ने कहा, ‘‘नोटबंदी के बजाय अमीर कॉरपोरेट द्वारा नहीं चुकाए गए कर्ज की वसूली सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए थी। इसने सिर्फ गरीब को चोट पहुंचाई है।’’
आपको बता दे कि देश को आश्चर्यचकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर की रात को 500 और 1000 के नोटों को बंद करने की घोषणा की थी।
Courtesy: Janta Ka Reporter