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प्रधानमंत्री के नाम पत्रकार निखिल आनंद का ख़त – आईना तुझसे तेरी पहली सी सूरत माँगे

आदरणीय प्रधानमंत्री जी!

सादर प्रणाम! सबसे पहले आपकी इज्जत आफजाई में दो लाईन अर्ज है: "आईना तुझसे तेरी पहली सी सूरत माँगे! तेरे हमवतन तेरे होने की निशानी माँगे!!" ये किसने प्रधानमंत्री जी आपका ऑरिजिनल चेहरा फोटोशॉप कर दिया लगता है- बिलकुल मुरझाया हुआ सा, धूप में झुलसा गया जैसा या फिर ऐसा कि चिंता-परेशानी की आग से चेहरा काला पड़ गया है। विश्वास न हो तो आप अपनी 2013-14 की तस्वीर से मिला कर देख लीजिये। ये जो पाकिस्तान ने गंदी नापाक हरकत से भारत में तबाही मचा रखी है तो सत्ता में आने के पहले से अभी तक जोर-जोर से हाई पीच टोन में -प्रधानमंत्री जी- आप कुछ ज्यादा ही अनर्गल बोल रहे थे लेकिन कुछ कर नहीं पाने की बेबसी भी आपके चेहरे पर नजर आ सकती है।

हमें गर्व है कि आप हमारे 56 इंच चेस्ट वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं। आपको टेन्शन देने वाले को जान लेना चाहिये कि डील हो चुका है और 2019 तक राफेल भी आ रहा है, पाकिस्तान कहीं का नहीं बचेगा। आईये हमसब मिलकर नारा लगाते हैं भारत की खातिर: पाकिस्तान हो बर्बाद! पाकिस्तान- होश में आओं! प्रधानमंत्री जी, घबराने की जरूरत नहीं है। हमारे देश के पत्रकार तो अभी से मोर्चा पर जाने के लिये तैयार हैं। फिर संघ, बीजेपी, गौरक्षक, मनसे, शिवसेना, वीएचपी, बजरंग दल और सोशल मिडिया पर भक्तों की फौज तो है ही। ये इतनी बड़ी संख्या है कि क्रिकेट के बारहवें खिलाड़ी की तरह भारतीय सेना को तो लड़ने का भी मौका नहीं मिलेगा, हम उसके लड़े बिना भी जंग जीत सकते हैं।

इनदिनों टीवी चैनल देखकर हर भारतीय का खून खौल रहा है, भुजायें फरफरा रही है। एकदम से बर्दास्त नहीं हो रहा है, पेट में घिरनी नाच रहा है। अब बहुत हो गया, आप युद्ध का ऐलान कीजिये। वैसे भी पिछले 10 साल से आप तो मनमोहन सिंह को इसीलिये कोंस रहे थे न कि वे डरपोक प्रधानमंत्री है, उनके मुँह में आवाज भी नहीं है और लड़ने से डरते भी हैं। चलिये आपको हम सब भारत के इतिहास का सबसे बहादुर प्रधानमंत्री मानने को तैयार है लेकिन आप पाकिस्तान से लड़ाई करके दिखाईये। अब तो हम सबको पूरा कश्मीर ही नहीं चाहिये बल्कि लाहौर व करांची तक का लॉन्ग ड्राइव ट्रिप चाहिये और बलूचिस्तान में डेजर्ट सफारी भी करने मन कर रहा है। फिर उधर से हमलोग रूस और अफगानिस्तान भी आराम से घुमकर आ जायेंगे। आपके दिखाये सपने में जब इतना मजा है तो फिर हकीकत में ऐसा होगा तो कितना मजा आयेगा। है कि नहीं प्रधानमंत्री जी!

अब कितना बर्दाश्त करें सिर्फ इस भरोसे की पाकिस्तान को आप ठीक करेंगे। आटा, दाल, चावल, सब्जी सब महंगा हो गया हम चुप हैं। न तो कालाधन आया और न ही 15 लाख रूपया ही हम सबके खाता में आया। और तो भी ललित मोदी और विजय माल्या सबको चकमा देकर करोड़ो रूपये लेकर भाग गया, कई लोग कहते हैं कि आपकी सरकार ने ही भगा दिया। सब जगह आप फेल हो रहे हैं तब भी पाकिस्तान को औकात में लाने के लिये हम सब अभी तक भरोसा रखे हुये हैं। लेकिन यहां भी मामला गड़बड़ाता हुआ दिख रहा है। आप नरम पड़ते दिखाई दे रहे हैं तो सोशल मिडिया पर नाली के कीड़े की तरह गिर-गिरकर लोग आपकी तुलना करने लगे हैं कि, गरजने वाला बादल जो बरसता नहीं है और एक प्राणी जो बहुत बोलता है पर काटता नहीं है। आपकी खातिर यह सब सुनना पड़ रहा है।

सुनने में आया कि आप सिंघु नदी का पानी रोक देंगे तो दिल को ठंडक पहुँचा था कि ये पाकिस्तानी प्यास से मरेंगे तो पता चलेगा कि नवाज शरीफ आपके आगे गिरगिरायेगा। फिलहाल पानी और बिजली सब जा रहा है, दोनों देशों के बीच बिजनेस भी जारी है। यही ही नहीं नई दिल्ली से लाहौर वाला बस भी चल रहा है जिसमें लोग आ-जा रहे हैं। कुछ नहीं रोके आप तो। न पानी, न बिजली, न बिजनेस, न बस, सबका आदान-प्रदान जारी है। आप तो बोले थे कि रूस अपना भाई है लेकिन वो पाकिस्तान के साथ सैन्य अभ्यास कर रहा है। लेकिन पाकिस्तान का पानी क्या रोकेंगे, चीन हमारा पानी रोकने के लिये तैयार बैठा है। नेपाल अब आपको बड़ा भाई नहीं मानता है, ये भी पता ही होगा। अच्छा तो ये बताइये सर कि भारत का संबंध दुनिया में बना रहे हैं कि बिगाड़ रहे हैं। कई बार लगता है कि आप दुनिया भर में घुम-घुम के अडानी-अंबानी टाइप अपने लोगों का बाजार बनवा रहे हैं और ग्लोबल पॉलिटिकल स्टेट्समैन बनने के लिये ब्रांडिंग कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री जी! आपने संविधान का शपथ लिया हुआ है तो हम आपकी कसम खाकर कहते हैं कि आपको हमने वोट इसीलिये ही दिया था कि पाकिस्तान को हैसियत बताकर मजा चखायेंगे, उसके चार टुकड़े करके चार नया देश बना देंगे, हमारे एक शहीद के बदले दस पाकिस्तानी सैनिकों के सर कलम कर लायेंगे, सीमा पार करके उसकी सरजमीन पर घुस कर आतंकी कैंपों पर हमले करेंगे और आतंकवादियों को मार डालेंगे। उल्टे फिरोजपुर, उड़ी सहित सब जगह वे ही घुसकर तबाही मचा रहे हैं। आपके शासन में अबतक 100 के लगभग सैनिक मारे गये हैं जिसमें 32-35 तो सिर्फ इसी साल शहीद हुये हैं। लेकिन अफसोस कि आपका कहा हुआ ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है अबतक के दो साल से ज्यादा वक्त की आपकी सरकार में। यहाँ तो हमारा कश्मीर ही नहीं संभल रहा है जहाँ आपकी अप्राकृतिक गठबंधन की सरकार है।

लेकिन देखिये सर! ये जान लीजिये, हमलोग को इतना सब झाँकी दिखा करके ठगियेगा नहीं। अगर आप ढीला पड़ेगे या फिर पैंतरा बदलेंगे तो हमसब नाराज हो जायेंगे और यही समझेंगे कि आप नवाज शरीफ की नतीनी की शादी में बिना बुलाये न सिर्फ न्यौता किये, बिरयानी भी मजे में खाये और गुलाबी पगड़ी ही नहीं भेंट किये, भारत की इज्जत से खिलवाड़ करके सिक्रेट डील कर ली है। जो वादा करके आपने मेरा और हम सबका वोट लिया है वो निभाना पड़ेगा- निभाना पड़ेगा। विनती है कि दायें-बायें मत कीजिये, बहाना मत बनाइये बल्कि चुपचाप से हम सबकी मुराद पूरी कर दीजिये। हम कुछ नया थोड़े ही मांग रहे हैं, आप सिर्फ वही सब करके दिखा दीजिये जो अभी तक हर गली-नुक्कड़ तक में घूम-घूमकर कहते और वादा करते आये हैं। थोड़ा कहना ज्यादा समझना, अब बस करता हूँ, शेष अगली चिट्ठी में। आप बहुत व्यस्त होंगे तो आपके जवाबी पत्र का इंतजार नहीं है। लेकिन आपके वादे के भरोसे और आपके किये गये वादे के पूरा होने के इंतजार में जरूर रहूँगा।


आपका विश्वासपात्र/ शुभचिंतक
निखिल आनंद।

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