कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने मोदी को पत्र लिखकर सेना को लेकर सरकार के फैसलों पर सवाल उठाए। राहुल ने कहा कि हमारे सैनिक 125 करोड़ देशवासियों की रक्षा में हर दिन अपने प्राणों को दांव पर लगाते हैं। ऐसे में सरकार को केवल शब्दों से ही नहीं बल्कि एक्शन से उन्हें और उनके परिवारों को भरोसा दिलाना चाहिए कि संकट की घटी में सरकार और पूरा देश उनके साथ है।
राहुल गांधी ने पीएम को लिखा कि मैं आपका ध्यान मीडिया की उन खबरों की ओर लाना चाहता हूं, जो कि पिछले कुछ हफ्तों में सरकार द्वारा लिए गए फैसलों के बाद सामने आ रही हैं। मुझे लगता है कि ये सब हमारे जवानों के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली खबरें हैं।
राहुल गांधी ने पत्र में लिखा कि मैं उस वक्त स्तब्ध रह गया जब पिछले कुछ हफ्तों में सरकार द्वारा एक्शन लेते हुए विकलांगता पेंशन को एक नए स्लैब सिस्टम में डाल दिया। जिससे विकलांग हुए सैनिकों की पेंशन में कटौती हो गई। वहीं सातवें वेतन आयोग से भी सैनिकों को निराश हाथ लगने की बात कही। राहुल गांधी ने कहा कि वन रैंक वन पेंश पर सरकार द्वारा वाजिब कदम नहीं उठाए गए।
राहुल ने आगे लिखा, 18 अक्टूबर के एक आदेश में रक्षा अधिकारियों के स्टेटस में कमी करने का फैसला लिया गया है। यह कमी उनके समकक्ष सिविल सेवा अधिकारियों की तुलना में की गई है।
ऐसे में मजबूरी में हमारे भूतपूर्व सैनकों को सड़कों पर उतरना पड़ा। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिक देश की रक्षा करते हुए अपने नुकसान को लेकर कोई क्लेम नहीं करने जा रहे हैं। ऐसे में यह सरकार का कर्तव्य बनता है कि उन्हें वन रैंक वन पेंशन, विकलांगता पेंशन और मुआवजा समेत सातवें वेतन आयोग को लेकर उचित लाभ दें।