मुजफ्फरनगर। एक तरफ यूपी में सरकार चला रहे समाजवादी पार्टी में कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है, वहीं दूसरी तरफ राज्य में कानून-व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है। यूपी के मुख्यमंत्री अपने पारिवारिक कलह में उलझे हुए हैं और दलितों पर पुलिसिया अत्याचार जारी है। ऐसी ही एक खबर यूपी के मुजफ्फरनगर जिले से आई है। जहां एटीएम से पैसे निकालने में जाटों ने दलित समाज के लोगों पर हमला कर दिया और गोलीबाजी कर दी। हद तो तब हो गई जब अखिलेश की पुलिस ने भी दलित समाज के लोगों पर ज्यादती की।
यूपी के मुजफ्फरनगर के मोरना में शनिवार को भोकरहेड़ी बस अड्डे पर एसबीआई के एटीएम से पैसे निकालने में दलित समाज और जाट समुदाय के बीच में विवाद हो गया। दरअसल, लाइन में दलित समाज का सुशील नामक युवक खड़ा था। उसके पीछे जाट समाज के तीन-चार युवक भी खड़े थे। किसी बात को लेकर सुशील की जाट समाज के युवकों से कहासुनी हो गई। कहासुनी के बाद जाट समाज के लोगों ने फोन करके अन्य युवकों को बुला दिया। इसके बाद दोनों पक्षों में मारपीट हुई।
मारपीट में दलित पक्ष का रक्षपाल पुत्र सत्यपाल घायल हो गया। जिसको लेकर दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच लाठी-डंडे चलने लगे। इतना ही नहीं दोनों पक्षों के बीच गोलियां चलने लगी। सूचना मिलने पर इंस्पेक्टर प्रभाकर कैंतुरा पुलिस बल के साथ पहुंचे।
तनाव को देखते हुए थाना छपार, ककरौली, मीरापुर, रामराज, जानसठ, सिखेड़ा सहित भारी पीएसी बल मौके पर पहुंच गई। पुलिस को देखकर दलित समाज के लोगों ने हमलावरों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस ने भी दलित समाज को ही इसका जिम्मेदार ठहराया और उनकी बात नहीं मानी। फिलहाल कस्बे में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
Courtesy: National dastak