Written by Dilip Mandal
पंडे-पुरोहित चला रहे हैं देश.
हम गोमूत्र पीने के ही काबिल देश हैं.
सरकार पिला कर मानेगी और हम पी कर रहेंगे!
हम सब अपने चारों ओर विज्ञान और टेक्नोलॉजी से घिरे हुए हैं. जीवन के हर क्षेत्र में इनका असर है.
ऐसे समय में केंद्र सरकार स्पेक्ट्रम की नीलामी को श्राद्ध यानी पितृ पक्ष खत्म होने तक टालने का मन बना रही है. 1अक्तूबर से नवरात्र शुरू है. टेलीकॉम कंपनियों ने सरकार को लिखकर दिया है कि वे शुभ मुहूर्त में ही यह बोली लगाना चाहती हैं. भारत सरकार के टेलीकॉम सचिव इसके लिए तैयार हैं. 🙂
स्पेक्ट्रम तरंगो का वह सुपर हाईवे है जिसपर चलकर हमारी मोबाइल आवाज और डाटा का सफर तय होता है.
एक पोंगापंथी देश सबसे आधुनिक टेक्नोलॉजी को कैसे अपनाता है, इसकी मिसाल हैं हम.