गुजरात में भाजपा नेता की प्रताड़ना और पुलिस के रवैये से परेशान एक दलित सरपंच अपने परिवार समेत सहित रनपुर पुलिस थाने के सामने आत्मदाह का प्रयास किया।
Image: Ahmedabad Mirror
जलीला गाँव के सरपंच कालीबेन सोलकीं, बेटे और उपसरपंच मांजी सोलंकी और उसकी पत्नी गीताबेन ने रविवार को गांव के ही भाजपा नेता भगीरथ खाचर के खिलाफ परेशान करने की शिकायत पुलिस से की थी, लेकिन पुलिस उसकी रिपोर्ट लिखने को तैयार नहीं थी।
पीड़ित परिवार का कहना था कि भागीरथ पहले भी उनके परिवार पर दो बार हमला कर चुका है। उपसरपंच मांजी सोलंकी ने फिर से अपनी माँ पर हमला होने की आशंका जताई थी। दो साल पहले भागीरथ ने मांजी पर भी छड़ी से हमला किया था जिससे उसके हाथ में फ्रैक्चर हो गया था। तीन साल पहले भी भागीरथ ने उसके परिवार पर हमला किया था।
पीड़ित परिवार ने तब भी पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने न तब उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई की थी और न अब करने को तैयार थी। कालीबेन चार सालों से अपने गाँव की सरपंच है। उसका बेटा मांजी उपसरपंच और अपनी पत्नी तथा बेटे तुषार समेत कालीबेन के साथ ही रहता है।
रविवार को जब कालीबेन भागीरथ के घर के पास सफाई कर रही थी, तब भागीरथ ने उसके खिलाफ जातिसूचक शब्द इस्तेमाल किए और जान से मारने की धमकी देते हुए तलवार से हमला किया। गाँव वालों के बीच में पड़ने पर भागीरथ मौके से भाग गया था।
भाजपा नेता भागीरथ चाहता है कि अगली बार कालीबेन या उसका बेटा सरपंच के चुनाव में खड़ा न हो। इस वजह से वह अक्सर अकेले या कुछ असामाजिक तत्वों के साथ मौका मिलते ही कालीबेन और उसके परिवार को धमकाने लगता है और मारपीट कर बैठता है। बार-बार शिकायत करने पर भी पुलिस भागीरथ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
चार माह पहले सरपंच का परिवार डीजीपी के ऑफिस में भी शिकायत कर चुका है, लेकिन तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। परेशान होकर सरपंच ने सपरिवार आत्मदाह की कोशिश की।
पुलिस सब इंस्पेक्टर वाघेला ने ज़रूरी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है, लेकिन ऐसा आश्वासन पुलिस पहले भी कई बार दे चुकी है और असल में करती कुछ नहीं।