The Truth Behind the Photograph: “Hinduonko Jalaa kar Maarne waali” photograph put out by one Sandeep Fuleraj on his Facebook Page (since deleted) under the caption "Jago Hindu Jago"
As this story in the Navbharat Times, April 2, 2016 reveals, the social media can be full of hate speech and writing. Sandeep Phuleraj on a Facebbok Post (since deleted) put out this caption “Jago Hindu Jago” to a photo that he shared. There is more. According to the story, he wrote: “ Eight persons were killed in Jammu and this was not shown on television to prevent all Hindus from uniting. Please Share Widely. Jai Hind…”
Navbharat Times comments,
“We do not know whether Sandeep put this photograph deliberately, to provoke anger or whether he did so without knowing the truth. But it becomes necessary to say that whatever you are seeing in this photograph has not only no connection to Jammu but nor to any part of India.
“This photograph in year 2008 relates to a picture of a ghastly group killing in Karachi, Pakistan. In this incident a mob had grabbed three persons for allegedly stealing, one of whom, escaped. Two were lynched by the mob. They were beaten mercilessly and killed. Thereafter they were burned.. (pakistaniat.com)
Here is a screenshot of the news.
It is clear from this that those burned were neither Hindus nor were they from India. Neither were they eight in number. Despite this Sandeep shared this photograph with a misleading caption.
Sandeep Phuleraj has since deleted the Facebook Account entirely.
It remains to be seen whether Facebook or the authorities will initiate any action. Sections of the Indian police and their cyber cells have been notorious for slapping cases under sections of the Information Technology Act on citizens in an all out bid to curb hate speech.
Will they act now?
'जम्मू में हिंदुओं को जलाकर मारने' वाली तस्वीर का सच April 2, 2016, 3:15 pm IST सत्यखोजी in सोशल मीडिया के झूठ | देश-दुनिया
पाठकों से हमारी प्रार्थना है कि सोशल मीडिया के झूठ में आज जिस तस्वीर का सच हम आपके सामने रखेंगे वह कमज़ोर दिल वालों को विचलित कर सकती है। हमारा अनुरोध है कि कृपया उसे देखते वक़्त अपने विवेक का इस्तेमाल करें।
इस तस्वीर को संदीप फुलेराज ने ‘जागो हिंदू जागो’ कैप्शन के साथ शेयर किया है, तस्वीर देखें,
लिखा है, ‘जम्मू में आज 8 लोगों की हत्या की गई…पर ये न्यूज टीवी पर दिखाई नहीं गई ताकि सब हिंदू एक न हो पाएं…ज्यादा से ज्यादा शेयर करें…जयहिंद’
हमें नहीं पता कि संदीप ने इस तस्वीर को जानबूझकर, आवेश में आकर या अनजाने में शेयर किया, लेकिन ये ज़रूर बता दें कि इसमें जो भी आप देख रहे हैं, उसका जम्मू क्या पूरे हिंदुस्तान से कोई लेना-देना नहीं है।
यह तस्वीर साल 2008 में पाकिस्तान की राजधानी कराची में घटित हुए एक भयानक सामूहिक हत्याकांड की है जिसमें लोगों की भीड़ ने तीन ‘लुटेरों’ को पकड़ लिया था। उनमें से एक लुटेरा हालाँकि बच निकलने में काम हो गया, लेकिन बाक़ी दो को भीड़ के हत्थे चढ़ गए थे। उन्होंने हाथ में जो लगा उससे पीट-पीट कर उन्हें मार डाला और बाद में तेल डालकर जला दिया था। pakistaniat.com पर जाकर आप इस ख़बर की पूरी जानकारी ले सकते हैं। नीचे इस ख़बर का एक स्क्रीनशॉट भी देख सकते हैं।
ख़बर पढ़कर साफ़ हो जाता है कि जलाए गए लोग न तो हिंदू थे और न ही हिंदुस्तानी। न ही उनकी संख्या आठ थी। फिर भी संदीप ने इस तस्वीर को शेयर कर दिया। आप यहाँ क्लिक कर उनकी प्रोफ़ाइल देख सकते हैं। हम केवल इतना कहेंगे, कि वैचारिक रूप से कमज़ोर लोग ही इस तरह के झूठ का सहारा लेते हैं।
इस तस्वीर के बारे में हमें हमारे दो पाठक आरिफ़ ख़ान और मुकेश कटारिया ने बताया। हम उनका धन्यवाद करते हैं।
हम इस ब्लॉग के ज़रिए सोशल मीडिया के झूठ पाठकों के सामने ला रहे हैं। आपको भी कभी कोई ऐसी सूचना का पता चले जो ग़लत है लेकिन सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है तो उसके स्क्रीनशॉट के साथ हमें इस आइडी पर भेजें – nbtonline@timesinternet.in । सब्जेक्ट फ़ील्ड में लिखें – Social Media lies या सोशल मीडिया के झूठ। हम इसे आपके नाम के साथ प्रकाशित करेंगे।